Whenever the Clouds Rain in Hindi Love Stories by Abhay Marbate books and stories PDF | Kabhi Jo Baadal Barse

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Kabhi Jo Baadal Barse

Kabhi Jo Baadal Barse



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बारिश हमेशा से ही लोगों की ज़िंदगी में एक खास जगह रखती है। कहते हैं न कि हर बूंद अपने साथ यादों का समंदर ले आती है। यही कहानी है “कभी जो बादल बरसे” की—एक ऐसी मोहब्बत की, जो बारिश की तरह दिल को भिगोती है और हर पल को यादगार बना देती है।


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पहली मुलाक़ात

वो जुलाई का महीना था, कॉलेज की छुट्टियाँ चल रही थीं। आसमान पर बादल छाए थे और ठंडी हवा चेहरे को छू रही थी। आरव अपनी बाइक लेकर बारिश का मज़ा लेने निकल पड़ा था। सड़क किनारे पेड़ों से टपकती बूंदें, चिड़ियों की चहचहाहट और दूर से आती मिट्टी की खुशबू माहौल को और भी खूबसूरत बना रही थी।

तभी उसने देखा, बस स्टॉप पर खड़ी एक लड़की बारिश से बचने की कोशिश कर रही थी। उसके हाथों में किताबें थी, बाल हल्के भीग चुके थे और चेहरे पर मासूम सी मुस्कान थी। वो अनाया थी।

आरव की नज़रें उस पर ठहर गईं। उसने हिम्मत जुटाई और बाइक रोककर बोला –
“अगर आप चाहें तो मैं आपको घर छोड़ सकता हूँ, बारिश और तेज़ होने वाली है।”

अनाया पहले तो हिचकिचाई, फिर धीरे से बोली –
“ठीक है, लेकिन मुझे भरोसा होना चाहिए कि आप मुझे सही सलामत घर छोड़ देंगे।”

आरव मुस्कुरा दिया – “बारिश की कसम, आपको आपकी मंज़िल तक छोड़ दूँगा।”


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दोस्ती की शुरुआत

वो छोटी सी लिफ्ट दोनों की ज़िंदगी बदल गई। रास्ते भर दोनों बातें करते रहे। पसंद–नापसंद, किताबें, गाने, सब पर उनकी बातें जमने लगीं।

बारिश रुक चुकी थी, लेकिन उनके दिलों में एक नई धड़कन शुरू हो गई थी। उस दिन के बाद से दोनों अक्सर मिलने लगे—कभी लाइब्रेरी में, कभी कैफ़े में और कभी बारिश के बहाने सड़क किनारे चाय की दुकान पर।

अनाया को बारिश बेहद पसंद थी। हर बार जब बादल घिरते, वो कहती –
“आरव, कभी जो बादल बरसें, मुझे ऐसा लगता है जैसे ज़िंदगी नई शुरुआत कर रही है।”


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मोहब्बत का एहसास

दिन बीतते गए और उनकी दोस्ती धीरे–धीरे मोहब्बत में बदलने लगी। आरव को उसकी हंसी, उसकी बातें और उसकी आदतें सब कुछ अच्छा लगने लगा।

एक दिन आरव ने हिम्मत कर ही ली। बारिश हो रही थी, दोनों कॉलेज कैंटीन की खिड़की के पास खड़े थे।

आरव ने कहा –
“अनाया, पता है मुझे बारिश से क्यों प्यार है? क्योंकि ये मुझे तुम्हारी याद दिलाती है। जब भी बूंदें गिरती हैं, ऐसा लगता है जैसे तुम मेरे आसपास हो। क्या तुम मेरी ज़िंदगी की बारिश बनोगी?”

अनाया ने उसकी आँखों में देखा और धीरे से बोली –
“आरव, मैं भी तुम्हारे साथ हर बारिश जीना चाहती हूँ।”

उस पल दोनों की आँखों में खुशी की चमक थी और बारिश की बूंदें उनकी मोहब्बत की गवाह बन गईं।


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जुदाई की आंधी

लेकिन ज़िंदगी हमेशा आसान नहीं होती। अनाया के पापा का ट्रांसफर दूसरे शहर हो गया। अचानक उसे आरव से दूर जाना पड़ा।

जाने से पहले उसने कहा –
“आरव, दूरी चाहे जितनी भी हो, जब भी बारिश होगी, समझना मैं तुम्हारे पास हूँ।”

आरव चुप था, उसकी आँखों में आंसू थे लेकिन उसने हिम्मत जुटाकर कहा –
“अनाया, तुम चाहे जहाँ रहो, मेरी मोहब्बत तुमसे हमेशा जुड़ी रहेगी। कभी जो बादल बरसें, मैं तुम्हें ज़रूर याद करूंगा।”


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इंतज़ार के साल

समय बीतता गया। आरव ने अपनी पढ़ाई पूरी की और शहर में नौकरी करने लगा। लेकिन हर बारिश में उसकी आँखें अनाया को ढूँढतीं।

वो अक्सर उसी बस स्टॉप पर जाकर बैठता, जहाँ पहली बार उसने अनाया को देखा था। उसे उम्मीद थी कि शायद एक दिन किस्मत फिर से उन्हें मिलाएगी।


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किस्मत की बारिश

तीन साल बाद, एक मॉनसून की सुबह, आरव अपनी बाइक लेकर ऑफिस जा रहा था। अचानक वही बस स्टॉप दिखा और उसके दिल में पुरानी यादें ताज़ा हो गईं।

लेकिन इस बार नज़ारा अलग था। वहां खड़ी थी अनाया—उसी मासूम मुस्कान और भीगी पलकों के साथ।

आरव के कदम रुक गए। वो यक़ीन ही नहीं कर पा रहा था।
“अनाया… तुम?”

अनाया ने आँखों में आँसू भरकर कहा –
“हाँ आरव, मैं लौट आई हूँ। अब और दूर नहीं जाना चाहती। मैं चाहती हूँ कि जब भी बादल बरसें, हम हमेशा साथ हों।”

आरव ने बिना कुछ कहे उसे गले लगा लिया। दोनों भीग रहे थे, लेकिन उस पल उनकी मोहब्बत हर बूंद से ज्यादा पवित्र लग रही थी।


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नई शुरुआत

उस दिन के बाद उनकी कहानी ने नया मोड़ ले लिया। आरव और अनाया ने शादी कर ली। बारिश उनके लिए सिर्फ मौसम नहीं, बल्कि मोहब्बत की पहचान बन गई।

हर साल जब भी बारिश होती, दोनों छत पर बैठकर चाय पीते और हंसते हुए कहते –
“कभी जो बादल बरसें, ये हमें हमेशा मिलाते रहेंगे।”


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🌧️ ये कहानी सिर्फ बारिश की नहीं, बल्कि उस सच्चे प्यार की है, जो वक्त, दूरी और हालात सब पर भारी पड़ता है।


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✨ अंत

story pasand aaye to follow jarur kare 🌸