Three Best Forever - 1 in Hindi Comedy stories by Kaju books and stories PDF | थ्री बेस्ट फॉरेवर - 1

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थ्री बेस्ट फॉरेवर - 1

"अबे यार आराम से चल ना,,, मैराथन में नही ट्रिप पर जा रहे हम रुक जा मेरी मांआआ,,," 

 
एक लड़की जींस शर्ट पहने,लंबे खुले बाल, हल्का मेकअप, भूरी गहरी आखें जिस पर मॉर्डन गोल सन ग्लास , पतली लम्बी परफेक्ट नाक और होठ और उस होठ पर कमल के फूल की तरह खिली मुस्कान  हाय खूबसूरती की तारीफ कम न पड़ जाए इसलिए स्टोरी में आगे बढ़ते हैं।
कंधे पर बैग लटकाए वो लड़की मस्ती में बस स्टैंड की ओर चली जा रही थी या कहूं भागे जा रही थी और उसके पिछे एक और लड़की उसे रुक रुक बोलते  हुए जा रही थी। 
 
पर वो लड़की अपने ही धुन में मस्त मगन गाते हुए चली जा रही थी।
बस स्टॉप पहुंच वो खड़ी बार बार कभी दाए देखती तो कभी बाए तो कभी अपनी वॉच,,,देख देख कर वो वेट कर रही थी लेकिन सिर्फ बस का नही किसी और का भी उसे आज कॉलेज बस में सवार होने की बड़ी जल्दी मची थी लेकिन कॉलेज जानें के लिए सब्र करो और जानने के लिए आगे पढ़ो,,,पता नहीं क्या जादू हो गया वरना रोज देर तक बेपरवाही से बिस्तर से चिपकी रहती है ये मस्तानी 
 
 
जी हा इनका नाम "मस्तानी महेद्रवंश" उर्फ मस्ती उम्र 19,हमेशा बॉय टाइप लुक में रहती है क्युकी शोला सिंगार इसे पसंद नहीं जैसा नाम वैसा काम मस्ती बाजी करने में अव्वल दर्ज की खिलाड़ी और कॉलेज की सुपर गर्ल कोई पंगा नही ले सकता अपनी बातो से सबकी छुट्टी कर देती हैं। 
बड़ी प्रोब्लम होती हैं अपनी नींद कंट्रोल करने में बिचारी को
लेकिन कॉलेज की छुट्टियां शुरू और आज एक खास दिन भी इसलिए खुशी से उछलते कूदते हवा में उड़ते हुए जा रही थी हमारी सुपर गर्ल खास दिन क्या है ये आगे  पता चल जायेगा।
 
देखते ही देखते बस आ गई। 
 
मस्तानी चहकते हुए बस में चढ़ने को हुई की उसके पिछे आ रही वही लड़की की चिल्लाहट उसके कान में गई "ओए,,अबे रुक किधर भाग रही मुझे छोड़ के साली धोखेबाज लड़की" 
 
 
ये है मस्तानी की दबंग besti "रियुमा सर्वधान" उर्फ रीयु उम्र19, और अपने जान की जान रियु जिद्दी एंग्री गर्ल, किसी की नही सुनती अपनी मर्जी की मालकिन वैसे तो जिद और गुस्से में हमारी दोनो हिरोइन सेम है पर रियूमा  का पल्ला ज्यादा भारी है। गुस्सा हमेशा नाक में लिए घूमती है दोनो ओर जब कोई गलत व्यक्ति का मुंह देख ले तो उनसे सीधे मुंह बात करना इनसे नही होता और अच्छे होने का दिखावा करने वालो से नफरत है इन्हे  दोनो बिलकुल निडर और उम्र में बराबर है बस मस्तानी रियुमा से आठ महीने छोटी है।
 
और अभी एक बुद्धू और बचा है जीसके बिना स्टोरी अधूरी मानी जाएगी ।
 
रियू की चिल्लाहट सुन मस्तानी के चेहरे पर शरारती मुस्कान आ गई वो झट से बस में चढ़ जाती है और बस का दरवाजा बंद कर देती हैं।
 
जिससे रियु को लगता बस छूट गई वो तेजी भागते हुए आई और हाफ्ते हुए "ये,,,बस,,, ह हर ये बस तो अभी भी यही जमी खड़ी है,,, साला ड्राइवर सो रहा हैं क्या???" 
 
और झाक झाक कर ड्राइविंग सीट की तरफ देखती है तो उसे फ़ोन पर इचिक बीचिक करता देख रियुमा गुस्से में दरवाजा पीटते हुए चिल्लाती है "अबे एईई,,,पगलेठ ड्राईवर जब बस खड़ा ही रखना है तो दरवाजा काहे बंद किए बे?" 
 
