I Hate Love - 22 in Hindi Love Stories by aruhi books and stories PDF | I Hate Love - 22

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I Hate Love - 22

Yah सोचते हुए जानवी,अंश,की तरफ देखती है,,,,,or phir एक नजर जूस को देख,,, उसके हाथ से वाह जूस का क्लास ले,,,जूस खत्म करते हुए,,,पी लिया ना,,, अब जाओ यहाँ से

********आब आगे

अंश जानवी को जूस पिता देख ,,,,लेकिन मैंने तो खुद जानवी को इसमै कुछ मिलते हुए देखा था ,,,,,वाह क्या था,,,, क्या है जूस में सच में,,,, जानवी ने कुछ नहीं मिलाया था,,,,

Yah सोच अंश बिना जानवी को कुछ कहे,,,,किचन से बाहर जाने लगता है,,,, तभी उसे एक धर्म की आवाज आती है ,,,,जिसे सुन अंश के कदम वहीं रुक जाते हैं,,,

अंश पीछे मुड़ कर देखता है तो जानवी इस वक्त जमीन पर गिरी पड़ी थी,,,,

जिसे देख अंश ,,,,, दौड़कर जानवी के पास जाता है। , ,,,,or उसके galo को थपथपाते हुए,,,, उठो जानवी ,,,,,उठो अगर तुम मजाक कर रही हो ,,,,तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा,,,,, जानवी ,,,, ,,,याह कहते हुए,,,,,अंश जल्दी से जानवी की nabaj चेक करता है ,,,,, जो कभी धीमी चल रही थी,,,,याह महसुस कर अंश जल्दी से ,,,,जानवी को अपनी बाहों में ले,,,किचन से बाहर आता है,,,, कि तभी उसकी मां ,,जाह्नवी को अंश की बाहों में बेहोश देख,,,,,,घबराते हुए,,, ,इसे क्या हुआ अंश,,,

अंश जानवी को बहार ले जाते हुए,,,, माँ आराम करो,, मैं घर वापस आकर ,,,,आपको सब बताता हूँ ,,,,आप बस दादियों का ध्यान रखना ,,,,उनेह नहीं pata चलना चाहिए,,,,iss bare मैं, ,,याह कह अंश जानवी को ,,,,कार में बैठा। ,,,अस्पताल की तरफ ले जाता है

अंश जल्दी से जानवी को एडमिट करा,,,,, डॉक्टर को बाहर आने का इंतज़ार करने लगता है,,,,कि कुछ घंटे बाद,,,,, डॉक्टर जानवी के कमरे से बाहर आते हैं ,,,,,जिसे देख अंश जल्दी से डॉक्टर के पास जा,,,, मुझे बताओ जानवी को क्या हुआ है ,,,,,or उसने ऐसा क्या खाया है,,,,, जिसकी ऐसी हालत हो गई,,,,

डॉ अंश की बात सुन ,,,उसे,,,, सब कुछ बता देते हैं ,,,,जिसे सुन अंश हैरान रह जाता है ,,,,,उसे तो समझ नहीं आ रहा था,,,,, की जानवी ऐसी कैसी कर सकती है ,,,,,क्या वाह पागल थी ,,,,,वाह एक बार मुझसे बताती तो सही ,,,

Wah सब पर बिगड़ते हुए,,,,,अंश वही पास में पड़े टेबल पर बैठ जाता है,,,,or phir अपने सर पर हाथ रख,,,,, janvi तुम ऐसा कैसे कर सकती हो,,,

अब अंश काफी टेंशन में लग रहा था,,,, अंश को देखकर यह बताना मुश्किल था कि,,, अंश इस वक्त क्या सोच रहा होगा,,,,

Or इधर जानवी अब भी बेहोश थी,,,,,क्यूंकी क्योंकि जानवी पहले से ही काफी कमजोर थी,,,,, क्योंकि जानवी ने कुछ हफ्ते पहले ही,,,, अपनी नस कटी थी ,,,,,जिस वजह से उसकी ऐसी हालत नहीं थी,,,,,की वाह दोबारा कोई ऐसा जख्म अपने ऊपर ले सकी,,,,

Or ऐसा ही पूरा दिन बीत चूका था,,,,, लेकिन अब भी जानवी को होश नहीं आया था,,,,,

लगभाग रात के 9:00 बजे,,,,, जानवी को होश आता है,,,or जानवी अपना सर पकड़ धीरे-धीरे आराम से बिस्तर पर बैठ जाती है,,,

