अगले हफ़्ते ही first-year students को हॉस्पिटल block में पहली बार ward duty observe करने का मौका मिला। यह experience surgery demo से भी ज्यादा real और चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि यहाँ सामने patients थे— उनकी तकलीफ़, उनकी उम्मीदें और उनकी नज़रों में doctors पर पूरा विश्वास।
अनाया white coat पहनकर अपने group के साथ ward में पहुँची। हर तरफ machines की बीप, medicines की खुशबू और लोगों की चिंता का माहौल था। उसे अपने कदम भारी लग रहे थे।
Raj already वहाँ मौजूद था, seniors के साथ rounds में। उसकी आँखें calm और focused थीं। वो हर detail note कर रहा था, कभी किसी nurse से case history पूछता, तो कभी vitals observe करता।
अनाया ने पहली बार महसूस किया कि किताबों में लिखा medicine यहाँ कितनी गहराई ले लेता है।
पहली मुलाक़ात मरीज से
एक patient bed पर बैठा था, हाथ में drip लगी हुई थी। वो बार-बार परेशान होकर nurse को बुला रहा था। Nurse किसी और काम में व्यस्त थी। अनाया हिचकिचाते हुए उसके पास गई—
“आपको कुछ चाहिए?”
मरीज़ ने धीमी आवाज़ में कहा, “बहुत दर्द है… किसी से कहूँ तो सब कहते हैं ‘थोड़ा सह लो’। पर…”
अनाया के पास medical knowledge कम थी, लेकिन उसकी आवाज़ में सहानुभूति थी। उसने patient की blanket ठीक की और softly कहा—
“Doctor rounds पर आ रहे हैं, मैं उनसे बोल दूँगी। आप चिंता मत कीजिए।”
उसी समय पीछे से राज की आवाज़ आई—
“Good. यही पहला step है— patient को feel कराना कि वो अकेला नहीं है।”
अनाया ने पलटकर देखा। राज पास खड़ा था। उसने खुद patient की file check की और nurse को instructions दिए। फिर अनाया से बोला—
“Clinical practice में सिर्फ़ treatment ही नहीं, trust भी important होता है। तुमने वो कर लिया।”
अनाया चुप रही, लेकिन उसके दिल में हल्की-सी मुस्कान उतर गई।
एक unexpected moment
Ward duty खत्म होने के बाद सब students corridor में notes बना रहे थे। अचानक एक छोटा बच्चा, जो किसी patient का relative था, वहाँ दौड़ता हुआ आया और अनाया से टकरा गया। उसके हाथ में पानी की बोतल थी, जो गिरकर फैल गई।
अनाया झुकी और उसे उठाने लगी, लेकिन बच्चा डरकर पीछे हट गया। तभी Raj ने बच्चे को पकड़ा और बोला—
“कोई बात नहीं, mistake सबसे होती है। Go, मैं कर दूँगा।”
उसने bottle उठाई और table पर रख दी। फिर हल्की मुस्कान के साथ बोला—
“Anaya, तुम्हें छोटे patients से deal करना सीखना होगा। यह medicine का हिस्सा है।”
अनाया ने सिर हिलाया, “हाँ… शायद यह भी courage का test है।”
diary की आवाज़
उस रात हॉस्टल में लौटकर अनाया diary में लिख रही थी—
“आज मैंने महसूस किया कि doctor होना सिर्फ़ इलाज करना नहीं, बल्कि इंसान को इंसान की तरह समझना भी है। और सबसे खूबसूरत बात ये थी कि उसने— राज ने— मेरी कोशिश को notice किया। शायद उसके लिए यह बस routine हो, लेकिन मेरे लिए यह एक नई ताक़त थी। हर बार जब वो कुछ कहता है, मुझे लगता है जैसे मैं और बेहतर बन सकती हूँ।”
राज की सोच
Raj अपने notes revise कर रहा था। Ward duty की details उसके दिमाग में clear थीं, मगर एक छोटी-सी बात उस पर ठहर गई—
वो junior लड़की जिसने बिना सोचे patient की बात सुनी और उसे comfort किया।
उसने खुद से कहा—
“Medical knowledge तो सब सीख लेंगे… लेकिन empathy rare होती है। उसमें ये quality है। Interesting…”
यह बस एक observation था, लेकिन राज की नज़रों में पहली बार किसी junior ने जगह बनाई थी।
To Be Continued…
(क्या empathy और dedication दोनों को एक-दूसरे के और करीब लाएँगे?)