धड़ धड़ आवाज सुन वो ड्राइवर हड़बड़ा गया और उसके हाथ से फोन छूट कर गीर गया। 
 
"हहा क,, क,,कौन है?" ड्राइवर डरते हुए बोला। 
 
बस ड्राइवर स्ट्रॉन्ग शेख उम्र35, सिर्फ नाम से स्ट्रॉन्ग है लेकिन असल में ये बहुत डरपोक है और फिर भी भूतो की कहानी,मूवी,न्यूज पढ़ता रहता हैं और अभी प्रतिलिपी पर हॉरर स्टोरी पढ़ रहा था की अचानक से धड़धड़ाने के साथ रियुमा की गुस्से भरी आवाज सुन डर से हड़बड़ा गया।
 
"तेरे बाप का भुत है बे इधर देख,,," रियुमा गुस्से में चिल्लाई।
 
स्ट्रॉन्ग अपने माथे का पसीना पोंछ अपना फोन उठाया और नोर्मल होकर "इतना चिल्ला क्यों रही,,,? अभी मेरा हजार लाख का फोन टूट जाता तो" 
 
रियुमा हाथों का पंच बनाते हुए "तो तुझे भी उसके पास पहुंचा देती" 
 
"जादू टोना सिखाते क्या कॉलेज में? ऐसे कैसे पहुचा देती" बस ड्राइवर स्ट्रॉन्ग कनफ्यूजिंग से सवाल किया।
 
"खोल ये तेरे डब्बे का ढक्कन (बस का दरवाजा) फिर बताती तुझे,,,खोल जल्दी वरना तेरे फोन के साथ तोड़ फोड़ दूंगी तुझे भी" रियुमा बौखलाते हुए बोली। 
 
स्ट्रॉन्ग डर के मारे अपनी सीट से गिरते पड़ते झट से दरवाजा खोला
रियुमा दनदनाते हुए बस में चढ़ी जिससे स्ट्रॉन्ग डरके मारे लड़खड़ाते हुए गिर पड़ा और रियुमा को देखा जो उसे खा जाने वाली नजरो से घूर रही थी ।
 
"अबे तूझे पता नहीं ये बस किसलिए निकली है?" रियुमा भड़कते हुए बोली।
 
"पता है ट्रिप पर और ये भी पता है की कॉलेज के आधे बाराती इसी स्थान पर उपस्थित होकर बस में सवार होंगे तभी तो बस खड़ी है" स्ट्रॉन्ग कमर पर हाथ रख जैसे पूरी दुनिया दारी का ज्ञान प्राप्त हो वैसे बोलता है।
 
रियुमा दात पिस्ते हुए "अबे अंधे ज्ञानेश्वर,,, सभी बाराती लाइन में उपस्थित है बाहर देख" 
स्ट्रॉन्ग मुंह बनाते हुए बाहर थोड़ा सा झाक कर "ऐसा हो ही न,,,(वो बीच में रुका फिर बोला),,,जो होना था हो गया हिंसा करना अच्छी बात नहीं" इतना बोल वो डर से अपने ड्राइविंग सीट पर चिपक गया। क्युकी सभी उसे गुस्से भरी नज़रों से घुर रहे थे।
 
"ये ये सब ऐसे क्यू घूर रहे कही भूत प्रेत तो नही चिपक गया इनको 
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर,
करदे मेरी शक्ति उजागर" और हाथ जोड़ कर अपने दिमाग से सोचा हनुमान चालीसा पाठ करने लगा।
 
"ओ महान पुजारी अगर थोड़ी और देर की होती ना अपने डब्बे का ढक्कन खोलने में तो,,,," रियुमा रुक गई क्यों की बीच में  "तो हम सब बारूद से उड़ा देते फिर अपने हजार लाख के फोन के साथ प्रेत योनि में बस ड्राइविंग करते फिरते" बस में एंट्री लेने के इंतजार में खड़े बाराती गुस्से में चिल्ला उठे।
 
ये सुन रियुमा भी हड़बड़ा कर दरवाज़े से हट कर मस्तानी के बगल वाली सीट पर बैठ गई। 
उसके बाद सभी बाराती मतलब कॉलेज स्टूडेंट जो ट्रिप पर निकले थे एक एक कर के स्ट्रॉन्ग को घूरते हुए सीट पर आकर बैठ गए और स्ट्रॉन्ग जानबूझकर गोल गोल अपनी आखें घुमा कर उन्हे अनदेखा कर रहा था। 
 
"साला कैसे आखें घुमा रहा आधा भूत तो यही लगता है मुझे,,,ए धोखे बाज तू इतने देर से चुप कैसे बैठी है देख उसे" रियुमा स्ट्रॉन्ग को मुंह बनाकर  घूरते  हुए बोल ही रही थी की मस्तानी की चुप्पी महसूस कर वो अपनी नजर उसकी तरफ घुमाई तो उसकी आंखे छोटी हो गई मस्तानी मुंह दबाए हस रही थी। 
 
रियुमा को समझ आ गया की सारी की सारी करतूत इस मस्ती की ही मस्ती है।
 
तो कैसा लगा स्टोरी का पहला ep,,, गुजारिश है जवाब जरूर दे।💜🥰💜
 
To be continue,,,, 💜