Quotes by ArUu in Bitesapp read free

ArUu

ArUu Matrubharti Verified

@aruuprajapat6784
(824)

Bhai bat suno
तुम दुखी होने को ही पैदा हुए हो...समझो इस बात को☹️
तुम लोगों से किसी की खुशी नहीं देखी जाती
हर चीज में टांग नहीं अड़ाते है
इतने मैच्योर कभी नहीं होना चाहिए इंसान को कि जिंदगी बोझ लगने लगे... समझदारी जिंदगी को नीरस कर देती है।अब खुश है तो है 🫣इतनी बोझभरी भागदौड़ की जिंदगी में अगर इंसान कुछ छोटी छोटी खुशियों से खुश हो रहा है तो उसे खुश होने दिया करो 😒टोका टोकी मत किया करो तुम्हे नहीं पसंद तो तुम मत करो पर ज्ञान नहीं दिया करो🤭
न ही किसी की खुशी में खलल डाल कर cool बनने की कोशिश किया करो🙁कितनी बार समझाऊं एक ही चीज को ...बताओ इतना तो तुम्हारे टीचर ने तुम्हे मैथ्स के सवाल नहीं समझाए होंगे जितनी बार मैं एक बात समझा चुकी...दिमाग में इतना भी कचरा नहीं रखते कि किसी की सरल सी बात ही समझ न आए😐अब देखो हमें हिन्दू बनने का इतना चस्का लगा था कि अंग्रेजी नववर्ष पर किसी ने सेलिब्रेट किया तो हमने फिर बड़े बड़े पैराग्राफ लिख दिए सनातनी होने पर...पर अभी दो दिन पहले हिन्दू नववर्ष पर wtsp insta स्टेटस लगाने के सिवा किसी ने कोई प्रमाण नहीं दिया सनातनी होने का😐क्यों भाई...फिर क्यों तुम्हे बस दूसरों की खुशियों में कूल बनना होता है । बुरी परंपराएं रिवाज जातिवाद कुरीतियां प्रथाएं इनका विरोध करने की हिम्मत तुम्हारी हो नहीं रही जो लोगों की जिंदगी तक छीन लेती है ...वो तुम मूकदर्शक बन कर देख लोगे पर कोई खुश हो रहा है वहां ही तुम्हे टांग क्यों अडा़नी है😒बताओ
अब लोग gibhli इफेक्ट लगा k खुश हो रहे तो बस फिर आ गए कि अच्छा ये इंसान खुश है तो आखिर क्यों है😐न भाई न
हमसे न देखा जायेगा।विरोध करना ही है तो AI का करो उसने भी तो छीनी है कितनी ही नौकरियां...कितनी ही मशीनें है जिसने इंसान की मजदूरी छीन काम को सस्ता और सरल कर दिया...नहीं किया करो उनका प्रयोग ओर लगाओ वहां मजदूरो को ...मत छीनो उनकी मजदूरी... ना तब तो तुम्हे वहां अपना नफा नुकसान देखना है।
इंसान ने इंसान को जानवर बनते हुए देखा तो सहर्ष स्वीकार कर लिया पर इंसान अगर कार्टून इफेक्ट लगा कर खुश है तो हमसे नहीं देखा जा रहा।
अरे नहीं किया करो ऐसे...थोड़ा हल्का रहा करो और जो जिंदगी मिली है उसे खुल कर जीओ और जीने दो😍
दूसरों की खुशियों में खुश हो जाया करो
क्योंकि जिंदगी न मिलेगी दोबारा♥️
ArUu ✍️

