सभी घरवाले निशा से उसकी प्रॉपर्टी हथियाने और उससे हमेशा के लिए छुटकारा पाने की योजना बनाते लेकिन अपनी योजना में कामयाब नहीं हो पाते क्योंकि उन्हें बड़ी बुआ का डर जो था ,
बड़ी बुआ निशा से रोज फोन कर उसका सारा हाल-चाल जान लेती लेकिन निशा के साथ ऐसा कुछ होने वाला था कि उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा,
1 दिन निशा की ताई के बड़े लड़के का साला जॉनी अपनी बहन से मिलने घर आया जॉनी एक किस्म का आवारा अयासी और जुआरी और शराबी था,
जॉनी जैसे ही अपनी बहन से मिलने घर आया तो निशा के ताई के लड़के की बीवी यानी जॉनी की बहन मीरा जॉनी को देखकर बहुत खुश हो गई उसने निशा से जॉनी के लिए चाय नाश्ता लेकर आने के लिए कहा,
इससे पहले जॉनी जब भी घर आता निशा कमरे से बाहर नहीं निकलती जॉनी ही क्या जब भी घर कोई अनजान आदमी आता तो निशा को एक अजीब सा डर सताता था और वह घर से कमरे से बाहर भी नहीं निकलती थी,
इस बार भी अपनी भाभी के कहने पर भी निशा कमरे से बाहर नहीं निकली लेकिन उसकी भाभी ने गुस्से में तीन चार बार आवाज दी तो निशा को थक हार कर जॉनी के लिए चाय नाश्ता लेकर जाना पड़ा,
कमरे में कदम रखते ही निशा ने अपनी गर्दन नीचे झुका ली और बोली भाभी जी चाय,,,,
यह सुनकर निशा की भाभी का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया और वह बोली कानों में तेल डाल के बैठी हो क्या जो मेरी आवाज सुनाई नहीं दी,,,,,
जॉनी ने जैसे ही निशा को देखा तो देखता ही रह गया फिर वह अपनी दीदी की तरफ देखते हुए बोला क्या दीदी आप भी अरे क्या हुआ अगर थोड़ी गलती हो गई तो जाने दो बिचारी को,,,,,,
यह सुनकर मीरा ने निशा से कहा इने रख कर जाओ यहां से,,,,,
निशा चुपचाप उन्हें रखकर जल्दी से कमरे से बाहर आ गई जॉनी उसे जाते हुए देखता रहा उसे कहीं खोए हुए देखकर मीरा बोली क्या हुआ जॉनी कहां खो गए,,,,
तब जॉनी शैतानी मुस्कान लिए चेहरे पर अपनी बहन की तरफ देखा और बोला वा दीदी अब तक आप सब ने इस हीरे को कहा छुपा कर रखा था पहले जब भी आता तो इसे कभी मुलाकात ही नहीं हुई,,,,,,
यह सुनकर मीरा बोली अरे जब भी कोई घर पर आता है ना तो पता नहीं इस डायन को क्या हो जाता है कमरे से बाहर नहीं निकलती,,,,,
यह सुनकर जॉनी बोला नहीं दीदी आप उसे डायन मत कहो,,,,,
यह सुनकर मीरा बोली क्यों नहीं कहे और तुम्हें इतना दर्द क्यों हो रहा है ,फिर मीरा बोली कहीं तुम्हें वह डायन तो नहीं भा गई,,,,,,
यह सुनकर जॉनी मुस्कुरा दिया तब मीरा की चेहरे पर भी यह सोचकर मुस्कान आ गई कि अगर निशा का विवाह जॉनी से हो गया तो आसानी से निशा के हिस्से की सारी प्रॉपर्टी उनके हाथ आ जाएगी और वैसे भी जॉनी की बदनामी और हरकतों की वजह से कहीं भी उसकी शादी कोशिश करने के बावजूद भी नहीं हो रही थी कोई भी जॉनी को अपनी बेटी नहीं देना चाहता था लेकिन फिर भी कुछ सोच कर मीरां परेशान हो गई,
