बहुत हुआ अब लड़ना झगड़ना , अब तो आपस में बैर बंद करो। अपना ना सही अपनो का सोचो कब तक यूहीं बूसदिल की तरह वार करो । खून तुम्हारा भी लाल है खून हमारा भी लाल है , जब एक कि अल्ला के बंदे हम फिर क्यो गैरो सा बर्ताव करे । कश्मीर के लिए ना लड़ेगे ना लड़वाएगे , मिल बाट कर हर त्योहार मनाएगे । सब को यही बताएंगे की एक ही है हम और एक ही है ये संसार ना है पाकिस्तान और नाही है हिंदुस्तान । सब इस धरती से ही जन्मे है और इस मिट्ठी मैं ही मिल जाएंगे तो वयर्थ में क्यो खून बहाएगे , बस एक दूसरे के गले ही गले लग जाएंगे ।