कि तभी उसके कमरे में एक नर्स आती है ,,,,,or जानवी को देख ,,,,,,जानवी के आगे सूप रखते हुए ,,,,,, इसे जल्दी से पिजिये ,,,,क्योंकि अभी आपको दवाई भी लेनी है,,,,

जानवी नर्स को एक नजर देख ,,,,उस सूप को पीने लगती है ,,,,क्योंकि जानवी ने सुबह से कुछ नहीं खाया था ,,,,जिस वजह से जानवी को बहुत भूख लगी थी ,,,,वाह इसलिए चुपचाप, ,,,,,,बगैर कुछ कहे,,,,सूप को पी लेती हैं,,,,or कुछ देर baad नर्स,,,,जानवी को मेडिसिन खिला,,,,वहां से चली जाती है,,

,नर्स के जाते ही जानवी भी दवा को खा आराम से बिस्तर पर लेट जाती है,,,or इस वक्त जानवी की आँखों से नींद कोसो दूर थी,,,,,उसे तो बस यही ख्याल आ रहा था,,,, क्या अंश यहां नहीं है ,,,,,आज सुबह क्या हुआ होगा,,,,, क्या अंश उसे फिर से गलत समझा होगा,,,

उससे काफी बुरा लग रहा था,,,, कि काश अंश अभी भी उसके पास होता,,,, उसका ख्याल रखा ,,,, काश अंश ,,नर्स की जगह ,,,,खुद अपने हाथों से सूप or दवा खिलाता , ,,लेकिन ये सब तो जानवी की ख्वाब में ही हो सकता था ,,,,,

क्योंकि अंश को तो उससे मोहब्बत ही नहीं थी ,,,, janvi को बार-बार बस यहीं ख्याल आ रहा था ,,,,,,क्या अंश इस बार भी उसे गलत ही समझ रहा होगा ,,,,,,yahi यही सब सोचते हुए, ,,, जानवी निंद की आगोश में चली जाती है,,,

, क्योंकि अब तक जानवी के ऊपर मेडिसिन का असर होना शुरू हो चुका हैथा,,,सुबह के 10:00 बजे बजे जानवी की आंखें खुलती हैं ,,,,जानवी अभी भी अपनी आंखें बंद किये हुए हैं,,,,,,वैसे ही बिस्तर से lag कर बैठ जाती है,,

, उसे अपनी आंखें खोलने का दिल नहीं कर रहा था ,,,,क्योंकि उसे ऐसा लग रहा था,,,, कि वाह अब भी अपने सामने अंश को ना देख ,,,, उसे फिर से बुरा लगेगा,,,, यह सोचते हो जानवी अपनी आंखें नहीं खोलती,,,कि तभी अपने कानों में ,,,,अंश की आवाज आती है ,,,

,,, अब आप कैसे हैं,,,अंश की आवाज सुन,,,,, जानवी धीरे से अपनी आंखें खोल के,,,, अंश की तरफ देखने लगती है ,,,,, तो उसे प्यार से अपनी तरफ देखता देख ,,,,janvi की धड़कन फुल स्पीड से डोरने लगी थी ,,,,,,उसे तो यकीन नहीं हो रहा था कि ,,,,अंश कभी उससे इतना प्यार से भी बात कर सकता है ,,,क्या उसे सब कुछ पता चल गया,,,,,or फिर ये आने वाले तूफ़ान से पहले की शांति है,,,,

याह सोच जानवी ansh की तरफ से मुँह फेर ,,,,वाह bed से  ले लग,,,,अपनी आँखें बंद कर लेती है,,,,,, शायद उसे पता चल गया था,,,, कि अंश उसे अब क्या कहने वाला है, ,,,,क्या इल्जाम लगाने वाला। है ,,,

तभी janvi  को अंश की आवाज आती है ,,,,,जानवी तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया ,,,,की वाह ड्रग्स नहीं ,,,,,मेडिसिन थी,,,

अंश के मुंह से दवा शब्द सुन,,,,, जान्हवी एक नजर अंश को देखती,,,hai,,,,,or phir, अपने दर्द भारी एक मुस्कान कर दोबारा बिस्तर से ले लग,,,,अपनी आंखें बंद कर लेती हैं,,,, जैसे उसे,,,अंश की बातों से कोई फर्क ही ना पड़ा हो,,,,,

