हिंदी महत्व के दोहे
हिंदी भाषा देश की ,सच्ची है पहचान।
विश्व-पटल पर कर रही, भारत का गुणगान।
हिंदी है तो देश का, ऊंचा है प्रतिमान।
जैसे झंडा राष्ट्र का,सदा बढ़ाता मान।।
अंग्रेजी की दासता , हिंदी से हो दूर।
जैसे तम का नाश हो,दिनकर से भरपूर।।
हिंदी ही आधार है, है संस्कृति का मूल।
इस भाषा के ज्ञान से, खिले राष्ट्र का फूल।।
बोले जैसा ही लिखे, लिपि वैज्ञानिक ज्येष्ठ।
कंप्यूटर के है लिए, मानी जाती श्रेष्ठ ।।
अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में, इसको मिलता मान।
संयुक्तराष्ट्र संघ में, इसका है सम्मान।।
हिंदी हिंदुस्तान की, भाषा दिव्य महान।
ग्रंथ इसमें रचे गए, सुंदरतम श्रीमान।।
हिंदी रस की खान है,नव रस से भरपूर
करती मन को सरस है,मुख पर लाती नूर।।
हिंदी भाषा बोल कर, करें राष्ट्र उत्थान
गौरव गरिमा से रहें,हिंदी का सम्मान।।
ज्ञानप्रकाश 'पीयूष'.