वो माँ ही तो होती है
मेरे बीना खाना तक नही खाती
जब तक घर ना पहोचु ऑंगन मे बेढे इंतजार करती है
बीमार होने पर हर दुआ ओर दवा करती है
अपने दर्द को छुपा कर हमे खुश रखती है
वो मां ही तो होती है
जिसकी सांसे हमारी धडकनो से चलती है
जो खुदा से भी उपर होती है
जिसकी गोद जन्नत का सुकून देती है
वो माँ ही तो होती है