Bekhouff Ishq - 17 in Hindi Love Stories by kajal jha books and stories PDF | बेखौफ इश्क - एपिसोड 17

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बेखौफ इश्क - एपिसोड 17

यह एपिसोड ‘बेखौफ इश्क’ की कहानी को नए मोड़, रिश्तों की गहराई और आत्म-सम्मान की दिशा में आगे लेकर जाता है। आयाना के भीतर की जंग, परिवार में बदलाव, और उसके नए फैसलों के बीच यह कहानी उसके आत्म-निर्णय और प्यार की परिभाषा को उजागर करती है।नई सुबह – आत्मविश्वास की लहरअब आयाना अपनी वेब सीरीज के शूटिंग सेट पर थी। मंडली के साथ उसके रिश्ते मजबूत हो गए थे। हर कोई उसके नए अभिनय की तारीफ कर रहा था। आयाना ने महसूस किया कि अब उसे अपने निर्णय खुद लेने हैं। वह अपने किरदार में भावनाओं का अक्स ढूंढ़ रही थी – जैसे उसके अपने दिल के जज्बात स्क्रीन पर उतर आए हों। इस नई पहचान की तलाश में उसे भी खुद से प्यार करना सीखना था।संस्कार और आयाना – नयी परिभाषासंस्कार एक बार फिर आयाना से मिलने आया। दोनों एक पार्क में मिले, जहां पुरानी यादें और नई भावनाएँ मिलकर एक जटिल संवाद बुन रही थीं। संस्कार ने कहा,

“अब हमें अपनी राहें खुद तय करनी हैं, लेकिन एक-दूसरे के सम्मान में।”

आयाना मुस्कुराई और बोली,

“प्यार बंदिश नहीं, समझौता है। आज मैं खुद के लिए खड़ी हूँ, पर तुम्हारी जगह मेरे दिल में बनी रहेगी।”वे दोनों जानते थे कि उनकी कहनी के कुछ हिस्से अभी भी अधूरे हैं, मगर अब उनके रिश्ते की नींव में स्वतंत्रता और आत्मसम्मान दोनों हैं।अनिरुद्ध की नयी उड़ानअनिरुद्ध अब एक अलग शहर जा रहा था, अपना स्टार्टअप शुरू करने। उसने आयाना को विदा किया — वो दोस्ती के लिए शुक्रगुज़ार था, पर आगे बढ़ने के लिए तैयार। दोनों की बातचीत अब कम हो गई, लेकिन दिल में एक दूसरे के लिए कृतज्ञता बाकी थी।परिवार – धूप और छावरूही अपनी स्कॉलरशिप के लिए बाहर जाने की तैयारी कर रही थी। पिता के स्वास्थ्य में थोड़ा सुधार आया, और माँ अब पहले से ज्यादा मजबूत दिखती थी। आयाना अपने नए काम के साथ घरवालों के और करीब आ गई थी। परिवार का प्यार फिर उसकी ताकत बन गया — जीवन में हरदम किसी ना किसी रूप में छाव और सूरज दोनों मिलते हैं।राघव – रिश्ते की नयी शुरुआतवेब सीरीज के एक इमोशनल सीन के बाद राघव ने आयाना को बाहर खाने के लिए बुलाया। दोनों ने तय किया कि वे अपने रिश्ते को बिना किसी दबाव के, धीरे-धीरे और सच्चाई के साथ आगे बढ़ाएंगे। आयाना इस नई शुरुआत के लिए उत्साहित थी, मगर सच्चाई यह थी कि वह अपने पिछले अनुभवों से बहुत कुछ सीख चुकी थी।खुद के लिए पहला कदमआयाना ने एक रात अपनी डायरी में लिखा:

“मैं अब किसी से कम नहीं। मेरा प्यार, मेरा विश्वास, और मेरी मेहनत – यही मेरी असली पहचान है।”वह हर चैलेंज को स्वीकार करती, हर खुशी को गले लगाती आगे बढ़ने लगी। वेब सीरीज की कामयाबी, अपनों का साथ और खुद के प्रति बढ़ता सम्मान उसकी यात्रा को नयी दिशा दे रहा था।पुनर्मिलन और नई उम्मीदसंस्कार एक बार फिर सिलसिलेवार मिलना चाहता था, मगर अब वह भी जानता था — उनका रिश्ता नए रूप में है। पार्क की उसी बेंच पर उन्होंने बातें कीं। संस्कार ने कहा,

“तुम्हे देखकर लगता है, खुद को जो सम्मान देती हो वही असली प्यार है।”आयाना मुस्कुराते हुए बोली,

“सफर अभी खत्म नहीं हुआ, असली कहानी अब शुरू होती है।”उनकी बातें रात के चांदनी में गूंजती रहीं — जिंदगी को बेखौफ जीना, सपनों की तलाश करना और अपने दिल की धड़कनों को सुनना, यही है ‘बेखौफ इश्क’ की असली उड़ान।