मोहब्बत का एक लम्हा जी लिया हमने , तुझे करीब से जान लिया हमने । दूर से ही सही , पर अच्छी तरह परख लिया हमने तुमको । वादे तो बहुत किए तुमने , साथ जीने मरने की कसमें भी बहुत खाई तुमने । पर एक हवा के झोंके ने सब तहस नहस कर दिया , जो घरौंदा सजाया था हमने वो अकेले तुमने कैसे तोड़ दिया । आज दुख तो बहुत होता है , मन भी बहुत करता है कि भुला दू तुम्हे । पर दिल है दिल की मानता नहीं ।