चले जीस पथ पर वहाँ राहें कदमों के निशां आज भी है,,,
नही गुजरे वहाँ से तेरी राह आज भी है,,
नही जीने दिया खुद को
दुर होकर तूझ से
तेरा इंतजार इन निगाहों को आज भी है,,
पथ चलते राह मे बीतीं कई रातें तेरे आने की आहट आज भी है,,
ऐ नही उम्मीद की तू आऐगा कि नही पर मैरी उम्मीदें कायम आज भी है,,
जब तक सांस चलेगी तेरे साथ जीने की ख्वाईश
आज भी है,,