I Hate Love - 9 in Hindi Love Stories by aruhi books and stories PDF | I Hate Love - 9

The Author
Featured Books
Categories
Share

I Hate Love - 9

अंश की बात सुन ,,जाह्नवी,,,, ठीक है ,,मैं इस पेपर पर आह करने के लिए तैयार हूं,,,,,, लेकिन उससे पहले मेरी भी एक शर्त है

****आब आगे

अंश जानवी के मुंह से शर्त की बात सुन ,,,,,उसे शक भरी नजरों से घूरते हुए,,,, कैसी शर्त,,,

की मैं तुम्हारे साथ ,,,,तुम्हारी कंपनी में नौकरी करुंगी,,,,,

क्या,,,,,,, लेकिन तुम मेरी कंपनी में ही नौकरी क्यों करना चाहती हो,,,,,

फ़िर जानवी कुछ सोच ,,,,,जल्द से क्योंकि अंश दादी भी यही चाहती है,,,,, कि मैं हमेशा तुम्हारे साथ रहूँ ,,,,,अगर तुम चाहते हो ,,,,,की दादी जल्दी ठीक हो जाये, ,,,या मैं यहां से चली जाऊं,,,,, तो ,,,,, तुम मेरी बबात मान जाओ,,,,,, इसमें तुम्हारा ही फ़ायदा है,,,,

उसकी बात सुनो,,,, अंश को हॉस्पिटल वाला दिन याद आता है ,,,,जहाँ पर दादी ने उसे कहा था,,,,, कि तुम दोनों शादी कर लो ,,,मेरी यही आखिरी इच्छा है ,,,, ,,याह सोच अंश भी जानवी की बात मन जाता है ओ,,,,,आर उसे ऑफिस आने के लिए परमिशन दे देता है,,,

अंश की हां सुन,, जानवी के चेहरे पर मुस्कुराहट आ जाती है,,,जिसे देख अंश चिढ़ते हुए,,,,, अब मैंने अनुमति दे दी,,,,,, तो अभी हस्ताक्षर करें

उसकी बात सुन जानवी उस पेपर पर साइन कर अंश के हाथों में थमा देती है,,,,,और फिर अलमारी की तरफ जा,,,,अपने कपड़े निकल वॉशरूम में चली जाती है,,,,,

और अंश भी उस पेपर पर जानवी के साइन पा,,,वहां से चला जाता है,,,,

वॉशरूम मैं जा जानवी शॉवर ले,,,,, अपने कपड़े पहनती है ,,,,,और फिर खुद को आइने में देख खुद से,,,,,,,,,,,, देखते जाओ,,,, अंश अब मैं तुम्हारे साथ क्या करती हूं ,,,,,तुमने मेरे दिल के साथ खेला ना ,,,,,,अब मेरी बारी है,,,,,तुम्हारे दिल के साथ खेलने की ,,,,,अब मैं तुम्हारे दिल में ऐसी जगह बनाउंगी ,,,,,,की तुम खुद ही मुझे अपना दिल से नहीं निकल पाओगे ,,,,,,
तब मैं तुम्हें बताऊंगी,,,,,, कि दिल टूटा किसे कहते हैं,,,,,, तब तुम्हें एहसास होगा,,,,, कि जब दिल टूटता है तो कितना दर्द होता है,,,,,,चाहे मुझे कितना दर्द क्यों ना सहने पड़े ,,,,,लेकिन मैं तुम्हें सबक सिखा के रहूंगी ,, ,,,,,,याह कहे जानवी के चेहरे पर शैतान मुस्कुराती है,,,

और फिर कुछ ही देर में जानवी,,,, कपडे चेंज कर ,,,,,,वॉशरूम से बाहर निकलती है,,,,,तो देखती है,,,, कि अंश कमरे में नहीं था,,,

जिसे देख जानवी आईने के सामने जा ,,,, जल्दी से तैयार हो ,,,,, कमरे से बाहर निकल ,,, दादी के पास चली जाती है,,,,

या दादी के पास जा अपने हाथों से ,,,,,दादी को दवा देती है ,,,,और कुछ देर उनके पास ही बैठती है,,,, 

