खुद की ही तारीफ करती हुं
खुद के ही गुनाह ढुढंती हु
बस समझ तो ए नहीं पाती हुं
की तुझसे क्या नाता रखती हुं
खुद को ही जख्म देती हुं
खुद को ही दवा लगा ती हुं
बस समझ तो ए नहीं पावती हुं
की तुझसे क्या नाता रखती हुं
खुद से ही वादा करती हूं
खुद का ही वादा तोड़ती हुं
बस समझ तो ए नहीं पाती हुं
की तुझसे क्या नाता रखती हुं
खुद को ही गुन्हे गार ठहराती हुं
खुद को ही बेगुनाह साबित करती हुं
बस समझ तो ए नहीं पाती हुं
की तुझसे क्या नाता रखती हुं
तुझसे मोहब्बत भी करती हुं
नफ़रत का दीखावा भी करती हुं
बस समझ तो ए नहीं पाती हुं
की तुझसे क्या नाता रखती हुं
Dip@li