बह रही है जिंदगी दो किनारों कि तरह
कोन जाने कब किनारा थम जाए
जैसे नदी के पानी की तरह जो भी रास्ते में आया उसे समेट लिया
बहने दो ये लाजवाब जिंदगी को हमेशा
पानी के खल खल की तरह
दो किनारों के बीच में जिंदगी की बहोत सी कहानियां होती है
बस ये जिंदगी के प्रवाह को बहने दो लगातार क्योंकि ये दो किनारों के बीच में ही हसीन जिंदगी पड़ी है....