तुम्हारी बाहों में...
चाँदनी रात में हल्की सी बूँदें,
ठंडी हवा में घुलती खुशबू तेरी,
तेरी आँखों का जादू ऐसा,
जैसे कोई मीठी अधूरी कहानी मेरी।
तेरी उंगलियाँ जब छू जाएं चेहरे को,
सांसें धीमी-धीमी सुलगने लगें,
दिल की धड़कनें तेरी धड़कनों संग,
धीरे-धीरे कहीं बहने लगें।
तेरी बाहों में खो जाने का मन,
हर लम्हा तुझे महसूस करने का मन,
तेरे लबों की नरमाई में,
अपनी हर सांस समेटने का मन।
तू पास हो तो हर मौसम सुहाना,
तेरे बिना ये दुनिया वीरान लगे,
तेरी गोदी में सिर रखकर सो जाऊं,
तो नींद भी जन्नत समान लगे।
तेरी हँसी से खिलती सुबह मेरी,
तेरे बिना सब अधूरा लगे,
तू पास रहे तो बहारें बहकें,
तेरे बिना मन मेरा सूना लगे।
बस यूं ही लिपटी रहूं तुझसे,
वक़्त भी ठहर जाए,
तेरे इश्क़ में रंग जाऊं ऐसे,
जैसे कोई बारिश में भीग जाए।