ऐसा ही पूरा दिन बीत जाता है ,,,

अगली सुबह

अंश के काहे मुताबिक जानवी जल्दी से तैयार हो ऑफिस के लिए निकल जाती है ,,,आज उसके ऑफिस में पहला दिन था,,,, इसलिए देर नहीं होनी चाहिए थी,,,

इसलिए अंश से पहले ही ऑफिस जा अपने काम में लग जाती है,,,,

ऑफिस में सब लोग आलिया उफ़ (जानवी) को पहले से ही जानते थे ,,,,,की आलिया कोन है ,,,, इसलिए उनकी हिम्मत नहीं थी,,, आलिया उफ़ जानवी को कुछ कहने की,,, 

और जानवी के ऑफिस आने के लगभाग आधा घंटे बाद,,,अंश भी ऑफिस आ जाता है,,,और फिर अपने केबिन में जाते हैं,,अपने असिस्टेंट से एक कॉफी लेना का ऑर्डर देता है,,

,,,, क्योंकि अंश की आदत थी,,,,, कि वह घर से नाश्ता करके नहीं आता था,,, इसलिए जब भी ऑफिस आता था तो अपने लिए एक कॉफी ऑर्डर जरूर करता था ,,,,और उसी के मुताबिक अंश ने आज भी कॉफ़ी ऑर्डर की थी,,,

अंश की बात सुन जान्हवी भी कैंटीन की तरफ चली जाती हैं ,,,,वहां जाकर देखती है ,,,,तो अंश का असिस्टेंट अंश के लिए कॉफ़ी बना रहा था ,,,,,,जिसे देख कर जानवी असिस्टेंट के पास जा, ,,,, तुम रहने दो ,,,,अर्श के लिए,,,,, कॉफ़ी में बना देती हूँ,,,,

जानवी की बात सुन,,,सहायक,,,मैम रहने दीजिए,,आप क्यों परेशान हो रही हैं,,,,,, मैं सर के लिए कॉफी बना दूंगा,,,

उसकी बात सुनो जानवी थोरा अकड़ते हुए ,,,, अच्छा ठीक है,,,,,, मैं उसकी क्या हूं,,,,जिसके लिए तुम कॉफी बना रहे हो ,,,,,

असिस्टेंट जानवी की बात सुन,,,,, मैम आप उनकी पत्नी हैं,,,

जानवी ,,,,,,तो फिर उनके लिए कॉफ़ी कौन बनेगा,,,

सहायक,,,,,,,,,उनकी पत्नी ,,,,,,,,

जानवी,,,,,,,तो उनकी पत्नी कौन है

असिस्टेंट ,,,,,मैम आप,,,

तो फिर जाओ ,,,मैं उसके लिए कॉफ़ी बना देती हूँ ,,

असिस्टेंट आलिया उफ जानवी की बात सुन,,,,,, ठीक है ये कह असिस्टेंट वहां से चला जाता है,,,,,

जानवी असिस्टेंट के वहां से जाते ही,, जल्दी से अपनी पॉकेट से एक दवा निकाल,,,उस बने हुए कॉफी मैं मिला देती है,,, और फिर उस कॉफी को ले ,,,,,अंश के केबिन की तरफ बढ़ जाती है ,,,,

जानवी अंश के केबिन के बाहर पहुच,,दरवाज़ा खटखटाते हुए,,,क्या मैं आ रहा हूँ सर,,,,

अंश बिना जानवी को देखे,,,, उसे अंदर आने को कहता है,,

जानवी अंश की इजाजत मिलते ही ,,,,,उस कॉफी को अंश के सामने रखते हुए ,,,ये लीजिए आपकी कॉफी,,,

अंश अपने असिस्टेंट की जगह जाने को देख ,,,,तुम क्यू ले कर आई ये कॉफी,,,मैंने तो अपनी असिस्टेंट से मंगाई थी,,,

अंश मुझे अभी कुछ अच्छे से आता नहीं है,,,,और मेरे पास कोई काम भी नहीं है,, तो मैंने सोचा क्यों ना,,,तो मैंने सोचा ,,,क्यूं ना मैं ही हूं तुम्हारे कॉफी बना के दे दू,,, ,

