कई दफा गिरने के बाद पता चला ........
की गिरना कितना जरूरी था..........
अगर न गिरते या यू कहे कि अगर न गिराए जाते बार बार .......
तो हम भी घमंड में होते ......
कि दुनिया कितनी अच्छी है.....
की दुनिया कितनी अच्छी है......
लेकिन अब अफसोस थोड़ा कम हो रहा है.......
क्योंकि ज़िंदगी ने ये तो समझा दिया है......
कि बिन मांगे मिले न पानी......
बिन मांगे न मिले भगवान.......
तू क्यों घमंड करे है.......
बिन मांगे मिले न कोई मन्नत......
न ही मिले ये जहान......