“2 दिन चांदनी, 100 दिन काली रात”
Chapter 1: रात जो गुदगुदाती थी
"कभी हँसी डराती है, कभी डर भी हँसा देता है। लेकिन जब प्यार दोनों बन जाए, तो रातें गुदगुदाने लगती हैं..."📍 Scene: Jaipur, रात 11:47 PM
"तू फिर से आ गई?"शेखर ने मोबाइल को घूरते हुए बुदबुदाया।
उसके फोन पर फिर वही मैसेज चमक रहा था —Chandni ❤️: "Main aaj fir aa rahi hoon, Shekhar 💋"
वो स्क्रीन से आंखें हटाना चाहता था, लेकिन... वो मुस्कान, जो चांदनी अपनी प्रोफाइल फोटो में दे रही थी, आज भी वैसी ही थी। शरारती, मीठी, और थोड़ी सी खौफनाक।
और सबसे अजीब बात?वो 6 महीने पहले मर चुकी थी।
⏳ Flashback – 7 महीने पहले
कॉलेज कैंटीन के बाहर बारिश हो रही थी। शेखर की चाय वाली ट्रे लड़खड़ाई और किसी के हाथों से टकरा गई।
"ओ तेरी! गर्म है! "एक लड़की की हल्की सी चीख सुनाई दी और फिर — हँसी।
वो पहली बार था जब शेखर ने चांदनी को देखा।
लंबे खुले बाल, बड़ी आँखें, और गालों पर वो मासूम शैतानी, जो किसी को भी अपनी तरफ खींच ले।
"तुम्हारी हँसी... काफ़ी तेज़ है। दिल फिसल रहा है।"
"तो फिसलने दो," चांदनी मुस्कराई, "अगर चोट लगी, तो मरहम भी मैं ही लगाऊंगी।"
बस — वहीं से बात शुरू हुई।
👫 2 दिन की चांदनी
पहले दिन बाइक की पिछली सीट पर बैठी —दूसरे दिन उसके कमरे में।
और तीसरे दिन से... हर रात उसके साथ।
उनका प्यार तेज़, पागल, और बिना किसी ब्रेक के था।शेखर को लगता था कि चांदनी कोई आम लड़की नहीं — कोई नशा है, जो आँखों से उतरता नहीं।
वो जो कहती, वैसा ही होता।
"अगर मैं मर जाऊँ, तो भी तू मुझसे प्यार करेगा न?"
"मर मत। पर हाँ, तुझसे मोहब्बत... मौत के बाद भी।"
🧨 वापस वर्तमान में – मोबाइल की आवाज़
📲 प्लिंग!एक नया नोटिफिकेशन आया।
Chandni ❤️ is typing...शेखर की रूह काँप गई।
"ये... कैसे मुमकिन है?"
6 महीने पहले, राजसमंद की झील में चांदनी की डेड बॉडी मिली थी।पुलिस ने सुसाइड कहा। कोई लैटर नहीं मिला।बस उसकी फटी हुई डायरी… और एक गीला मोबाइल।
लेकिन अब, उसका वही नंबर, वही मैसेजेस… और अब तो ऑडियो कॉल भी।
👻 दरवाज़े की खटखटाहट
ठक... ठक... ठक...
“शेखर…”“पानी बना लिया क्या? आज कुछ और भी पीना है…”आवाज़ दरवाज़े के उस पार से आई थी — बिल्कुल वैसी जैसी चांदनी बोलती थी।
शेखर ने कांपते हुए दरवाज़ा खोला। कोई नहीं था।
लेकिन जमीन पर एक गीला दुपट्टा पड़ा था — सफेद, उस पर हल्की सी लाल चाय की छींट। ठीक वैसा ही दुपट्टा जो पहली बार उसकी चाय से गीला हुआ था।
😂 Funny Scene – रूममेट की एंट्री
देवा, उसका रूममेट, बाथरूम से निकला —"भाई, तू बात किससे कर रहा था? लड़कियों की आवाज़ आ रही थी।"
शेखर – "भाभी से... जो अब स्वर्ग में है।"
देवा – "तू जब से रोका गया है ना, तेरी भूत वाली भाभी तक नेटवर्क ढूंढती फिर रही है।"
शेखर – "तेरे जोक्स उतने ही बुरे हैं जितना मेरा नसीब।"
देवा – "अच्छा, भूतनी से बोलना मेरे लिए भी चाय बना दे। और हाँ, दूध कम और डर ज़्यादा हो।"
❤️🔥 Uncensored Love Memory
शेखर की यादों में वो रात लौट आई...
कमरा बंद था। लाइट्स ऑफ। मोबाइल साइलेंट। और सांसें… तेज़।
चांदनी उसके कंधे पर हल्के से झुकी थी —"अगर तू मुझे कभी छोड़ दिया… मैं फिर भी तुझे नहीं छोड़ूंगी।"
"डराऊँ क्या?" उसने चुटकी ली।
"तू डरने लायक नहीं… तुझे तो मैं जला दूंगी।"
शेखर हँसा था तब — उसे क्या पता था, ये लाइन कभी सच्चाई बन जाएगी।
📼 Final Shocker – Laptop Recording
शेखर ने लैपटॉप खोला — उसमें चांदनी की एक पुरानी ऑडियो रिकॉर्डिंग थी।
"अगर मैं मर भी गई...तो तुझे हँसाऊँगी भी…और डराऊँगी भी। Ready rehna."
लेकिन जो चीज़ डरावनी थी —उस रिकॉर्डिंग की फाइल टाइमस्टैम्प अभी की थी।
Modified: Just Now
"ये कैसे हो सकता है?"
💣 Climax Scene
दरवाज़ा फिर से खट-खटाया।
ठक... ठक... ठक...
शेखर ने रजाई ओढ़ ली। मोबाइल की लाइट बंद कर दी। लेकिन तब भी — मोबाइल वाइब्रेट कर रहा था।
Message from Chandni ❤️"Main andar hoon Shekhar... Pyaar karoge ya darroge?"🧠 Chapter 1 Ends With This Line:
"जिसने प्यार में हँसाया,अब वो खौफ में हँस रही है।
और शेखर… अब भी इश्क़ में पागल है।"