कारीबसे देखा आज तुम्हारे शहर को
तुम्हे पता है आज मेने तुम्हारे शहर को कारीबसे देखा ,
ना जाने क्यों मुजे ये आपनासा लगा
हा बाते तो कई सारी बताई है तुमने अपने शहर के बारे में,
लेकिन आज ऐसा लगा किसी अपने को जाना हो मैंने
वो सारी बातें जो अक्सर मुजे बताया करते थे
वो आज मेने समजा है
तैय तो यही हुआ था कि तुम पहचान करवाओगे तुम्हारे शहर से,
लेकिन बात कुछ ओर हैं क्योंकि अब हालात पहचान करवा रहे है
हा अभी याद है मुझे की प्रोमिस किया था हमने की नवरात्रि के दिन हम दोनों साथमें खेलेंगे,
लेकिन पता नही था कि ये वक्त ही हमारे दोस्तीके रिश्ते के साथ खेलकर चला जायेगा
और पता है तुमने कहा था कि यहाँ ट्रेडिशनल ड्रेस बहुत अच्छे मिलते है ,
हम गर्लफ्रैंड बॉयफ्रेंड ना सही लेकिन मेल फीमेल बेस्टी तो हैँ ।
पता है तुम्हारे शहर में अच्छा क्या लगा ये ऐहसास की मेरा दोस्त यही कही होगा,
और क्या अच्छा नही लगा तो बस यही की......
हा होंगे बेशक तुम इस शहर के और गुजरते होंगे इन्हीं रास्तों पे,
बस इतना जान ले कि हम आ गए हैं तुम्हारे शहर में,
देखेंगे तुम्हें कभी तो एक दोस्त की तरह,
खुदा ना करे कभी मिलना हमारा
अब ना मिल सकूँगी एक दोस्त की तरह
क्योंकि अजनबी जैसा हमारा रिश्ता जो ठहरा
पता है आज बड़े करीब से तुम्हारे शहर को देखा ।
हेतु_✍