🖤 माफ़िया की नज़र में – Part 19: "पाप का आखिरी हिसाब"
"कभी-कभी पाप का हिसाब चुकाने की कीमत सिर्फ़ जान नहीं, बल्कि वो सच होता है जो तुम्हारा सब कुछ छीन लेता है।"
अहाना का दिल अब जैसे एक अनजाने भंवर में फँस चुका था। पापा के पुराने घर में आर्यन का खौफनाक टकराव, रायान की चोट, और वो अनजाना मैसेज—“तुम्हारे पापा का एक आखिरी गुनाह बाकी है”—उसे रातभर सोने नहीं दे रहा था। दूसरी डायरी और USB (Parts 15-18) ने रेहान और आर्यन को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचा दिया था, लेकिन पापा की चिट्ठी—“सावधान रहना”—और रवि की मौत (Part 16) उसे एक नई आग में झोंक रही थी। “पापा का गुनाह? क्या वो भी इस माफ़िया की दुनिया का हिस्सा थे?”
अहाना सेफहाउस में रायान के पास बैठी थी। रायान की हालत अब स्थिर थी, लेकिन उसका कंधा अभी भी पट्टियों में लिपटा था। मायरा बाहर खड़ी थी, अपने फोन पर GPS ट्रैकर की लोकेशन चेक कर रही थी। वो लाल बत्ती अब धीमी हो चुकी थी, लेकिन खतरे का अहसास अभी भी बाकी था।
“रायान,” अहाना ने धीरे से कहा, उसकी आँखों में एक गहरी बेचैनी थी। “मेरे पापा का वो गुनाह… मुझे लगता है वो मुझे उनके पुराने दोस्तों तक ले जाएगा। लेकिन मुझे डर है… क्या मैं सच जानने को तैयार हूँ?”
रायान ने उसका हाथ पकड़ा, उसकी आवाज़ में गर्मजोशी थी। “अहाना, तुमने आर्यन को रोका। तुमने अपने पापा का वादा पूरा किया। लेकिन अगर ये सच तुम्हें और दर्द देगा, तो मैं तुम्हें रोकना चाहता हूँ।”
अहाना की आँखें नम थीं। “रायान, मैं तुम्हारा प्यार समझती हूँ। लेकिन मेरे पापा ने मुझे सच ढूंढने की ताकत दी। मैं पीछे नहीं हट सकती।”
मायरा ने कमरे में कदम रखा। “अहाना, मैंने उस मैसेज की लोकेशन ट्रेस की। वो सेंट जेवियर्स कॉलेज के पास से आया था—वही जगह जहाँ तुम रवि से मिली थी (Part 14)。 मुझे लगता है वहाँ कोई है जो तुम्हें बुला रहा है।”
अहाना ने गहरी साँस ली। “तो हमें वहाँ जाना होगा। लेकिन इस बार, हम सब तैयार रहेंगे।”
🌌 सेंट जेवियर्स की छाया
रात 11:00 बजे।
सेंट जेवियर्स कॉलेज के पीछे वाली गली अब और सुनसान थी। बरगद का पेड़ अभी भी अपनी छाया बिखेर रहा था, और बारिश की ठंडी बूँदें हवा में तैर रही थीं। अहाना, रायान, और मायरा गली के एक कोने में छुपे थे। अहाना ने अपनी डायरी को कसकर पकड़ा, और GPS ट्रैकर की लाल बत्ती फिर से चमकने लगी थी।
“मायरा, तुम्हें यकीन है वो मैसेज यहीं से आया?” अहाना ने फुसफुसाते हुए पूछा।
मायरा ने अपने फोन की स्क्रीन दिखाई। “हाँ, सिग्नल यहीं से है। लेकिन हमें सावधान रहना होगा। ये जाल हो सकता है।”
रायान ने अपनी बंदूक तैयार की। “अहाना, तुम मेरे पीछे रहो। मैं कोई रिस्क नहीं लूँगा।”
तभी गली के आखिरी छोर से एक छाया निकली। एक अधेड़ उम्र का शख्स था, उसका चेहरा थका हुआ, लेकिन आँखों में एक अजीब सी चमक थी। “अहाना शर्मा,” उसने धीरे से कहा। “मैं तुम्हारा इंतज़ार कर रहा था।”
अहाना ने चौंककर पूछा, “तुम कौन हो? और मेरे पापा का गुनाह क्या था?”