उसे परेशान देखकर जॉनी बोला क्या हुआ दीदी आप परेशान क्यों है,,,,
तब मीरा गुस्से में बोली अरे मैं अच्छे से जानती हूं इस डायन को यह कभी भी तुझ से शादी करने के लिए राजी नहीं होगी और हां अगर हमने जोर-जबर्दस्ती की ना तो वह हिटलर बुआ जी है ना वह हमें कहीं का नहीं छोड़ेगी इसलिए अच्छा यह है तू उस डायन को भूल जा,,,,,,
यह सुनकर जॉनी बोला नहीं दीदी अरे उसे देखकर तो मैं अपने होश गवा बैठा हूं ऐसे कैसे उसे भूल जाऊं मैं किसी भी हालत में उसे पाना चाहता हूं,,,,
यह सुनकर मीरा बोली लेकिन तू जानता है यह हो नहीं सकता,,,,,
तव जॉनी बोला कि हर असफल काम को सफल बनाना जॉनी के बाएं हाथ का खेल है,,,,,
तब मीरा बोली मैं कुछ समझी नहीं,,,,,
तब जॉनी बोला कि अगर इसके साथ कुछ ऐसा हो जाए की इसे मुझसे शादी करने के अलावा और कोई चारा ही नहीं बचे तो,,,,,,
यह सुनकर मीरा बोली की ऐसा कुछ मत करना वरना हिटलर बुआ जी हमें छोड़ेगी नहीं,,,,,
तब जॉनी बोला पहले तो हम प्यार से बात करते हैं अगर यह नहीं मानी तो मुझे अपना तरीका अजमाना पड़ेगा अरे अच्छी-अच्छी मछलियों को मैंने अपने जाल में फंसाया है और उन्हें बर्बाद करके छोड़ दिया यह तो खुशनसीब है कि मैं उसी से शादी करना चाहता हूं यह कहकर जॉनी जोर से हंसा,
मीरा को जॉनी की बात ठीक लगी मीरा ने शाम को सब घर वालों को कमरे में इकट्ठा किया उस वक्त निशा अपने कमरे में थी निशा अधिक तर अपने कमरे में ही रहती थी,
मीरा ने सभी घरवालों को जॉनी की बात बताई और कहा कि इसके अलावा हमारे पास और कोई चारा नहीं है फिर हिटलर बुआ जी निशा के लिए कभी भी कोई लड़का ढूंढ सकती है,,,,,
यह सुनकर सभी घरवालों को जॉनी और मीरा का आईडिया सही लगा,
फिर शाम को जैसे ही निशा अपने कमरे में से बाहर आकर सबके लिए खाना बनाने में जुटी तो उसकी चाची ताई उसके पास आई और बड़े प्यार से उसके सर पर हाथ फेरा और बोली रहने दो बेटा वैसे भी कितना काम करती हो थोड़ा आराम कर लिया करो जाओ आराम करो मैं खाना बनाती हूं,,,,,
यह सुनकर निशा ने हैरानी से उसकी तरफ देखा तभी उसकी चाची आई और कहने लगी ऐसे कया देख रही हो बेटी अरे हम तुम्हारी दुश्मन थोड़ी ना है जबरदस्ती निशा की ताई और चाची ने उसे आराम करने कमरे में भेज दिया,
निशा यह सब कुछ देख कर हैरान थी उसे अच्छे से पता था कि जरूर इन लोगों के दिमाग में कोई खिचड़ी पक रही है जिसका मतलब है उसका विनाश,,,,
निशा इसी सोच में डूबी रही तभी उसे अपनी ताई की आवाज सुनाई दी कि निशा खाना खा लो लेकिन निशा ने कोई जवाब नहीं दिया,
तब निशा की भाभी मीरा निशा के कमरे में आई और प्यार से बोली क्या हुआ निशा तुम यहां बैठी हो अरे मम्मी जी कब से तुम्हें आवाज दे रही है जल्दी से नीचे चलो चलो हम खाना खाते हैं वह जबरदस्ती निशा को खींच कर नीचे ले आई,
