I Hate Love - 21 in Hindi Love Stories by aruhi books and stories PDF | I Hate Love - 21

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I Hate Love - 21

जिसे देख अंश जानवी को ज़मीन पर गिरने से बचा लेता है,,,,

अंश को जानवी की ऐसी हालत देख,,,,, उसे शर्मिंदगी महसूस होने लगती है,,,or phir वाह जानवी,,, को अपने baho में उठा कर,,,, अस्पताल के अंदर दोबारा लेके चला जाता है

*******

आब आगे

घर में सब लोग परेशान हो रहे थे ,,,,कि अब तो शाम होने को मैं हूं ,,,,लेकिन यह अंश और जानवी अब तक घर क्यों नहीं आए,,,,, कि तभी अंश जानवी को लेकर घर पहुंचता है, ,,

 अंश की माँ की नज़र जानवी के हाथों पर जाती है ,,,,,जहाँ पर पट्टी बंधी हुई थी,,,, जिसे देख जानवी,,, हाँ तुम्हारे हाथों को ,,,,क्या हुआ है,,,

की कभी अंश,,,,, वाह माँ जानवी ने अपनी कलाई,, अंश ने इतना ही कहा था ,,,,की तभी जानवी कुछ नहीं आंटी ,,,,wah तो बस हल्की सी चोट है ,,,,जल्दी ही भार जाएगी,,,,

जानवी की बात सुन,,,,, par बेटा याह

आंटी मैं काफी थक गई हूं,,,,,, मैं अपने कमरे में आराम करने जा रही हूं,,,,, yah कह जानवी ऊपर की तरफ चली जाती है,,,,क्यूकी वो उन्हें ये सब बता ,,,दुखी नहीं करना चाहती थी,,,,

Or इधर अंश को जानवी पर गुस्सा आ रहा था,,,, कि एक तो जानवी ने इतनी बड़ी गलती की,,,or ऊपर से मेरी माँ से झूठ भी बोला,,,,,

लेकिन अंश अपने गुस्से को कंट्रोल कर लेता है,,, क्योंकि वह नहीं चाहता था ,,,कि वह गुस्से में जानवी को दोबारा चोट पहुंचाये,,,, yah सोचते हुए,,,,, अंश गुस्से में वहां से ऑफिस निकल जाता है ,,,,

Or यहां कमरे में जाते हैं, hi जानवी ,,,, जो कब से अपने आंसुओं को कंट्रोल किये हुए थी,,, कमरे में आते ही जोर जोर से रोने लगती है,,,,जो अपने आंसुओं को कंट्रोल करने की कोशिश करती है, ,,,लेकिन उसके दिल की दर्द की वजह से उस पर कंट्रोल ही नहीं हो रहा था,,

फिर जानवी रोते हुए,,,, तुम्हें क्या लगता है अंश,,,, कि मुझे दर्द नहीं होता,,,, मैं कोई पत्थर की नहीं बनी हूं,,,,मुझे भी दर्द होता है,,,,,मुझे रोना आता है ,,,

Or फिर कुछ देर रोने के बाद ,,,,जानवी अपने आंसू पूछ ,,,, खुद को हौसला देते हुए ,,,,,, जानवी तू कामजोर नहीं है ,,,,मैं इतनी जल्दी हिम्मत नहीं हार सकती,,,,

Or phir गुस्से में ,,अपने हाथों में ,,,बढ़े हुए patti को घुरते हुए ,,,मैंने आज ऐसा क्यों किया ,,,,,,क्यों मैंने ,,,आज खुद को चोट lagne di,,,,,मैं इतनी कामजोर कैसी हो सकती हूं,,,, मेरे भाई ने मुझे यह सब नहीं सिखाया,,,,, मुझे तो मेरे भाई ने जीना सिखाया है,,,,दूसरों को जिंदगी देना सिखाया है ,,,खुद को मारना नहीं ,,,,,,मैं इतनी बुजदिल कैसे हो सकती हूं,,,,,,मैं ऐसा कैसा कर सकती हूं,,,, अगर भाई को पता चला,,,, अगर मैंने कोई कदम उठाया था ,,,,तो वो क्या सोचेंगे मेरे बारे में,,,
Or गुस्से से अपने हाथों में bandhi पत्ती को खोल कर फेंक देती है,,,, or phir अपने आंसुओं को साफ कर बिस्तर पर रखकर लेट जाती है,,,,,

*******

ऐसे ही कुछ दिन बीत जाते हैं ,,,,,ना अंश ने जानवी को देखा,,,, or ना हाय जानवी ने अंश, को देख रही थी ,,,

क्योंकि अब तो जानवी ने ऑफिस जाना भी बंद कर दिया था,,,or अंश भी घर देर से आता था,,,,,, जैसी जानवी अंश को ना देख सके,,or ना ही उनकी कोई बात हो,,,

Or जानवी भी अंश से कोई बात ना हो सके ,,,इसलीये अंश के उठने से पहले ही किचन में चली जाती थी ,,,or अंश के ऑफिस जाने के बाद ही किचन से बाहर निकलती थी,,,,

