कोरोना व्हायरस के पार्श्व भुमींपर-- दुसरों के घर जलाके वो बड़े ख़ुश थे। ख़ुद का मोहल्ला जल गया तो मातम मना ने लग गये। फिर पानी की यु बोछार की ओर उस जल के बाढ़ में बह गये। दुसरों के लिए गढ़ढा खोदनेवालों जरा पैरोंतले धसती जमीं तो देख लेते। औरो के पहले खुद ही गढ़ढे में गिर गये। भाईंचारें कोई पहलु तो समझ लेते। न ये दिन देख़ना पड़ता तुम्हें भी और हमें भी।