शख्स ने एक गहरी साँस ली। “मेरा नाम है विशाल। मैं तुम्हारे पापा का पुराना दोस्त था… और उनकी सबसे बड़ी गलती।”
🌃 पाप का सच
विशाल ने एक पुराना लिफाफा निकाला और अहाना की तरफ बढ़ाया। “ये तुम्हारे पापा की आखिरी चिट्ठी है। इसे पढ़ो।”
अहाना ने कांपते हाथों से लिफाफा खोला। अंदर लिखा था:
“अहाना, मेरी बेटी। अगर तुम ये पढ़ रही हो, तो तुम सच के करीब हो। मैंने माफ़िया की दुनिया छोड़ दी थी, लेकिन विशाल ने मुझे वापस खींच लिया। उसने मुझे एक आखिरी डील के लिए मजबूर किया—एक डील, जो मेरी मौत की वजह बनी। मैंने उसका भरोसा किया, लेकिन वो आर्यन का आदमी था। मेरी गलती थी कि मैंने उसका साथ दिया। इस सच को दुनिया तक पहुँचाओ।”
अहाना की आँखों में आँसू थे। “तो तुम… तुमने मेरे पापा को धोखा दिया?”
विशाल ने सिर झुका लिया। “हाँ, अहाना। मैंने लालच में आकर आर्यन के साथ काम किया। लेकिन जब मुझे सच पता चला, मैंने तुम्हें वो मैसेज भेजा। मैं अपने गुनाह का हिसाब चुकाना चाहता हूँ।”
रायान ने गुस्से से विशाल की तरफ देखा। “तुमने अहाना को इस जाल में क्यों खींचा? अगर तुम सच बताना चाहते थे, तो पहले क्यों नहीं आए?”
विशाल ने गहरी साँस ली। “क्योंकि मैं डरता था। लेकिन अब… अब मैं तैयार हूँ।” उसने एक और USB निकाला। “ये तुम्हारे पापा के आखिरी सबूत हैं। इसमें आर्यन और मेरे गुनाहों का पूरा ब्यौरा है। इसे पुलिस तक पहुँचाओ।”
अहाना ने USB लिया, लेकिन तभी गली में एक गाड़ी की तेज़ आवाज़ गूंजी। रायान ने तुरंत अहाना को पीछे खींचा। “ये लोग कौन हैं?”
विशाल का चेहरा पीला पड़ गया। “ये… आर्यन के बचे हुए आदमी हैं। वो मुझे ढूंढ रहे हैं।”
🌫️ दिल का वादा
अहाना, रायान, और मायरा बरगद के पेड़ के पीछे छुप गए। गली में दो काली SUV रुकीं, और चार हथियारबंद लोग बाहर निकले। विशाल ने फुसफुसाते हुए कहा, “अहाना, तुम्हें यहाँ से निकलना होगा। वो USB पुलिस तक पहुँचाओ।”
अहाना ने रायान की तरफ देखा। “रायान, मैंने तुमसे कहा था… मैं तुम्हें खो नहीं सकती। लेकिन ये मेरे पापा की आखिरी जंग है।”
रायान ने उसका चेहरा पकड़ा, उसकी आँखें गहरी थीं। “अहाना, हम इस जंग को साथ लड़ेंगे। मैंने तुम्हारे पापा को खो दिया, लेकिन तुम मेरे साथ हो। हमेशा।”
अहाना ने उसका हाथ पकड़ा और धीरे से कहा, “मैं भी, रायान। हमेशा।”
मायरा ने चिल्लाया, “रोमांस बाद में! हमें यहाँ से निकलना होगा!”
तभी एक गोली की आवाज़ गूंजी। अहाना ने पलटकर देखा—विशाल ज़मीन पर गिरा था, उसका सीने से खून बह रहा था। उसने कमज़ोर आवाज़ में कहा, “अहाना… USB… पुलिस…” और उसकी आँखें बंद हो गईं।
अहाना की साँसें रुक गईं। तभी उसका फोन वाइब्रेट हुआ। एक और अनजाना मैसेज:
“अहाना, तुमने विशाल को खो दिया। लेकिन ये खेल अभी खत्म नहीं हुआ। तुम्हारा अगला कदम तय करेगा कि तुम बचोगी, या माफ़िया की दुनिया तुम्हें निगल लेगी।”
💥 To Be Continued…
अहाना ने पापा का आखिरी गुनाह जान लिया, लेकिन विशाल की मौत और एक नया मैसेज उसे फिर से जाल में फँसा रहा है।
क्या अहाना और रायान इस USB को पुलिस तक पहुँचा पाएँगे?
मायरा का साहस क्या उन्हें बचा पाएगा?
Part 20 में होगा:
अहाना का आखिरी फैसला।
रायान और अहाना का एक नया वादा।
एक ऐसा खतरा, जो इस कहानी को हमेशा के लिए खत्म कर देगा… या नया रास्ता खोलेगा।
अगर ये हिस्सा आपके दिल की धड़कनें बढ़ा गया, तो फॉलो करना न भूलें। क्योंकि अब कहानी का हर पल एक नया तूफ़ान लाएगा।
✨ Note for My Readers ✨
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