अब तो जानवी ने जैसा थान ही लिया था,,,,,,की वाह अब अंश की शकल भी नहीं देखेगी,,,,, वाह तो बस चाहती थी,,, कि वाह दादियों की देखभाल करेगी,,,or उनके ठीक होते hi,,, यहां से चली जाएगी ,,,,or फिर उसका अंश से कोई लेना देना नहीं होगा ,,,,or ना ही इन्हें परिवार वालों से,,,,

ऐसे ही 5 दिन बीत जाते हैं ,,,,or आज रविवार था ,,,,,,

Or इधर जानवी,,,,, आज भी हर रोज़ की तरह किचन में थी,,,or ansh के लिए जूस बना रही थी,,,,

और इधर ansh ,,,आज रविवार होने की वजह से वह ऑफिस नहीं जाने वाला था,,,,,जिस वजह से ,,,,ansh जॉगिंग से सीधा आ,,,,,पानी पीने के लिए किचन की तरफ चला जाता है ,,,,, कि तभी उसकी नज़र जानवी पर पड़ती है ,,,,,जो अपनी जेब से कोई दवा निकाल ,,,,, जूस की गिलास में डाल  रही थी,,,जिसे देख अंश की आंखें बड़ी हो जाती है,,,, क्योंकि उसे पता चल जाता है ,,,,,की ये जूस किसी or के लिए नहीं ,,,,उसके लिए है,,,

क्योंकि उसे वह सब याद आने लगता है ,,,, उसकी माँ usse हर रोज जूस कैसे पिलाती थी,,,,,

Yah सब सोच अंश अपने मन में,,,, इसका मतलब ,,जानवी मुझे हर रोज़,,,,,उस जूस में ,,कुछ मिला कर देती थी,,,

उसे यह सब सोच ,,,,गुस्सा आने लगता था,,, or फिर गुस्से में ,,,अपने दत्त पिस्ते हुए खुद से ,,,,इतना कुछ हो गया,,,, फिर भी यह लड़की सुधरी नहीं,,,, , मैं इसे अभी बताता हूं ,,,,yah कहते हुए,,,, अंश अपने कदम जानवी की तरह ,,,,,,,,badha देता है,,,

अंश janvi ke पास पाहुंच,,,, क्या कर रहे हो तुम

जानवी अपने पीछे ,,,,अंश की आवाज सुन ,,डर जाती है ,,,,or phir उस जूस को उसी तरह छोर​ पिछले​ murte हुए,,,, yee सवाल मैं पूछूं तो ,,,,,की तुम यहां क्या कर रहे हो,,,,

ऊ toh तुम बोल रही हो कि मैं यहां क्या कर रहा हूं ,,,, तो ये मेरा घर है ,,, जहां मस्जिद आ,, जा सकता हूं ,,,तुम सिर्फ मुझे यह बताओ,,,, कि तुम जूस में क्या mila रही थी,,,,

जानवी अंश के मुँह से ये सुन ,,, कि तुम इसमें क्या mila रही थी ,,हड़बड़ा जाती है,,

या FIR हरबढ़ते हुए,,,, कुछ कुछ भी नहीं,,,

ऊहह तुमने इसमें कुछ नहीं मिलाया,,, तो साबित करो,,,, or phir उस जूस को,,,उठा,,,जानवी को देते हुए,,पियो इसे,,

जानवी अंश के मुँह से,,यह सुन ,,,,,की पियो इसे,,,,,उसे वाह पल याद आने लगता है ,,,,जब डॉक्टर ने उसे कहा था ,,,,की ,,,,

यह दवा कोई गलती से भी ,,,,वो इंसान ना खाए ,,, जिसने ड्रग्स ना लिया हो ,,,, क्योंकि ये उस इंसान पर,, उल्टा असर कर सकता है,,,,, ये दवा सिर्फ उसी इंसान के लिए बनी गाई होती है ,,,, जिसमें ड्रग्स का हैवी डोज दिया gya हो,,,

,याह सोचते हुए जानवी,अंश,की तरफ देखती है,,,,,or phir  एक नजर जूस को देख,,, उसके हाथ से वाह जूस का क्लास ले,,,जूस खत्म करते हुए,,,पी लिया ना,,, अब जाओ यहाँ से

हेलो दोस्तों अगर यह कहानी आप पूरी पढ़ना चाहते हो ,,,तो कृपया लाइक करें शेयर करें और कमेंट जरूर करें ,,,,

और साथ में,,,, आप सभी मुझे यह भी बताएं ,,,,,आपको जानवी का किरदार कैसा लगा,,,

.or मैं आप सभी को इस कहानी की छोटी सी हिंट दे देती हूं,,,, कि अभी जानवी के साथ बहुत कुछ होगा,,,or उसमें क्या जानवी अपनी जान गवा देगी,,, या अपनी जिंदगी बचा लेगी ,,,, अगर वह अपनी जान ,,गावा भी दी ,,तो उसे मरने वाला कौन होगा ,,, या उसकी जिंदगी मैं जोभी मुसिबतें ,,आएंगी,,,क्या वो UN सभी मुश्किलों को मुस्कुराते हुए,पार करेगी,,, जान ने के लिए आप सभी मुझे लाइक कमेंट शेयर या रिव्यू के साथ साथ रेटिंग भी करें ,,,
अगला चैप्टर आप सभी के कमेंट पर निर्भर करता है,,,,

ठीक है अलविदा शुभ रात्रि 💓💙💚💚💙💓💚💙💓