सभी घरवाले भी प्यार से निशा से बात करने लगे निशा को सब कुछ अजीब और अटपटा लग रहा था उसे एक आने वाले तूफान की खामोशी लग रही थी वह चुपचाप खाना खाने बैठ गई,
जॉनी लगातार उसे घूरे जा रहा था तब ताई बोली लो बेटा मैंने आज तुम्हारी मनपसंद डिश बनाई है यह कहकर ताई ने निशा की थाली में खाना परोस दिया लेकिन निशा को तो जैसे घबराहट सी हो रही थी,तब सभी घरवालों ने मान मनुहार करके निशा को जबरदस्ती खाना खिला दिया,
जॉनी की नजर अभी निशा पर टिकी हुई थी जब भी निशा की नजर जॉनी से टकराती तो वह घबराकर और हड़बड़ा कर अपनी नजर फेर लेती खाना खाने के बाद निशा अपने कमरे में आ गई ताई जी और चाची ने उसे झूठे बर्तन भी रसोई में साफ नहीं करने दिए,
वह अपने कमरे में आकर लेट गई वह अभी इसी सोच में डूबी हुई थी कि आखिर में इन लोगों के दिमाग में चल क्या रहा है,,,,,
तभी उसकी चाची और ताई कमरे में आई उसके पीछे-पीछे ताई की दोनों बहुएं मीरा और सुमन भी आ गई,
तब ताई ने उसके सिर पर हाथ फेरा अपने सिर पर हाथ का स्पर्श पाकर निशा ने पलटकर देखा और सभी को वहां खड़े देखकर हैरान रह गई वह उठकर अपने बेड पर बैठ गई,
तब ताई बड़े प्यार से बोली बेटा हमें तुमसे कुछ बात करनी है,,,,
यह सुनकर निशा बोली जी बोलिए ताई जी,,,,
तब ताई बोली देखो बेटा तुम्हारे मां-बाप तो अब इस दुनिया में नहीं है और अब तुम हमारी जिम्मेदारी हो एक जवान बेटी घरवालों एक बाप के सीने पर एक पत्थर के समान होती है लेकिन अब तुम्हारी मां बाप तो नहीं है इसलिए अब तुम हमारी जिम्मेदारी है और अब तुम जबान भी हो गई हो हम चाहते हैं कि तुम शादी कर लो,,,,,
यह सुनकर मीरा हैरानी से उनकी तरफ देखने लगी और कहने लगी शादी नहीं ताई जी मैं पहले अपने पापा का सपना पूरा करना चाहती हूं,,,,,
यह सुनकर चाची बड़े प्यार से बोली अरे बेटा किसने मना किया है सपने तो शादी बाद भी पूरे हो सकते हैं और रही बात तुझे आगे पढ़ाई करवाने की तो वह हमारी जिम्मेदारी है,,,,
निशा ने फिर कुछ कहना चाहा लेकिन ताई ने उसके होठों पर हाथ रख दिया और कहा कि तुम हमारी बेटी हो और हम तुम्हें ऐसे कैसे कहीं भी आग में झोंक देंगे,,,,
तब निशा मन ही मन सोचने लगी कि जरूर कुछ ना कुछ बड़ी गड़बड़ है वरना यह लोग इतनी भी अच्छी नहीं है जैसा यह अच्छे होने का दिखावा कर रही है,,,,
तब निशा गंभीर स्वर में बोली लेकिन आप मेरी शादी करना चाहते हैं लेकिन लड़का कौन है,,,,,
यह सुनकर मीरा बोली अरे और कौन होगा मेरा लाडला भाई जॉनी,,,,,
जॉनी का नाम सुनते ही निशा के पैरों तले जमीन खिसक गई क्योंकि वह जानती थी कि जॉनी एक नंबर का शराबी और अयाशी इंसान है यहां तक कि कई बार वह लड़कियों से छेड़छाड़ करने के मामले में जेल भी जा चुका है जॉनी का नाम सुनते ही निशा को गुस्सा आ गया और वह गुस्से में बोली तुमने सोच भी कैसे लिया मैं उस घटिया इंसान से शादी करूंगी,,,,,