अंश जानवे की बात सुन अगर उसने कोई जवाब दिया,,, ठीक है ,,तुमने कॉफी दे दी ना,,,अब जाओ,,,,

उसकी बात सुनो जानवी, उस कॉफ़ी को देखते हुए,,,अंश कॉफ़ी को जल्दी पीना वरना ठंडी हो जाएगी,,,

.अंश जानवी की बात सुन ठीक है तुम जाओ मैं पी लूंगा,, ,,, और फिर कॉफी उठा उसे पीने लगता है,,, लेकिन उस कॉफी को पीते हुए अंश को कुछ अजीब सा लगा,, ,,,उसे उसका टेस्ट में कुछ बदला से लग रहा था,,,, 

लेकिन, काम की वजह से ज्यादा ना ध्यान दिते हुए,,, अंश उसे कॉफी को पीलेता है,,उस कॉफ़ी को पिता देख ,,,,,जान्वी केबिन का दरवाज़ा खोल ,,,,चुपचाप वहाँ से निकल जाती है,,,और फिर अपने केबिन में जा,,,जान्वी अपने सभी कमरों को अच्छे से समझ,,,,,मन लगा ,,,अपना काम करने लगती है ,,,,जान्वी काफी ज्यादा होशियार थी ,,वाह बचपन से पढ़ने में बहुत तेज थी ,,,,,इस्लीये उसे काम को समझ में आया ज्यादा देर नहीं लगी ,,,,, और फिर जानवी जल्दी से अपने सभी काम को समझ ,,,,काम करने लगती है,,,,,ऐसे ही जानवी को काम करते-करते शाम हो जाती है ,,,,,लेकिन वह टाइम से पहले ही अपना काम ख़तम कर लेती है,,,,, फिर भी वहां अपने केबिन में बैठी रहती हैं ,,,,, क्योंकि वह अंश के साथ काम खत्म करने का इंतजार करने लगती है,,, क्योंकि वह अंश के साथ ही घर वापस जाना चाहती थी,,,,

जानवी के कम ख़तम होने के लगभाग 2 घंटे बाद अंश का काम ख़तम होता है,,,, फिर भी अंश के कम ख़त्म होने के बाद ,,,,,अपने केबिन से बाहर निकल ,,,,,अंश के साथ ही घर के लिए निकल जाती है

ऑफिस से घर पहुंच जान्हवी ,,,,,सीधा दादी के कमरे में जाती है,,,,,, और फिर उन्हें डिनर करा मेडिसिन खिला देती है,,,,,,,और फिर उसके बाद वह अपने कमरे में जाती है, ,, तो देखती है कि वहां अंश नहीं है ,,,,वहां देख वॉशरूम में जा ,,,,जल्दी से फ्रेश होती है,,,, 

और फिर उसके बाद स्टडी रूम की तरफ जा अंश को डिनर करने को कहती है ,,,, लेकिन अंश जानवी की बात सुन ,,,,,,,अपने ऑफिस का काम करते हुए ,,,,,,तुम जाकर डिनर कर लो ,,,,,, क्योंकि मैंने डिनर कर लिया है ,,,,और  सुन ,,,,,,कि अंश ने डिनर कर लिया है,,,,, उससे अच्छा नहीं लगता,,,,,इसलीये वाह बिना डिनर किये ,,,,,अपने कमरे की तरफ ,,,,,,जा ​​बिस्तर पर सो जाती है,,,,,

आज के लिए बस इतना ,,,,,अब देखते हैं कि ,,,,जानवी ने अंश की कॉफी में वह कौन सी दवाई मिली थी ,,,,,जाने के लिए पढ़ते रहे 
आप सब सच में कितने कंजूस है यार, ,,,आप सब तो ऐसा करते हैं जैसे कि मैं आपसे कोइंस मांग रही हूं ,,,,अरे यार सिर्फ  समीक्षा कर दीजिए ,,,,यह तो कर ही सकते हैं ना ,,,,अब इतनी भी क्या कंजूसी इसलिए जल्दी-जल्दी अपने हाथों की उंगलियां चलाओ,,, और मुझे समीक्षा दीजिए
 

💚💓💙💓💚💓💙💙