सुबह की
दो कप चाय
है तसल्ली है इस बात की
कि हम है
भोर के तरुणाई बेला में
साथ-साथ
चाय के सिप के साथ
क्रिस्पी बिस्किट सी
तुम्हारी मौजूदगी
है उम्मीद से डबडबाते
नए दिन के लिए
एक तरो ताज़ा होश की एक डोज
जो हर दिन कह जाती है
चाय में डाली गई है
प्यार की
सिर्फ एक चम्मच
चाय जरूरी है न