यह सुनकर सभी को गुस्सा तो बहुत आया लेकिन सभी ने अपना गुस्से पर काबू रखा तब ताई बोली अरे बेटी जॉनी बहुत अच्छा लड़का है और तुमसे बहुत प्यार भी करता है और तुम उसे बहुत पसंद हो अगर तुम जॉनी से शादी कर लोगी तो हमें भी तुम्हारी कोई टेंशन नहीं रहेगी,,,,,
यह सुनकर निशा बोली मैं अच्छे से जानती हूं कि आप सब लोग अच्छे होने का दिखावा कर रही हो आप सबको लगता है कि मैं उस जॉनी जैसे घटिया इंसान से शादी कर लूं और आप सब मेरे हिस्से की प्रॉपर्टी हतीया ले यह कह कर गुस्से में निशा उठने लगी,
इस बार सभी को बहुत गुस्सा आया तब उसकी ताई ने उसे हाथ पकड़ कर खींच कर बैठ कर पटक ते हुए का बेड पर पटक कर उसके बाल पकड़कर बोली तुम क्या सोचती हो कि तुम हमारे सामने जवान चला लोगी और अपनी मर्जी की कर लेगी ऐसा कुछ नहीं होगा,,,,
यह कहकर उसने निशा की गाल पर एक जोरदार तमाचा रख दिया तब निशा की चाची बोली हम तो तुम्हें प्यार से समझाना चाहती थी लेकिन कहते हैं ना लातों के भूत बातों से नहीं मानते अब जो कुछ भी होगा उसकी जिम्मेदार तुम हो लेकिन एक बात याद रखना कि तुम्हारा यहां कुछ नहीं है सब कुछ हमारा है,,,,
यह कहकर वह चली गई निशा अपने गाल पर हाथ रखे उन्हें जाते हुए देखती रही उसके पूरे शरीर में कफ कफी लगी हुई थी उसे डर लग रहा था कि पता नहीं आगे क्या होगा,,,,,
निशा सारी रात इधर-उधर करवट बदलते रही और अपने पापा को याद कर रोती रही कि पापा अगर आज आप होते तो यह लोग मेरे साथ जैसा बर्ताव कर रहे हैं वैसा नहीं करते प्लीज पापा आप कहां हो आ जाओ ना यह कह कर निशा रो पड़ी,
उधर जैसे ही निशा के चाचा ताऊ ने सारी बात सुनी तो उन्हें भी गुस्सा आने लगा किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि कोई चाचा ताऊ और परिवार वाले ऐसे हो सकते हैं जो अपनी ही बेटी के दुश्मन बन जाए,
दूसरे दिन जॉनी दिखाई नहीं दिया दूसरे दिन सभी घरवाले एक शादी का बहाना बनाकर वहां से चले गए, निशा ने साथ चलने के लिए कहा तो कोई ना कोई बहाना बनाकर उन लोगों ने टाल दिया और कहा कि वह लोग जल्दी ही रात को लोट आयेगे,,,,
लगभग 10:00 बजे घर के मुख्य दरवाजे पर आहट हुई निशा ने सोचा कि उसके घर वाले होंगे यह सोचकर जैसे ही उसने दरवाजा खोला वह हैरान रह गई और काफी डर गई,,,,,
आखिर में कौन था दरवाजे पर जिसे देखकर निशा हैरान रह गई और डर भी गई थी जानेने के लिए आगे पढ़िए,,,,
अगर आप सभी को मेरी यह रचना पसंद आई हो तो अपनी समीक्षा जरूर दें और अगर कुछ कमी महसूस हो तो अपने कीमती सुझाव देना ना भूले ,अपना कीमती वक्त और इतना प्यार मेरी रचनाओं को देने के लिए आपका दिल से धन्यवाद 🙏🙏🙏🙏