जिसको देखो मुझको दर्द दिए जा रहा है , हम कुछ कहते नहीं तो सारा इल्ज़ाम हम पर ही धोपे जा रहा है । जब तक हम में सब्र है तब तक हम चुप है इसका मतलब यह नहीं कि हमको कुछ बोलना ही नहीं आता । हमारी खामोशी को लोगो ने हमारी कमजोरी ही समझ लिया ना चाहते हुए भी हमको गुनेहगार समझ लिया ।