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simran

simran Matrubharti Verified

@simmi_creations
(1)

वो दाग ही क्या जो किसी पर लगे ही ना
बिना दाग के कोई संपूर्ण भी तो नहीं ना!
दाग ना होकर लोग सांपो को भी अपना मनाते है
पर दाग से ही लोगों ने लोगों को परखना सीखा ही है ना!

कहने को ये जिंदगी की कहानी का हिस्सा हुआ ना
फिर बिना दाग के हम अधूरे हुए ना
दाग ना होकर लोग लड़ना नहीं सीखते है
पर दाग से ही लोगों ने लड़ना सीखा ही है ना!

दाग ना देखे कोन गरीब और अमीर है ना
बस कर देता सबको दाग सहित है ना
दाग ना होकर अक्सर लोग अपनी पहचान भूल जाते हैं
पर दाग से लोगों ने नई पहचान बनाना सीखा ही है ना ।


दाग नहीं देखता कोन कितना पवित्र है ना
बस कर देता बुरे कर्मो का फल घोषित ना
दाग ना होकर अक्सर लोग भूल जाते बुरे कर्मो का फल
पर दाग से ही लोगों ने दुबारा किसी को दर्द नही देना सीखा ही है ना !


simran Creations

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तुम बिन ......

तुम बिन मैं कुछ नहीं
जैसे मछली पानी के बिना कुछ नही
ठंडी हवा पेड़ो के बिना कुछ नही
तितली फूलो के बिना कुछ नही
वैसे ही मै तुम्हारे बिना कुछ नही

तुम बिन ये संसार संसार नही
जैसे चूहे और बिल्ली के बिना कोई लड़ाई नही
शेर और शेरनी के बिना कोई लगाव नहीं
हाथी और कीड़ी के बिना कोई दोस्ती नहीं
वैसे ही मै तुम बिन कुछ नही !!

तुम बिन मेरी जिंदगी में कोई रंग नहीं
जैसे बारिशों के बिना आने वाली मिट्टी की खुशबू नही
ठंडी हवाओं के बिना सुकून नहीं
बारिश में भीगने के बिना एहसास नहीं
वैसे ही मैं तुम बिन कुछ नही !!

तुम बिन मेरी जिंदगी में कोई उम्मीद नहीं
जैसे बिना बीज के कोई फसल उगती नही
बिना धूप के कोई फूल निखरता नही
बिना नीलकमल शक्ति के वो परेशानी में लड़ सकता नही
वैसे ही मै तुम बिन कुछ नही !!

simran Creations

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#Depression

चलते फिरते इंसान को भी डिप्रेशन होने लगा है

बस मोहब्बत के गम में हर इंसान रात में बैठ कर रोने लगा है

और लोगों को दिखने लगा है

वो इंसान डिप्रेशन का शिकार होने लगा है

simran Creations

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( आशा – निराशा )

ख्वाबों से आशाएं मिली ..
लेकिन परिणामों से निराशा हासिल हो गई

नए रिश्ते जोड़ने की आशाएं मिली ...
लेकिन लोगों की नियत से निराशा हासिल हो गई

प्यार से बहुत आशाएं मिली ...
लेकिन नफरत से हमे निराशा हासिल हो गई

किमस्त से आशाएं मिली ...
लेकिन वक्त से निराशा हासिल हो गई !!

आसमान में उड़ने की आशाएं मिली ...
लेकिन जमीन पर गिरने से निराशा हासिल हो गई

रोशनी की ख्वाइश से आशाएं मिली ...
लेकिन अंधेरे के साए से निराशा हासिल हो गई !

मुस्कान से आशाएं मिली ....
लेकिन आंसुओ की बूंदों से निराशा हासिल हो गई !

दिल से आशाएं मिली ...
लेकिन दिमाग से निराशा हासिल हो गई !

मदद की आशाएं मिली ...
लेकिन एहसान होने पर निराशा हासिल हो गई !

दरवाजा खुलने पर आशाएं मिली ...
लेकिन उसके बंद होने पर निराशा हासिल हो गई !

सवेरे से आशाएं मिली ...
लेकिन रात में निराशा हासिल हो गई !

हिम्मत से आशाएं मिली ...
लेकिन उसके टूटने पर निराशा हासिल हो गई !

भगवान को देखकर आशाएं मिली ...
लेकिन उनकी परीक्षा लेने पर निराशा हासिल हो गई !!

