कांवड़ यात्रा
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पग-पग पर विश्वास
चहुँदिश भोलेनाथ के जयकारों की गूंँज,
रंग-बिरंगे, तरह-तरह के काँवड लेकर जाते
नाचते गाते शिवभक्तों का जन सैलाब।
श्रद्धा और विश्वास से सराबोर, भरपूर जोशो जूनून
हर सांस में शिव संग माँ गंगा,
नंगे पांव, श्रद्धा से भरपूर अविचलित
अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हर उम्र के काँवड़िए
देवों के देव महादेव के गूँजते जयकारे
शिवालयों, शिव मंदिरों में उमड़ते शिवभक्त।
काँवड़ यात्रा श्रद्धा, विश्वास, संकल्प का अनुष्ठान
गंगा जल से भरी कांवड़, शिव के प्रति समर्पण
यही है कांवड़ यात्रा का मतलब ।
और मिलती है हर शिवभक्त को भगवान शिव की कृपा
जिससे हर्षित शिव भक्त खुद का सौभाग्य मानते हैं,
अपने ही नहीं, परिवार, समाज,
राष्ट्र, संसार की खुशहाली के लिए
सब मिलकर शिव से फरियाद करते हैं,
शिव जी भी मौन मुस्कराहट के साथ
अपने हर भक्त पर अपार कृपा बरसाते हैं,
कांवड़ यात्रियों को भोलेनाथ खूब भाते हैं।
आइए! हम आप भी शिव जी को रिझाते हैं
कांवड़ियों के संग बोल बम ,बोल बम के
जयकारे लगाते, नाचते गाते हैं
अपना और अपनों का जीवन धन्य बनाते हैं।
सुधीर श्रीवास्तव