Hindi Quote in Religious by ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Religious quotes are very popular on BitesApp with millions of authors writing small inspirational quotes in Hindi daily and inspiring the readers, you can start writing today and fulfill your life of becoming the quotes writer or poem writer.

[शनिदेव पूजा मंत्र]
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़:
शुभ संध्या वंदन शनिवार- ब्रह्मदत्त त्यागी
बजरंगबली हनुमान जी और शनिदेव महाराज जी आपको ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ एवं सभी भक्तों का बारंबार प्रणाम नमन नमस्कार है
= शनिदेव मंत्र
शनि देव का तांत्रिक मंत्र
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनये नमः।
शनि देव के वैदिक मंत्र
ऊँ शन्नो देवीरभिष्टडआपो भवन्तुपीतये।
शनि देव का एकाक्षरी मंत्र :
ॐ शं शनैश्चाराय नमः।
शनि देव का गायत्री मंत्र :
ॐ भगभवाय विद्महैं मृत्युरुपाय धीमहि तन्नो शनिः
प्रचोद्यात्।।
भगवान शनिदेव के अन्य मंत्र :
ॐ श्रां श्रीं श्रृं शनैश्चाराय नमः।
ऊँ हलशं शनिदेवाय नमः।
ऊँ एं हल श्रीं शनैश्चाराय नमः।
ॐ मन्दाय नमः।।
ऊँ सूर्य पुत्राय नमः।।
शनि देव की साढ़ेसाती के प्रकोप से बचने के लिए
शनि देव को इन मंत्रों द्वारा प्रसन्न करना चाहिए:
ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टिवर्धनम |
उर्वारुक मिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात ||
ॐ शन्नोदेवीरभिष्टय आपो भवन्तु पीतये।
शंयोरभिश्रवन्तु नः। ॐ शं शनैश्चराय नमः।।
ऊँ नीलांजनसमाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
छायामार्तण्डसम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।
निम्न मंत्रों के जाप द्वारा शनि देव से अपने
गलतियों के लिए क्षमा याचना करें। :
अपराधसहस्त्राणि क्रियन्तेहर्निशं मया।
दासोयमिति मां मत्वा क्षमस्व परमेश्वर।।
गतं पापं गतं दु: खं गतं दारिद्रय मेव च।
आगता: सुख-संपत्ति पुण्योहं तव दर्शनात्।।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए शनि मंत्र :
शनिग्रह को शांत करने तथा रोग को दूर करने के
लिए शनि देव के इस मंत्र का जाप करना चाहिए:
ध्वजिनी धामिनी चैव कंकाली कलहप्रिहा।
कंकटी कलही चाउथ तुरंगी महिषी अजा||
शनैर्नामानि पत्नीनामेतानि संजपन् पुमान्।दुःखानि
नाश्येन्नित्यं सौभाग्यमेधते सुखमं||
भगवान शनिदेव की पूजा करते समय इस मंत्र को
पढ़ते हुए उन्हें चन्दन लेपना चाहिए-
भो शनिदेवः चन्दनं दिव्यं गन्धादय सुमनोहरम् |
विलेपन छायात्मजः चन्दनं प्रति गृहयन्ताम् ||
भगवान शनिदेव की पूजा में इस मंत्र का जाप
करते हुए उन्हें अर्घ्य समर्पण करना चाहिए-
ॐ शनिदेव नमस्तेस्तु गृहाण करूणा कर |
अर्घ्यं च फ़लं सन्युक्तं गन्धमाल्याक्षतै युतम् ||
ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़

Hindi Religious by ब्रह्मदत्त त्यागी हापुड़ : 111363341
New bites

The best sellers write on Matrubharti, do you?

Start Writing Now