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पुराना लेटर और वो पुराना वेटर जो तुम्हारा लेटर मुझे दे कर गया था। क्योंकि तुम मेरे गुस्से से डरते थे। इसलिए मुझसे कहने में कतरा रहे थे। वेटर को पैसे देकर मुझे लेटर पहुंचाया मैंने लेटर खोल कर पढ़ना शुरू किया पढ़ने के साथ साथ मेरा गुस्सा बढ़ गया एक लेटर लिख कर मैंने भी उसे भेज दिया हिम्मत नहीं तो क्यों एतबार करते हो लेटर किसी ओर के हाथ भेज क्यों कागज को बर्बाद करते हो। कहने की हिम्मत नहीं पुरा जीवन कैसे बिताओगे तुम तो ठहरे परदेसी जीवन भर क्या साथ निभाओगे। वो पढ़ कर लेटर मेरे सामने चला आया नजरे उठा कर मैंने उसे देखा पसीने उसके छूट रहे थें। फिर भी हिम्मत वो कर रहा था। मुझे कहने लगा मारना हो तो मार लो लेकिन प्यार तुमसे करते हैं। और अब दीदार तुम्हारा करते हैं। वो लेटर में क्या लिखा आप लोगों को क्यू बताऊ लेकिन उसने सुनो लिखा उसी पर यह दिल पिघल गया। वो पुराना लेटर था जिसने हमें मिलाया था सामने लाने के लिए उसे मैंने गुस्सा कर लेटर भिजवाया था। Nisha k 💓💓
आखिरी बेंच (Ahmedabad air crash) बिखर गए वो आसमान में उड़ते ना जाने कितने लोगों के सपने बिखर गए वो आसमान में उड़ते ना जाने कितने लोगों के अपने छा गया मातम पुरे देश में लोगों की हंसी चीखों में बदल गई । भरी दोपहरी में काले बादल छा गए सुखद यात्रा दुखद हादसे में बदल गई। मौत का बुलावा आया है कोई कहा जान पाया था । कुछ ही पल में वो उडा कुछ ही पल में टकरा गया था। कोई खाना खाने बैठा सिर पर उसके विमान आया था। खाना थाली में रह गया खून से चारो तरफ मातम छाया था। जल कर वो राख हो गए न जाने कैसी मौत आई है क्या कसूर था पता नहीं एक घटना थी जो ऊपरवाले ने रचाई है। मौत आई ऐसे छुपकर किसी ने कुछ सोचा ही नहीं ना वक्त मिला कहने का किसी ने किसी को पुकारा ही नहीं। सोच कर हम कांप रहे हैं । कैसी मौत मिली उन्हें कि उनके अपने ही उन्हें नहीं पहचान रहे हैं। इस जीवन की आखिरी बेंच थी उनकी जहां वो गए सभी साथ फिर वो लोटें ही नहीं NISHA K....😔😔
अधूरा प्यार नहीं वो अधूरी चाहत कहो चाहा था मैंने तो उसे उसने ना चाहा इसमें मेरा क्या कसूर मै सच्चा था फिर भी झूठा हो गया प्यार किया था उसे इसलिए मुझसे रूठी रह गई। बना गई वो दोषी मुझ जैसे निर्दोष को ना पहचान सका मै आज तक इसमें मेरे दिल का क्या कसूर था प्यार ही तो किया था दिल पर मेरा जोर नहीं हु मैं आज भी शरीफ दिल की वो चोर रही। उसके अदा मुझे भा गई इसमें मेरा क्या कसूर वो तो मुझसे कह गई "हमे तुमसे प्यार नहीं हुजूर " वो मुझे अधूरा छोड़ गई प्यार किया था उससे उसने मेरे प्यार को अधूरा प्यार का नाम दिया। Nisha k...
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