सुकून से बैठ कर दो घड़ी बात तो किया करो अपनो से , माना इस भागम भाग सी ज़िन्दगी मैं समय ही कहा है किसी अपने के लिए । कल जब तुम भी किसी कोने में बैठ कर किसी अपने को याद किया करोगे तब तुम्हें समय की कीमत का पता चलेगा । की भागने से पैसा तो आ गया पर अपनो का साथ कही छूट गया ।