सिमरन का गाना दिन ब दिन फेमस होता जा रहा था और लोगो के दिल को उसकी आवाज छू गई थी। अब सिमरन के चर्चे चारों और थे। साहिल के मम्मी पापा यानी कि गोपाल जी और वेदना जी भी यह न्यूज सुनते है। उनके प्रोडक्शन हाउस से एक न्यू सिंगर को लॉन्च किया गया और उस आवाज ने आते ही सभी के दिलो में अपनी जगह बना ली है। और यह न्यू सिंगर कोई और नही, बल्कि साहिल मेहता की वाइफ सिमरन ही है।
गोपाल जी और वेदना जी भी यह सब सुनकर बहुत खुश होते है और साहिल को फोन करते है।
गोपाल जी - हेलो साहिल, कैसे हो बेटा?
साहिल - हां जी पापा, मैं बिल्कुल अच्छा हुं। तभी वेदना जी, गोपाल जी के हाथ से फोन ले लेती है और पूछती है कि;
वेदना जी - कैसा है मेरा बेटा, हमे तो भूल ही गए न! कभी फोन भी नही करते हो मुझे। तानिया कैसी है? और मेरी बहु कैसी है? मुझे अभी बताया तुम्हारे पापा ने कि हमारी बहु ने तो हमारा नाम रोशन कर दिया है! साहिल बाद अपनी मम्मी को सुने जा रहा होता है और स्माइल कर रहा होता है। तभी गोपाल जी फोन को स्पीकर पर कर देते है और बोलते है कि;
गोपाल जी - अरे आप साहिल को कुछ बोलने का मौका देंगे तो वो जवाब देगा ना! और फिर साहिल और गोपाल जी दोनो हंसने लगते है।
वेदना जी - आप दोनो कभी नही सुधरेंगे! कोई बात नही, हम अपनी बहु को अपनी तरफ कर लेंगे!
गोपाल जी - हां लेकिन उसके लिए पहले हमे उससे मिलना तो होगा ना!
पर गोपाल जी की यह बात सुनकर साहिल थोड़ा सोच में पड़ जाता है। तब तक गोपाल जी बोलते है कि;
गोपाल जी - बेटा साहिल, हम एक दो दिन में यहां का कुछ इंपोर्टेंट काम खत्म करके फिर आगरा आ रहे है। यह सुनते ही तो, वेदना जी भी बहुत खुश हो जाती है। साहिल भी अपने मम्मी पापा के आने की खबर सुनकर बहुत खुश होता है, लेकिन साथ ही उसे कोई बात परेशान भी कर रही होती है।
साहिल - वाह, चलो आपकी बहू के बहाने आप दोनो मुझसे भी मिलने तो आ रहे हो, वरना तो कभी समय ही नही निकलते हो आप, अपने बच्चो के लिए!
गोपाल जी - हां हां, अब ताना मारोगे तुम अपने ही पापा को, रुको आ रहे है हम दोनो! फिर अच्छे से खबर लेंगे!
उसके बाद साहिल, अपने मम्मी पापा से कुछ देर बात करके फिर फोन रख देता है।
इधर आचार्य हाउस में राजीव जी अपने प्रोडक्शन हाउस में किरण का भी एल्बम रिकॉर्ड करवाते है और उसे पब्लिक भी कर देते है। उन्हे उनकी बेटी की आवाज पर भरोसा था कि वो खुद की आवाज से भी लोगो का दिल जीत लेगी! लेकिन किरण को तो बिना मेहनत के सब चाहिए होता है। उसे अपनी गलतियां सुधारनी नही होती है, बल्कि गलतियों को छुपाना होता है। इसलिए किरण की आवाज लोगो को इतनी प्रभावित नही कर पाई। उसकी आवाज की तुलना सिमरन की आवाज से होने लगी, जिससे उसे और भी नुकसान हुआ। यह सब किरण के लिए से पाना मुश्किल था।
इधर सिमरन बहुत खुश होती है क्योंकि उसे अब पहचान मिल गई थी। अब लोग उसे उसके नाम से पहचानने लगे थे। सिमरन अपने कमरे में बैठी होती है और कुछ दिन से उसकी जिंदगी में जो बदलाव हुए है, उन्हे सोच रही थी। सिमरन मन में सोचती है कि साहिल ने कितना कुछ किया है ना मेरे लिए! इतनी निस्वार्थ मदद आज की दुनिया में कौन करता है। मैं सच में कितनी लकी हूं कि मुझे साहिल जैसा पति मिला! यह सब सोचकर वो खुद अपनी बात पर ध्यान देती है और बोलती है कि, यह मैने अभी साहिल को अपना पति क्यों बोला? फिर खुद को डाटते हुए बोलती है कि सिमरन, आजकल पागल हो गई है तू, यह सिर्फ एक कॉन्ट्रैक्ट मैरिज है, जिसे तुझे जल्दी से खत्म करना है। ऐसे अजीब बिहेव मत कर, उस दिन भी पता नही क्या हो गया था तुझे? और फिर वो साहिल के करीब होने का एहसास करने लगती है, और वो सब याद करके मंद मंद मुस्कुराने लगती है।