अंश janvi को इग्नोर करता देख,,,,,, अंश को जानवी पर गुस्सा आने लगा था,,,, लेकिन अंश अपने गुस्से को कंट्रोल कर,,,, देखो जानवी,,, मैं मानता हूं की ,,,,तुम्हारे साथ जो हुआ वह काफी गलत था ,,,,,लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि तुम मुझसे बातें छुपाओ गी,,, अगर तुमने मुझे पहले ही बता दिया होता,,,,, तो ये सब ना होता ,,,,,तो बताओ जानवी ,,,,कि तुमने मुझे ये सब पहले क्यों नहीं बताया,,,
लेकिन जानवी की तरफ से कोई रिस्पॉन्स ना मिलता देख ,,,,,अब अंश का गुस्सा ,,,or बढ़ने लगा था,,,

.लेकिन फिर भी अंश अपने गुस्से को कंट्रोल कर,,, एक बार or कोशिश करते हुए,,,, देखो जानवी मैं तुमसे प्यार से पूछ रहा हूं ,,,,,की तुम मुझे बताओ ,,,,कि तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया ,,,,,अगर तुमने मुझे पहले hi बता दिया होता ,,,,,तो ये सब ना होता,,,,

लेकिन जानवी ने ,,,फिर भी अंश को कोई जवाब नहीं दिया,,,

जानवी की तरफ से कोई जवाब नहीं मिलता देख,,,, अंश का गुस्सा सतावे।  आसमान तक पहुंच गया था,,,,इसलिए अंश जल्दी से जानवी की तरफ बढ़ ,,,,उसके कंधों को पकड़ ,,,बिस्तर से उठा ,,,,अपने बिल्कुल करीब कर लेता है ,,,,

Or phir उसके गर्दन पर अपनी पकड़ मजबूत कर ,,,उसके चेहरे को ,,,, अपने चेहरे के सामने करते हुए,, गुस्से से गुस्से से चिल्लाते हुए ,,,,क्या तुम बाहरी हो,,,, तुम्हें सुनाई नहीं देता ,,,,,की मैंने क्या तुमसे पूछा,,,, कि तुमने मुझे पहले सूचित क्यों नहीं किया ,,,,अगर किया होता,,,, तो यह सब ना होता ,,, ,कितनी बार एक ही बात तुमसे कहूं ,,,,जान्वी तुम पागल हो,,,,, तुम्हें समझ क्यों नहीं आता ,,,एक बार में,,,,
क्यों तुम्हें दिमाग नाम की चीज नहीं है,,,, तुम क्या खुद को हीरोइन समझती हो ,,,किसने कहा था ,,,,तुम्हें अकेले ये सब करने को,,,, ये सब करके,,,, तुम क्या जताना चाहती थी ,,

और इधर जानवी अंश की बातें सुन उसकी आंखों में पानी आने लगा था,,,, लेकिन फिर भी जानवी अपने आंसुओं को कंट्रोल कर,,,, अपने पूरी ताकत लगा,,,, अंश को खुद से दूर करते हुए,,,,

Just shut up,,, अंश ,,,,मैं तुम्हें कुछ भी बताना जरूरी नहीं समझत ,,,

याह कह जानवी phir से,,,,, बिस्तर की तरफ जाने लगती है,,,, कि अंश उसका हाथ पकड़ ,,,,दोबारा खींचते हुए,,,, आपका क्या मतलब है,,,,तुम्हारा कहने का क्या मतलब है, ,, कि मैं तुम्हें बताना जरूरी नहीं समझता,,,, क्या तुम भूल गई हो,,,, कि तुम मेरे साथ रहती हो ,,,,मेरी बीवी बनकर ,,,,तो तुम मुझे नहीं बताओगी तो kisse बताओगी,

,,तभी जानवी अंश की आँखों में देख ,,,,कुछ ऐसा बोलती है ,,,जिसे सुन्न ansh के होश उड़ जाते हैं,,,



लेकिन क्या करूं आप सब मुझे कमेंट करें या न ही रेटिंग दें,,,,इसलिये मेरा भी दिल नहीं करता था,,,,आगे की कहानी लिखने को

अगर अब आप सब इस कहानी को प्यार देंगे तो मैं जरूर इस कहानी को आगे जारी रखूंगी

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और आप प्लीज मेरी इस कहानी को ज्यादा से ज्यादा डाउनलोड और शेयर करें तब मैं प्रॉमिस करती हूं कि मैं अपनी सारी स्टोरी दोबारा कंटिन्यू करूंगी