...
किसी के प्रेम में पड़ना , उसका वक्त पाकर मुस्कुराना, उसके साथ ज़िन्दगी बिताने के सपने देखना ,
और एक रोज़
पलक झपकते उनका टूट जाना
ये ठीक वैसा ही है ,
जैसे कोई कई दिनों का भूखा , चूल्हा जलाने को दिनभर लकड़ियाँ जुटाए.. और शाम बर्फीला तूफान आकर उन्हें भिगो दे...