Ishq ki Library - 5 in Hindi Fiction Stories by Maya Hanchate books and stories PDF | इश्क की लाइब्रेरी। - 5

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इश्क की लाइब्रेरी। - 5

चैप्टर 5 दूसरी मुलाकात




हमने पिछले चैप्टर में यह जाना की माया को जॉब मिल गई है यह बात अपनी फैमिली और फ्रेंड्स को बताती है दूसरी तरफ रोहन इंद्रजीत कों माया की सारी इनफार्मेशन बता देता है इस वक्त मिस्टर भल्ला इंद्रजीत कों माया के द्वारा किया गया कांट्रेक्ट पेपर लाकर देते है और माया मंडे से उनकी  पी.ए  का जॉइन होगी। यह बात सुनकर इंद्रजीतके चेहरे पर एक कनिंग स्माइल करता है । पर रोहन को तो यह बात सुनकर 180 वोल्ट का झटका लगता है अब आगे 





चैप्टर 5  दूसरी मुलाकात



सॉरी रीडर आज का चैप्टर थोड़ा सा बड़ा है।




रोहन की ऐसे उठ पटांग की बातें सुनकर इंद्रजीत उसे झाल कर shut up your mouth idiot( बेवकूफ अपना मुंह बंद करो) रोहन एकदम से चुप हो जाता है तो इंद्रजीत कहता है कि तुम्हारी जॉब कहीं नहीं जाएगी बॉस तुम्हारा वर्क लोड काम कर रहा हूं। ((वैसे भी उस लड़की से हिसाब चुकता करना है मन में बोला))



इंद्रजीत की यह बात सनकर‌ रोहन मन ही मन में बोला की कब से उन्हें उसकी इतनी चिंता होने लगी है, रोहन को इंद्रजीत की आवाज सुनाई दी ‌। तुम्हें मूंबई भी जाना है वहां की हर एक‌ छोटी सी छोटी इनफॉरमेशन मुझे चाहिए नहीं तो तुम्हारी जॉब पक्का जाएगा। यह बात सुनकर  रोहन ने भी  झट से हां मैं सर हिला दिया क्योंकि वह भी जानता है कि,, उसका बस बहुत ही ज्यादा खडूस और गुसल है गुस्से में तो उन्हें महारत हासिल है। इंद्रजीत आगे बोलता है कि उसे लड़की को सारा काम अच्छे से समझादे उसे कब क्या करना चाहिए -क्या नहीं करना चाहिए‌, वैसे ही मैं भी जल्दी मुंबई आनेकी कोशिश  करुंगा ।।यहां का सारे डीलिंग खत्म करके जल्द से जल्द मुंबई आऊंगा। तब तक मैंने जो तुम्हें कहा वह  काम पूरा हो जाना चाहिए।



Did you understand what I said (तुम्हें समझ में आया मैंने क्या कहा) तो रोहन ने भी यस बॉस बोला ! रोहन डरते हुए कहा बॉस एक बात पूछूं आपसे की आप यह जॉब उसे लड़की को क्यों दे रहे हो ।



आई मीन कि आपकी पिए बनने के लिए बहुत सारी eligible candidates हे , वह लड़की तो आप की पिए बनने के के लिए बिल्कुल फिट नहीं है। यहां तक की मुझे भी आपका का पिए  बनने के लिए बहुत सी मुश्किलों के बाद बना।



इतनी आसानी से उसे लड़की को यह जॉब मिल गया ,मैं यह बात जानता हूं कि आपके हर एक कदम के पीछे कुछ ना कुछ वजह होता है‌।‌ और एक बात कि (रोहन एक गहरी सांस लेकर बोलता है)



आप पिछले 5 सालों से लड़कियों से दूरी बनाकर रखे हुए हैं अब ऐसा क्या हुआ कि आपने एक पिए का अप्वॉइंट किया है। वह भी एक लड़की ....



रोहन की यह बात सुनकर इंद्रजीत कुछ भी रिएक्ट नहीं करता है बॉस मैं इस बात के पीछे की वजह जानना चाहता हूं रोहन की यह बात सुनकर इंद्रजीत ने बड़े ही ठंडा लहजे में जवाब दिया कि  तुम्हें यह बात जानने की कोई जरूरत नहीं है। And don't forget that I am your boss not you are my boss to question me (वैसे भी मैं तुम्हारा बॉस हूं तुम मेरे बस नहीं हो जो इतने सारे सवाल मुझेसे पूछ रहे हो)।



इंद्रजीत की यह बात सुनकर रोहन अपनी नजरों को झुक कर लो वॉइस में सॉरी बॉस बोलता है। रोहन को ऐसे देखकर इंद्रजीत एक लंबी सांस ली और जेंटल वॉइस में बोला की तुम्हें वक्त आने पर सब कुछ पता चल जाएगा इंद्रजीत की यह बात सुन कर‌‌ रोहन अपनी झुकी नजरों से ही यस बॉस बोलता है ।।।।