Read More

भूलने की इतनी भयंकर बीमारी लगी है।
पहले थी पर थोड़ी कम ...अब तो भाई साहब खतरनाक वाली भुलक्कड़ बन गई हूं।
जो काम करने जाती हूं बस उसके सिवा सारे काम कर आती हूं...फिर सोचा ऐसे भूलने से तो काम नहीं चलने वाला तो मैंने इससे बचने को😒हाथ पर लिखना शुरू किया
बस फिर क्या ... अब हाथ पर लिखा; पढ़ना भूल जाया करती हूं।मैं एक दिन में 4-5 अलार्म फोन पर सेट कर के रखती हूं ...लेबल लगा कर ताकि वो बजने लगे तो काम याद आ जाए ☹️इतना भला कौन भूल सकता है
बुढ़ापा आने में तो अभी देर है फिर जाने कैसे इतना भूलने लगी हूं🧐
और बड़ी बात...जो चीज भूलना चाहती हूं वो नहीं भूली जाती मुझसे वो तो हर घड़ी याद रह जाती है और जिनको याद रहना होता है वो ही सबसे पहले रीसाइकल बिन में घुस जाती है।😟
अब मेरी मेमोरी कार्ड में कोई वायरस घुस गया लगता है।
या कोई सस्ता सा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो गया है जिसने मेरे मेमोरी कार्ड को हैक कर रखा है।
फिर कहीं पढ़ा कि भाई बादाम खाने से याददाश्त बढ़ती है...बादाम भी खरीद ली पर अब भिगोना भूल जाती हूं
और कभी अच्छा मूहर्त हो और याद भी रह जाए भिगोना तो... खाना भूल जाती हूं🤷🏻‍♀️और फिर लोग कहते है याद नहीं करती आज कल🙁अब उनको क्या बताऊं कि मुझे खुद याद नहीं रहता कुछ... मै उनको क्या याद करु
मेरा पूरा दिन तो मेरी भूली हुई चीजें याद करने में निकल जाता है।
ArUu✍🏻

Read More

कुछ सफर कठिन होते है पर जरूरी होते है👍🏻
ArUu ✍️
- ArUu

ऑफिस में सब कहते है आप काम करना नहीं चाहते
अब उनको कैसे बताऊं कि भाई काम को भी तो पूछ लो एक बार
वो मुझसे होना भी चाहता है या नहीं
में काम करना चाहती हूं पर काम मुझसे होना नहीं चाहता
अब इसमें मेरी क्या गलती🤷🏻‍♀️
ArUu ✍️

Read More

ये जो कतरा कतरा मर रही हूं मैं
कभी तो जीने की ख्वाहिश की होगी
ArUu ✍️
- ArUu

फ़कत एक सुकून ही तो है जो नसीब में नहीं है
- ArUu
ArUu ✍️

एक इंसान को इतना मजबूत हमेशा होना चाहिए
की वो छत पर बैठ कर अकेले तारे गिन सके
अकेला अपनी ही बातों पे खिल खिला कर हँस सके
सहारा देने के लिए कोई कंधा न हो तो अपनी पीठ थपथपा सके
भीड़ में कोई हाथ थामने वाला न हो तो अकेले पूर्ण आत्मविश्वास के साथ चल सके
एक इंसान को इतना मजबूत हमेशा होना चाहिए
की वो अकेला होने पर खुद की हिम्मत बन सके👍🏻😍
ArUu ✍️

Read More

एक शाम आएगी
जब मन शांत होगा
चित्त स्थिर होगा
और वक्त ठहर जाएगा
यादें थोड़ी खोई होगी
जमीं थोड़ी रोई होगी
फैसला थोड़ा विकट होगा
आसमां थोड़ा निकट होगा
कल्पनाओं की छांव में थोड़ा सुस्ता लेंगे
गम के बोझ को भाड़े पर दे
हर हाल में मुस्कुरा देंगे😍
ArUu ✍️

Read More

यहां हर कोई भाग रहा है
कुछ लोग ठहरने के लिए
कुछ सदा के लिए चलते रहने के लिए
कुछ भीड़ के लिए
कुछ एकांत के लिए
कुछ मौत के लिए
कुछ जीवन के लिए
और भाग रहे है सब
कुछ दुनिया से
तो कुछ खुद से
ArUu ✍️

Read More

ढूंढोत्सव से ही उम्मीदों का
बोझ लांध दिया जाता है
पुरुष पर पुरुष होने का🙂
- ArUu