..... simran Creations

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तेरे मेरे साथ का सफर वही खतम हुआ

जहा तेरी आत्मा का इस दुनिया से जाना हुआ

क्या हुआ अगर हम शरीर से ना मिले

तो तुम ऐसा करना ख्वाबों में आत्मा बनकर ही आ जाना !! 🫰🏻


simran Creations

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फस गई अब तेरे इरादों में ....

लेकिन तेरे इरादों की सजा दोनों को मिली

तू भी चला गया , मै भी चली गई

बस अब रह गया जो तेरी मेरी यादों का एक शरीर !!


simran Creations 🤍

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#Justice

🫰🏻 हम खुद के दिल को बचाने के लिए मन में मुकदमा लड़ते रह गए
और वो हमे सजा के रूप में हमेशा के लिए अलविदा कह गए !!

simran Creations

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वो हर चीज छीन लेती हो
जो सबसे प्यारी है मुझे
फिर कहती हो किस्मत में नहीं है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !


हर दिन एक नया दुख देती हो
सॉल्व ना हो पाए तो दर्द देती हो हमे
फिर कहती हो किस्मत में है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !


खुशियां का लालच देकर
हर कदम आगे बढ़वाती हो ...
वैसा ना हो पाए तो गम में डाल देती हो
फिर कहती हो किस्मत में है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैंने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !


आंसू पोंछने के लिए भी किसी को नहीं भेजती
मांगने का प्रयास करू तो
फिर कहती हो किस्मत में नहीं है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !


लोगों के ताने सुनने के लिए छोड़ दिया है तुमने
सुन लू तो
कहती हो किस्मत में है तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !


सब कुछ दर्द देने का लिखा है
कभी ये क्यों नही कहती ये दर्द नहीं है किस्मत में तुम्हारे
क्यों खफा हो जाती हो जिंदगी
आखिर मैने क्या कह दिया है तुम्हे
जो रोज रुलाती हो हमे !

simran Creations

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तेरे इंतजार में रफ्तार सी भी पकड़ी

जैसे चांद पर जाकर आने की उम्मीद नहीं

लेकिन मैने भी इंतजार में पापड़ बेलने की कसर ना छोड़ी

पर तेरे आने की खबर की कोई उम्मीद नहीं



तेरे इंतजार में घड़ियां चलती रही

हर दिन सूरज और चांद दौड़ लगाने लगे जल्दी जाने की

लेकिन मैने भी तेरे ख्यालों में जाने की कसर ना छोड़ी

पर तेरे मिलने की चाहत का कुछ अंदाजा ही नही !!



तेरे आने की आस में ज्योति जलती रही

बारिश और तूफान ने भी उसे बुझाने की हर कोशिश की

लेकिन मेरी चाहत ने बुझने ना दी

पर तेरी मुझे देखने की चाहत का कुछ पता नहीं



तेरे इंतजार में कुछ खामोश सी हो गई

खिले हुए फूल से मुरझाए हुए फूल जैसी हो गई

लेकिन मैंने अपनी आशा को निराशा नही दी

पर तेरे आने के बाद मेरे साथ रहने का कोई संकेत नहीं !!

simran Creations

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#Mindset


मैं कौन हूँ, क्या हूँ,
किस्मत आज इस बात का जवाब दो
क्या आपके हाथ की उंगली का एक मोहरा हूँ,
नामकरण हुआ, लोगों ने नाम दिया,
कपड़े भी लोगों ने दिए, एहसान किया उन्होंने
लेकिन कर्म मैने खुद किया ना
पर किस्मत आपने क्यों हक जताने दिया लोगों को मेरी जिंदगी पर

मैं कौन हूँ, क्या हूँ,
जिंदगी, आज इस बात का जवाब दो ,
क्या आपके हाथ की उंगली का एक मोहरा हूँ?
जब प्यार से रहना चाहूँ,आप खेलना शुरू कर दो,
आप खेलो मेरे साथ , फिर सारे रंग गायब कर दो
लेकिन जिंदगी को जीने का काम मेरा ना
पर आपने क्यों हक जताया मेरी जिंदगी पर

मैं कौन हूँ, क्या हूँ,
भगवान आज इस बात का जवाब दो
क्या आपके हाथ की उंगली का एक खिलौना हूँ?
जब खुद से चलाना चाहूँ,आप रास लीला दिखा दो,
कुछ मांगू तो हमेशा आप उससे उल्टा कर दो ,
लेकिन अपनी कहानी का लिखने का काम मेरा ना
पर आपने क्यों हक जताया खुद भी और जताने दिया किस्मत और जिंदगी को मेरी कहानी पर !!

simran Creations

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