रोहन बॉस शब्द पर कुछ ज्यादा हीं जोर दिया इंद्रजीत ने रोहन की बातों में अपने लिए नारागी साफ़  देखा है फिर भी उसने कुछ नहीं कहा क्योंकि रोहन इंद्रजीत के लिए पर अपने परिवार का एक सदस्य है या यह कह सकते हैं कि इंद्रजीत रोहन को अपना छोटा भाई मानता है, वैसे भी रोहन के लिए तो इंद्रजीत ही उसका परिवार है इंद्रजीत रोहन को तब से जानता है जब वह 6 महीने का बच्चा था।



दूसरी तरफ



माया भी अपने घर के लिए‌ ऑटो में बैठकर निकलती है वह घर जाकर बहुत जोर से चिल्लाते हुए घर के अंदर जाति है और अपनी मां को खुशी से गले लगा कर बोलती है कि उसे जाब  मिल गया है ।



अब वह भी मंडे से जॉब पर जएगी । माया की आवाज सुनकर रेवंत जी कमरे से बाहर आते हैं और बोलते हैं कि कंग्रॅजुलेशन बेटा अपनी फ्यूचर के लिए ऑल द बेस्ट।।



माया झट ‌से अपनी मां को छोड़कर अपने पापा को गले लगा कर थैंक यू सो मच पापा बोलते हैं, रेणुका जी माया को बोलती है ,,अब फ्रेश हो आओ मैं खाना लगा थीं हूं।तुम्हारे पापा ने अभी कुछ नहीं खाया है यह बात सुनकर माया बोलती है कि बहुत जल्दी से फ्रेश होकर आऊंगी और झट से वहां से चली जाती है। ऐसे ही रात हो जाती है।।।। ऐसेेेेे ही ऐसेेेे ही दो दिन बीत जाते है ।।




     ‌।                   मंडे मॉर्निंग



🌄सुबह का समय माया की मॉम माया को उठाते हुए कहती है,माया‌ ऊठ जा बेटा सुबह हो गई है आज तेरा ऑफिस का पहला दिन है पहले ही दिन लेट हो जाएगी क्या और जल्दी से उठ मैंने नाश्ता भी बनाया है अभिषेक और आदित्य को स्कूल पर कॉलेज छोड़कर तो अपने जॉब के लिए चले जाना।।।



वह दोनों तैयार हो गए हैं तू भी उठ जाओ उन्हें देर हो रही है साथ में तुझे भी इतना कहकर रेणुका जी अलमारी से माया के लिए कपड़े निकाल रही थी माया ने जैसे सुना की आज उसका ऑफिस का पहला दिन है।  और वह लेट नहीं होना चाहती थी इसलिए वह तुरंत  ही उठ गई ।उठकर रेणुका जी के पीछे जाकर उन्हें गले लगाते हुए कहती है गुड मॉर्निंग मामा रेणुका जी भी बोलती है गुड मॉर्निंग बच्चा जल्दी कर तुझे देर हो रही है और तेरे साथ साथ उन दोनों को भी यह बात सुनते ही माया मुंह बनाते हुए बोलती है क्या यार मामा वह दोनों भी छोटे बच्चे नहीं है वह खुद भी जा सकते हैं और उनसे पूछो वह मेरे साथ आना भी चाहते हैं या नहीं चाहते बोलते हैं ।



क्वयों कि वह  दोनो बार-बार मैं छोटा बच्चा नहीं हूं छोटा बच्चा नहीं हूं कहा थे है और आप उन्हें ऐसे ट्वीट करते हैं जैसे वह 2 साल के बच्चे हैं एक 16 का हो गया एक 18 का है।



फिर भी उन्हें स्कूल कॉलेज छोड़ने जाना पड़ता है माया की बात सुनकर रेणुका जी मुस्कुरा कर बोलता है ऐसा कुछ नहीं है



भले ही बड़े हो जाए तुम तीनों रहोगे मेरे लिए छोटे के छोटे ही । बाथा रही हूं उन्हें स्कूल और कॉलेज छोड़ने की वह तो तेरे ऑफिस के साइड में ही आया जाएगा तो जाते-जाते लोगों को छोड़ देना रेणुका जी की बात सुनकर माया बड़ी नौटंकी करते हुए बोलती है अच्छा ठीक है आप बोल रही हो इसलिए उन दोनों को छोड़ने जाऊंगी पर उनसे कह देना कि आने की मेरे साथ आने के लिए नखरे ना करें।



