दिल ए नूर हसीन ,गुल सा चहेरा जानता हुं
भीगी सी अँखिया ,बीरहाना दिल जानता हुं
बेशक, पैगाम ए इश्क नही ,हकीकत बयाँ है
दिल से दिल का हाल , बेहाल है जानता हुं
कतई ना पुछीए ,मौौज टकराना साहिल से
फैन ओर बुलबुला ,ओर आब तु ,जानता हुं
महकती हर पंखुडीयाँ , शहद ए दिल मीठा
हुश्न हसीन गुल की फितरत दिल , जानता हुं
दुर नही मैं पास भी नही हुं , बेखबर खबरी मे
साँसों मे ईबादत ,धडकते दिल को जानता हुं