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ArUu

ArUu Matrubharti Verified

@aruuprajapat6784
(824)

भगवान का लाख लाख sukar है कि अप्रैल महीना खत्म हो रहा।
भाई इसने शुरू से ही मेरी जिंदगी में तबाही मचा के रख दी।
एक अप्रैल को मैने सबको अप्रैल फूल बनाया और 2तारीख से इस महीने ने मुझे अप्रैल फूल बना दिया🥲और पूरे month prank किया जो अलग🙂मेरी गाड़ी मेरी हड्डियां और आंखें eyebrows or सबसे कीमती मेरे hairs 🫠 पर अब ये महीना सकुशल बीत गया है😂इसकी खुशी है... ठीक होने में अभी भी 2-3 महीने लग जाएंगे पर मुझे लगता है अप्रैल खत्म होने के बाद से ही रिकवरी प्रोसेस थोड़ा फास्ट हो जाएगा😅इतने बुरे वक्त में परिवार और खास दोस्तों का खूब सपोर्ट मिला और तहसील स्टॉफ जिन्होंने इतने बुरे वक्त में मेरा बहुत साथ दिया😍🫶🏻सबको दिल से धन्यवाद मेरी हिम्मत बनने के लिए ❤️
- ArUu

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भगवान का लाख लाख sukar है कि अप्रैल महीना खत्म हो रहा।
भाई इसने शुरू से ही मेरी जिंदगी में तबाही मचा के रख दी।
एक अप्रैल को मैने सबको अप्रैल फूल बनाया और 2तारीख से इस महीने ने मुझे अप्रैल फूल बना दिया🥲और पूरे month prank किया जो अलग🙂मेरी गाड़ी मेरी हड्डियां और आंखें eyebrows or सबसे कीमती मेरे hairs 🫠 पर अब ये महीना सकुशल बीत गया है😂इसकी खुशी है...इतने बुरे वक्त में परिवार और खास दोस्तों का खूब सपोर्ट मिला और तहसील स्टॉफ जिन्होंने इतने बुरे वक्त में मेरा बहुत साथ दिया😍🫶🏻सबको दिल से धन्यवाद मेरी हिम्मत बनने के लिए ❤️
- ArUu

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मैं खोज रही हूं
खुद को
कभी पा लेती हूं
कभी फिर से खो देती हूं
कभी जान लेती हूं सब
कभी फिर से अजनबी बन जाती हूं
जाने अनजाने
सबसे ज्यादा व्यथित किया है
सजा दे कर फिर
मरहम लगाती हूं
खुद को
कभी धूप बन कर
सहलाती हूं खुद को
कभी छांव बन
खुद में ही छुप जाती हूं
आशाओं की किरणों को समेट हर बार
जगमगाती हूं खुद को
बाहर वेदना है
भीतर है क्रंदन
जलमग्न आंखे
चेतना है गुमसुम
फिर हरा कर सारे गम
खोजती हूं खुद को
ArUu ✍️

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राम चंद्र कह गए सिया से
ऐसा कलयुग आयेगा
मेरे ही नाम पर लड़ेंगे लोग
फिर ना मानव कोई कहलाएगा😑
- ArUu

भोग विलास जातिवाद उच्चनीच समाज और धर्म के बंधनों में बंधा इंसान
इच्छा रखता है मोक्ष प्राप्ति की😅
- ArUu

