#પૂર્ણ
सृष्टि में शिव और ब्रह्मांड में ब्रह्म दीखें।
कान कमाल का वेदों का गान सुने।
जीह्वा जब मीठा और सच्चा बोले।
बुद्धि में सिर्फ ब्रह्म का ही साम्राज्य हो ।
हाथ हर एक जीव का काम करने लगे ।
पैरों परमेश्वर के लिए दौड़ने लगे ।
सभी के हृदय में शिव दिखने लगे ।
रोम रोम में राम की खुशबू आने लगे।
इस जीव को जब शिव मिलन की महेच्छा हो।
तब समझना हम पूर्णता की गलियों में जा रहे हैं।