आज फिर से दिल ने दिल की सुनी है ,दिमाग को बन्द करके कुछ समय के लिए दिल ने अपनी सुनी है । अब दिल और दिमाग में कोई जंग नहीं है , बस कुछ सपने है और एक नए सफर की तरफ पहला कदम है । अब सब साफ है कोई धुंधली सी तस्वीर नहीं है , अब तो रंग भी अपने है और कलम भी अपनी । नए कागज़ पर बस अब अपना सुहनेहरा भविष्य है ।