उम्मीदों से दुनियां रोशन है
और रिश्ते बर्बाद🫠
- ArUu

किसी ने मुझसे बोला
मैं हँसते हुए बड़ी अच्छी लगती हूं
तब से मैं जब भी खुद से मिलती हूं
मुस्कुराकर मिलती हूं
कई बार जब आइने के सामने खड़ी होती हूं तो मजबूती से मुस्कुरा देती हूं
वो मजबूती होती है मेरे हर बार गिर कर उठ खड़े होने की।
मुझे लगता है एक इंसान को इतना मजबूत हमेशा होना चाहिए कि वो जब भी गिरे तो मजबूती से उठ खड़ा हो। किस्मत कई बार जीवन में ऐसे हालातों से रूबरू करवा देती है जहां इंसान टूट कर बिखर जाता है...उन्हीं टूटे टुकड़ों को ढाल बना कर उन हालातों से लड़ा जाए तो जीत कितनी खूबसूरत हो सकती है...एक मजबूत हौसला इंसान को कितना खूबसूरत बना सकता है...जो लड़ता है हर बार और जीतने की उम्मीद में फिर से उठ खड़ा होता है ...टकराता है किस्मत के हर थपेड़ों से और पहले से ज्यादा आत्मविश्वास से भरपूर और मजबूत हो जाता है😍

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वो तुम्हें कहेंगे पढ़ने को शास्त्र पुराण और मनु संहिता...पर सुनो
तुम संविधान पर अड़े रहना🤞🏻
- ArUu

आज के जमाने में
न पति परमेश्वर होता है
न मां बाप भगवान
हे स्त्री
तू उठ और पूरे कर अपने ख्वाब
सजा सुरमे की जगह रक्त अपनी आंखों में
ओढ़ ले चट्टानों सा हौसला
क्योंकि अब तुझे नहीं झुकना किसी तूफान के आगे

ना अबला, ना सहमी, ना किसी की दासी,
तू खुद में पूर्ण, तू खुद एक काशी,
हर बंधन को कर तू राख,
लहू से सींच अपने पथ को,
हर कांटे को बना तू अपना ताज,
दुनिया चाहे जो भी कहे,
तू खुद लिख अपनी आवाज़।
ना मांग तू अब किसी से इज़ाज़त,
तेरा हक़ है उड़ान, तेरी है विरासत।
घूंघट की ओट से अब देखना नहीं,
तू सूरज बन, अंधेरों से डरना नहीं।

तेरे हर आँसू ने एक इंक़लाब लिखा है,
तेरी खामोशी ने भी बहुत हिसाब लिखा है।
अब वक़्त है कि तू अपना नाम करे,
हर फिज़ा में अपनी पहचान भरे।

चल, रच इतिहास अपने कदमों के निशां से,
इस दुनिया को बदल दे अपनी मुस्कान से।
अब तुझमें कोई कमी नहीं, कोई सवाल नहीं,
तू जवाब है, तू क्रांति है — तू कमाल है
तू सिर्फ़ एक स्त्री नहीं, तू सृजन है, तू संहार है,
जो तुझसे टकराए, समझ ले—वो खुद ही हार है।

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इस जहां की दो बड़ी बीमारी,
एक मोहब्बत, दूसरी नौकरी सरकारी।
एक कर के बर्बाद हो रहे थे लोग,
हमने दोनों कर डाली — हम पे तो खुदा भी हैरान भारी।

मोहब्बत में मिली seen वाली सज़ा,
सरकारी नौकरी में “Pending” हर मज़ा।
दोनों में ही लगी फाइलें दिल की,
एक ने reject किया, दूसरी ने hold कर दिया जिन्दगी।

अब इश्क़ में दिल नहीं, और दिमाग़ नौकरी में नहीं,
संडे को भी लगता है कि ऑफिस खुला कहीं!
सोचा था Hero बनेंगे मोहब्बत के मैदान में,
निकले Peon सरकारी सिस्टम के भान में।
कभी सोचा था ज़िंदगी होगी romantic सी web series,
पर निकली सरकारी मेल पर फंसी boring सी theories।
पहले सोचते थे शादी करेंगे बचपन के प्यार से
अब सोचते है इंक्रीमेंट मिलेगा इस बार सरकार से
दोनों जगह लगा है दिल से investment,
पर return मिला सिर्फ़ “mental harassment”!
सोचते हैं Himalaya निकल जाएं छोड़ के ये दुनियादारी,
पर उधर भी सिग्नल नहीं... और इधर भी छुट्टी नहीं सरकारी

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