रेणुका जी बोलती है ठीक है मैं उन्हें बोल दूंगी तू जा नहा ले जल्दी नीचे आ  मैंने टिफिन पैक करके रख दिया है ।तेरे बाबा तेरे बने हुए चाय का इंतजार कर रहे हैं और वह दोनों तेरा इंतजार कर रहे हैं, जल्दी से जा इतना सुनते ही माया रेणुका जी के गाल पर किस करके जल्द से फ्रेश होने चली जाती है वहां फ्रेश होकर नीचे आती है तो दे देखती है कि उसके दोनों भाई एक स्कूल के लिए तैयार हो चुका है एक जूते पहन रहा है (उसका नाम अभिषेक है) जो नाश्ता कर रहा है कॉलेज के लिए रेडी होकर बैठा है( उसका नाम आदित्य है) जब दोनों ने माया को आते हुए देखा तो कहते हैं कि यार दि इतना  भी इतना लेट कौन करता है



 अभिषेक कहता है आपको पता है मेरा स्कूल 9:30 बजे शुरू होता है ।और आदित्य साथ में बोलता है आज मेरा क्लास जल्दी है , तो जल्दी आप चाय बना और जल्दी चलो।।



माया ने  उन दोनों को घूमते हुए देखकर पूछा आज तुम दोनों मेरे साथ जाने के लिए कोई नौटंकी नहीं कर रहे हो नहीं तो यू बार-बार मुझे बोलते रहते हो कि हम बच्चे नहीं है हम बच्चे नहीं है अब बोलो मम्मी पापा के सामने कि तुम बच्चे नहीं हो



जब भी छोड़ने जाती हो तुम दोनों मेरा दिमाग  पका देते हो आजादी चाहिए आजादी चाहिए अब पूछो ना ।दोनों ने माया की बात सुनकर  पहलेेेे एक दूसरे का चेहरा देखा। फिर अभिषेक बोलता है कि नहीं दी में ऐसा बिल्कुल नहीं बोलता वह तो भैया ने कहा था मुझे आपसे ऐसे कहने के लिए आपको तो पता है ना मैं कितना अच्छा लड़का हूं और अब जानती हो की मैं कितना अच्छा भाई भी हूं ।। मैं तो आपकी मम्मी पापा की सब की बात मानता हूं ना और भाई ने भी कहा था मुझे आपसे ऐसे बताने के लिए अभिषेक की बात सुनकर आदित्य ने झट से सामने पड़ा हुआ टी स्पून उसे फेंकते हुए कहता है।



उल्टा चोर कोटवार को डांटे दि ए सब बात नहीं है यही है ना मुझे कहता है कि भाई हम अभी बच्चे नहीं है क्यों दी बार-बार हमें स्कूल और कॉलेज छोड़ने आती है हमें दी की रक्षा कर रही है या दि को हमारी ।



उन तीनों की भैस सुनकर रेवंत जी कहते हैं तुम दोनों को स्कूल और कॉलेज इसलिए छोड़ने जाना पड़ता है क्योंकि तुम दोनों स्कूल या कॉलेज बंक ना करो ।।बड़े आया दी  को बचाने वाले 



मेरी गुड़िया तो इतनी होशियार है वह खुद ही सब संभाल लेगी और दोनों नौटंकी बंद करो उसके साथ चलो जाओ रेवन जी की बात सुनकर दोनों भाइयों की मुंह बंद हो गई और माया जल्दी से‌ चाय बनाकर लाती है और रेवंत जी को देती है और मुस्कुरा कर नष्ट करने चली जाती है वह नाश्ता करके जल्दी से दोनों  को‌ गाड़ी पर बैठने बोलती हैं  गाड़ी स्टार्ट करके  वह अपने दोनों भाइयों को कॉलेज और स्कूल छोड़कर 



ऑफिस के लिए निकल जाती है वह ऑफिस जाकर रिसेप्शनिस्ट को अपना अपॉइंटमेंट लेटर दिखाती है तो रिसेप्शनिस्ट उसे को के केबिन की तरफ ले जाते हुए कहती है यह बॉस का ऑफिस है और उन्हें आज रिपोर्ट दीजिए यह बोलकर रिसेप्शनिस्ट  वहां से चली जाती है जाने के बाद माया दरवाजा लॉक करती है और बोलती है कैन आई कम इन साइड ।अंदर से एक cold voice आती है come  इन साइड यह सुनते ही माया एक छोटी सी स्माइल लेते हुए अंदर की तरफ बढ़ जाती है जैसे माया अंदर जाती है तो वह देखतीं है कि एक आदमी कुर्सी को उल्टा  कर के हुए बैठा हुआ है माया अंदर जाकर बोलती है गुड मॉर्निंग सर जैसे ही आदमी माया की आवाज सुनता है वह पलट जाता है उसका चेहरा देखते ही माया को 40 वोल्ट का झटका लगता‌ हें 



क्या होगा इन दोनों का दूसरे मुलाकात का अंजाम जाने के लिए मैं पढ़ते 
रहिए इश्क की लाइब्रेरी  ❤️❤️❤️❤️



                              
गैस का नोबेल पढ़ रहे हो पर कमेंट नहीं कर रहे हो प्लीज करद ना।