तभी साहिल उसके कमरे के बाहर आता है, और दरवाजा नॉक करता है। लेकिन सिमरन अपने ख्यालों में इतना खो जाती है कि उसे दरवाजे की आवाज सुनाई ही नही देती है। तो साहिल कमरे में आता है और देखता है कि सिमरन अपने बेड पर बैठी हुई है और मुस्कुरा रही है। सिमरन उस समय बहुत प्यारी लग रही थी साहिल को! साहिल तो उस पल को अपनी नजरों में कैद कर लेना चाहता था। तभी सिमरन अपने ख्यालों से बाहर आती है तो देखती है कि साहिल उसके सामने खड़ा है, और एकटक उसे देखे ही जा रहा है। यह देखकर पहले तो सिमरन को विश्वास नही होता है कि साहिल सच में उसके सामने खड़ा है। सिमरन समझती है कि वो अभी भी सपनों में ही खोई हुई है। तो सिमरन चेक करने के लिए अपने हाथ से साहिल को छूकर देखती है, इससे साहिल भी अपने ख्यालों से बाहर आता है, और सिमरन को इस तरह कन्फ्यूज देखकर हंसने लगता है।
सिमरन - हंस क्यों रहे हो तुम साहिल? वो उसी भोलेपन से पूछती है।
साहिल - बस ऐसे ही! और सिमरन के गालों पर हल्का सा पिंच करता है, तो सिमरन भी शरमा जाती है। वैसे मैं तुम्हे यह बताने आया था कि अब तुम्हारा शेड्यूल बहुत व्यस्त रहने वाला है। क्योंकि अब तो एल्बम की लाइन लगी है तुम्हारे लिए!
सिमरन - जो हुक्म मेरे आका!
साहिल - अच्छा, तुम आज फ्री हो ना, शाम को? तुम्हे याद है ना कि हम दोनो को कही जाना है। साहिल उसे याद दिलाता हुआ बोला।
सिमरन - हां साहिल,मुझे याद है। इससे हमे काफी मदद हो जायेगी!
साहिल - हां, सही कहा तुमने सिमरन!
सिमरन - वैसे मैं अभी कंपनी ही आ रही थी साहिल! चले क्या अब वही पर, फिर शाम को वहां पर जाना है।
साहिल - हां, मैं भी वही जा रहा था वापस! चलो, चलते है।
सिमरन - पर अब मुझे मीडिया का भी ध्यान रखना होता है। वो क्या है ना, जबसे मैं किसी की वाइफ बनी हूं,मीडिया ज्यादा ही पीछे पड़ती है मेरे! सिमरन ने साहिल को छेड़ते हुए कहा।
साहिल - अच्छा, तुम अभी से परेशान होने लगी वाइफ बनकर,और उसे नाराजगी वाली नज़रों से देखता है। फिर जब सच में मेरी पत्नी बनोगी तो साथ में परेशान होने के लिए तैयार रहना! ऐसा बोलकर साहिल, बाहर आ जाता है,और सिमरन दो मिनट वही खड़ी रहकर साहिल की बात को सोचने लगती है। क्या सच में साहिल मुझे अपनी पत्नी मानता है? पर वो इन सब बातों को इग्नोर करके बाहर आ जाती है, और वो दोनो कंपनी के लिए निकल जाते है।
इधर किरण आजकल बहुत फ्रस्ट्रेट रहने लगी थी तो विपिन ने उसे अपने पास बुलाया और बोला कि;
विपिन - मैं जानता हूं कि तुम्हे मीडिया का अटेंशन चाहिए। और इसके लिए मेरे पास एक प्लान है।
किरण - क्या प्लान जान?
विपिन - देखो, हमने शादी के बाद अब तक हमने रिसेप्शन नही दिया है। तो क्यों न हम लोगो का ध्यान हमारे रिसेप्शन पर कर दे।
किरण - हां, तुम सही कह रहे हो! इससे सबका ध्यान हमारे वेडिंग रिसेप्शन पर रहेगा तो इससे सिमरन को ही नुकसान होगा। मैं अभी पापा मम्मी को बताकर आती हूं और फिर अपन जल्दी से सब प्रिपरेशन करते है।
क्रमश :