आज शुभ सोमवार है महादेव का वार है जो भी सच्चे मन से ध्यावे उसका बेड़ा पार है आज सोमवार है शिव महादेव महाकाल भोलेनाथ शंकर शंभू आपको बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का और यह है आज का सुविचार सत्य वचन
मैंने कहा : अपराधी हूं मैं, अज्ञानता विश्वासऔर संयम का
👉🏾महाकाल ने कहा : “क्षमा कर दूँगा” आगे आने वाले समय को व्यर्थ मत गवा... मेरी सच्चे दिल से फरियाद कर...
👤मैंने कहा : परेशान हूँ मैं, ईश्वर भक्ति से अनजान हूं मैं... कर्मों से विलहीन एक इंसान हूं मैं...
👉🏾महाकाल ने कहा : “संभाल लूँगा” मुझसे प्रीत और लगन लगा... सच्चे मन से मुझ में समा हर मुश्किल आसान कर दूंगा क्यों परेशान इतना तुझे आबाद कर दूंगा...
👤मैने कहा : अकेला हूँ मैं क्योंकि जब भी मैं सो कर उठता हूं तो केवल अपने आप को अकेला पाता हूं कहने को तो पूरा परिवार मेरे साथ होता है पर मैं न जाने क्यों मचल जाता हूं...
👉🏾महाकाल ने कहा : ‘साथ हूँ मैं” आंखों को बंद करके सच्चे मन से मुझे याद तो कर...जिस अकेलेपन की तू बात कर रहा है उसका ही विस्तार हूं मैं...
👤और मैंने कहा :
“आज बहुत उदास हूँ मैं” हर चीज पास होकर भी दूर नजर आती है... मुझे एक उदासी है मेरे मन में जो मेरे चेहरे पर रिझाती है मुझे...
👉🏾महाकाल ने कहा : सच्चे दिल की चाहत दिखा और देख... मुझे
“नजर उठा के तो देख,
तेरे आस पास हूँ मैं…!” तेरे मन कर्मऔर विश्वास की आश हूं मैं....
तेरे धर्म का और तेरे कर्म का जगवास हूं मैं...!"
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़