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Poem Title: तुम भी अपना ख्याल रखना, मैं भी मुस्कुराऊंगी, इस बार जून में मैं मायके नहीं आ पाऊंगी बचपन की वो सारी यादें, दिल में मेरे समायी हैं। बड़े लाड से पाला, कह के कि तू पराई है। संस्कार मुझ को दिए वो सारे, हर दर्द सिखाया सहना। जिसके आंचल में बड़े हुए आ गया उसके बिन रहना। इंतजार में बीत जाते हैं, यूं ही महीने ग्यारह। जून के महीने में जा के, देखती हूं चेहरा तुम्हारा। कितने भी पकवान बना लूं, कुछ भी नहीं अब भाता है। तेरे हाथ का बना खाना, मां बहुत याद आता है। शरीर जरूर बूढ़ा होता है, पर मां-बाप नहीं होते हैं। जब बिटिया ससुराल से आती है, तो खुशी के आंसू रोते हैं। तेरे साये में आ के मां मुझ को मिलती है जन्नत खुद मशीन सी चलती हो, मुझ को देती है राहत, मां कहती है- क्या बनाऊं, बता तुझे क्या खाना है? पापा कहते - बाहर से क्या लाना है? जो ग्यारह महीने भाग-दौड़ कर हर फर्ज अपना निभाती है, जून का महीना आते ही फिर बच्ची बन जाती है। ग्यारह महीने ख्वाहिशें मन के गर्भ में रहती हैं, तेरे पास आते ही मां जन्म सभी ले लेती हैं। देश पे है विपदा आयी मैं भी फर्ज निभाऊंगी इस बार जून के महीने में मैं मायके नहीं आ पाऊंगी। तुम भी अपना ख्याल रखना, मैं भी मुस्कुराऊंगी, इस बार जून के महीने में मां, मैं मायके नहीं आ पाऊंगी 😔😢 # yogita Sondagar
aaram time... 😊
"आम" पर बोलना कोई आम बात नही.. स्वाद-सुगंध है बेमिसाल ,तुजमे ऐसी हे कोई खास बात.. गर्मियोमे नजर आया तू ,आकर सबके घर मे छाया तू.. खुशियाँ लाकर तूने खुद को किया इतना महान,की आज फुलो का "राजा" बनी तेरी पहेचान.. बात करु तेरे होने की,तो पथ्थर खाकर मीठा फल देना तेरा स्वभाव है.. तुजसे बनता आमरस-आमपन्ना याद आया है,तेरे संग आकर आचार ने भी अपना नाम कमाया है.. तेरी बात तो निराली है,जब तेरी गुटलि भी मुखवास मे काम आती है.. मन करता है पुरे साल के लिये तुजे लोक करू,और जब तेरी याद आये तब अपने फ्रिज़ के लोकर से तुजे पाऊ.. सबकी अपनी-अपनी बात है,बस तू हमारे लिये खास है.. इसलिये "आम"हमारा आम नही,पर "आम हमारा खास है"। 🙏🙏🙏🙏 yogita Sondagar
आम की आपबीती. "आम हैं मेरा नाम. ' भूख बढ़ाना मे रा काम, फलो का हु राजा मे सबका मन ललचाता मे कच्चा पक्का सबको मे लुभाता. एसिडिटी दूर कर हीमोग्लोबिन मे बढ़ाता. व्यंजन मुझसे कितने बनते. थक जाओगे गिनते गिनते. आचार की हु मे ही जान. आमरस से बढती भोजन की सान. दुख मुजे बस इस बात से होता. जब कार्बन से मुजे पकाया जाता. मतकर ये गलती तू इंसान इसे होगा सेहत को नुकसान. पथर से जो मुझको तोडा जाता पैड ये मेरा बड़ा कश्ट पाता ऑर्गेनिक तरीके से जिसने मुजे पकाया अच्छी सेहत ओर बढ़िया स्वाद हैं पाया. अगर मुझसे करते हो सच्चा प्यार. मेरा पैड लगाकर देखो एक बार. yogita Sondagar
મારી પાસે એક સપનાનો સંબંધ છે . . . મિત્રતા હજી એટલે જ અકબંધ છે , , , પકડીને હાથ ચાલ્યા હતા થોડે સુધી . . . હજી હાથમાં એની સુગંધ છે , , , ખેરવી કાઢ સુકાઈ ગયેલા બધાયે પાન . . . પાનખર પછી જ તો વસંત છે , , , સાથે હસતા , સાથે રમતા , સાથે જમતા , મિત્રતા જેવું બીજું ક્યાં કોઈ સગપણ છે . . . ? નથી મળ્યા વરસોથી એથી શું થયું . . . ? સંબંધ હજી એટલોજ અકબંધ છે,,, ચાલ , બધી જૂની યાદો તાજી કરીએ . . . હૈયામાં જે હજી અકબંધ છે , , , 🙏🙏🙏🙏❤
awesome morning... 🦚
love each other 💓
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