तुम होने से…
जब तुम पहली बार मेरे पास से गुजरे थे,
बिना कुछ कहे भी दिल तुमसे बातें कर आया।
अजीब-सा सुकून था तुम्हारी मौजूदगी में,
जैसे दुनिया ठहर गई हो…
और बस तुम ही चल रहे हो मेरे दिल की धड़कनों की रफ़्तार पर।
तुम जानते भी नहीं,
तुम्हारी छोटी-छोटी मुस्कानें
मेरे हर बदले हुए मूड की वजह बन गईं।
कभी तुमने मेरा हाथ नहीं थामा,
पर मैं हर मुश्किल में
तुम्हारे होने का हौसला पकड़े चलती रही।
तुम वो वजह हो,
जिससे मैं खुद को थोड़ा और पसंद करने लगी,
क्योंकि तुम्हारी आँखों में
मैंने अपनी सबसे ख़ूबसूरत झलक देखी है।
तुम्हारा नाम सुनते ही
मेरे चेहरे पर जो मुस्कान आती है,
काश तुम देख पाते—
वो मेरी रूह तक उतर जाती है।
अगर इश्क़ एक कहानी है,
तो तुम उसकी वो लाइन हो,
जिसे पढ़कर लगता है—
आख़िरकार, सब कुछ ठीक हो जाएगा।
तुम हो… तो ज़िंदगी
सिर्फ़ गुज़रने के लिए नहीं,
जीने के लिए लगती है।