Bekhouff Ishq - 16 in Hindi Love Stories by kajal jha books and stories PDF | बेखौफ इश्क - एपिसोड 16

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बेखौफ इश्क - एपिसोड 16

बेखौफ इश्क – एपिसोड 16


अनिरुद्ध का निर्णायक मोड़अनिरुद्ध को उसकी लिखी फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड मिल गया। उसने मंच से आयाना को धन्यवाद कहा: “अगर सच्चे साथी हों, तो हर शब्द, हर फ्रेम बोल उठते हैं।”आयाना ने महसूस किया कि किसी का समर्थन, प्रेम और सच्ची दोस्ती ही हमें अंधेरे से बाहर निकाल सकते हैं। अब अनिरुद्ध के साथ उसकी टीमवर्क अनोखी ऊंचाई पर थी—मगर दोनों के रिश्ते की परिभाषा सिर्फ दोस्ती ही रही।संस्कार और आयाना – एक नई शुरुआतसंस्कार ने एक शाम खुलकर कहा—“अगर ज़िंदगी हमें हर बार अलग दिशा में ले जाती है, तो डरना नहीं चाहिए। बस, भरोसा रख…आयाना ने उसकी आंखों में झांककर बोला, “मुझे तुम्हारी दोस्ती ही चाहिए, ‘नाम’ चाहे कोई भी हो।”दोनों ने वादा किया कि करियर, परिवार, सपनों और रिश्तों के बीच भी वे एक-दूसरे

धड़कनें, फैसले और एक नई सुबहआयाना के जीवन में अब कई मोड़ आ चुके थे। वह अपनी कला के शिखर पर पहुँच चुकी थी, मगर दिल के जज़्बात कहीं अभी भी विरोधाभास से भरे थे। संस्कार का शहर छोड़कर जाना, अनिरुद्ध की दोस्ती, और परिवार की उम्मीदें उसकी सोच को पलट रही थीं। उस वक्त जब सपनों की उड़ान होती है, तभी यह एहसास भी होता है कि ज़िंदगी की सचाईयां और भी गहरी होती हैं।नए विकल्प की खोजआयाना को एक बड़ी फिल्म में रोल ऑफर हुआ था। यह फिल्म उसकी जिंदगी के एक अलग पहलू को दर्शाती थी—खुद की लड़ाई, संघर्ष और पहचान की कहानी। वह इस प्रस्ताव की चुनौती को स्वीकार करने के बारे में सोच रही थी।मगर इस बीच, अनिरुद्ध ने आयाना को बताया कि वह खुद भी अपनी ज़िंदगी के नए अध्याय की शुरुआत कर रहा है। दोनों ने महसूस किया कि अब उनकी राहें अलग हो रही हैं।“हमारी दोस्ती एक खूबसूरत कहानी थी, पर हर कहानी की अपनी सीमा होती है,” अनिरुद्ध ने कहा।संस्कार और आयाना – दिल की दूरीसंस्कार अब एक अलग शहर में स्थायी नौकरी पाने के बाद अपनी ज़िंदगी बसाने की कोशिश कर रहा था। उसने आयाना को फोन किया और कहा,

“शायद भविष्य हमारे लिए कुछ और तय कर रहा है।”आयाना ने उत्तर दिया,

“सपनों के साथ प्यार करना सीखना होगा, संस्कार। दूरी इसका अंत नहीं, यह एक नया रूप है।”वे दोनों एक-दूसरे की सोचों में खो गए, लेकिन वे जानते थे कि सच्चा प्यार विश्वास और समझ से आगे बढ़ता है।परिवार की नई चुनौतियाँघर में फिर से एक छोटी सी सांठगांठ हुई। रूही की पढ़ाई के लिए एक बड़ी स्कॉलरशिप मिली, लेकिन पिता की तबीयत अचानक बिगड़ गई। घर के बचे सदस्य फिर से एक-दूसरे का सहारा बनने लगे।माँ ने आयाना को हिम्मत देते हुए कहा,

“जिंदगी में हर धूप के बाद छांव आती है बेटा; तुझ जैसे लोग उसे और खूबसूरत बनाते हैं।”यह परिवार की हिम्मत और प्यार का असर था जिसने आयाना को फिर से नई ऊर्जा दी।नए रिश्ते की ओर कदमराघव ने आयाना को एक खास अवसर दिया—एक वेब सीरीज में खत्म होती भूमिका। दोनों ने फैसले किए कि वे अपने रिश्ते को इस नयी तरह से संभालेंगे। यहीं नहीं, संस्कार भी समझ चुका था कि दिल के रिश्ते निभाने के कई रूप होते हैं।खुद के सामने खड़ा होनाआयाना ने अपनी जिंदगी के नए पड़ाव को समझना शुरू किया। उसने सोचा कि अब वह खुद को ही प्राथमिकता देगी, अपने सपनों और अपनी खुशी को। वह जानती थी कि अब वह अकेली नहीं, अपने निर्णयों का सम्मान करती हुई महिला है।एक नई शुरुआत की शामनयी वेब सीरीज के फ्लैशबैक में आयाना ने अपना अभिनय दिखाया। मंडली ने उसको सराहा। उसी रात संस्कार उससे मिला। दोनों ने नए भावनात्मक सिलसिले की शुरुआत की।संस्कार ने कहा,

“तुम मेरे दिल की सबसे खास जगह हो, भले ही हालात अलग हों।”

आयाना ने मुस्कुराते हुए कहा,

“हमारे सफर में अभी बहुत कुछ बाकी है।”