I Hate Love - 20 in Hindi Love Stories by aruhi books and stories PDF | I Hate Love - 20

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I Hate Love - 20

सर,, अब मैम पहले से बेहतर है,,,, or कुछ घंटों में उन्हें होश भी आ जाएगा,,,,अब चाहे तो जाकर देख सकते हैं,,,

याह कह डॉक्टर वहां से चला जाता है,,,

Or अंश भी जानवी के कमरे में चला जाता है

**********


आब आहे 

कुछ घंटे बाद जानवी को होश आने लगता है ,,,,, वाह अपनी आंखें खोलती है ,,,,,तो सामने अंश को देखती है ,,,,,जो उसके कमरे में सोफ़े पर बैठा ,,,,अपनी आंखें बंद किये हुए थे,,,,

उसे इस तरह देख जानवी के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है,,, और phir खुद से मुझे पता था,,, अंश तुम ऐसा कुछ कभी नहीं कर सकते,,,

चाहे तुम मुझसे प्यार करते थे,,,, ya नहीं ,,,,, लेकिन तुम इस हद तक कभी नहीं गिर सकते थे,,,इसीलिए तो कहा मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूं ,,,,,

Yah सोचते हुए ,,,जानवी अपना हाथों का सहारा ले बिस्तर पर बैठ जाती है ,,,,की तभी वह एक आह के साथ अपने इस्तेमाल हाथ को दूसरे हाथ से पकड़ लेती है ,,,,जिस हाथ में पट्टी bandhi थी ,, ,,क्योंकि वह भूल चुकी थी,,,की उसके हाथों में चोट लगी थी,,,

इधर अंश जो अभी-अभी सोया था,,,,जानवी की आवाज सुन,,, सोफ़े से उठ,, उसकी तरफ आ जाता है,,

Or खुद भी उसी के पास बिस्तर पर बैठ,,,, अब तबीयत कैसी है,,,

जानवी बिना अंश की तरफ देखे,,,,, thank you पूछने के लिए ,,,,,लेकिन इसकी कोई जरूरत नहीं थी,,,, or वैसे भी तुम्हारी मेहरबानी से मैं कैसी हो सकती हूं ,,,

अंश जानवी की बात सुन वह सब याद आ जाता है,,,, कि कैसे जानवी ने अपने हाथ की नस काट ली थी,,,,याद कर,,,, अंश को गुस्सा आ जाता है,,,or फिर वह गुस्सा से बेड से उठ उस पर चिकते हुए ,,,,,बेवकुफ लड़की खुद को समझती क्या हो ,,,

बहुत शौक है ना तुम्हें मरने का ,,,,मरना लेकिन यहां पर नहीं,,,, अपने घर जाकर ,,,,सुना तुमने ,,,,तुम jatana क्या चाहती हो,,,

हां,,yee, कि मुझे तुम्हारा parwah है,,,, मैं तुम्हें बता दूं,,,,मुझे तुम्हारी एक पैसे की भी पर्व नहीं है,,,,,इस तरह दोबारा ऐसा करने की सोचना भी मत,,,, इसमें तुम्हारा ही घाटा है,, ,,मेरा नहीं or हन अपना ये ज्यादा दिमाग चलने की भी जरुरत नहीं है,,,,

अंश की बातें सुन्न जबवी को दर्द दुख उसकी आंखें तक,,,namm हो गई थी,,, लेकिन जानवी बिना अंश की तरफ देखे,,,, अपने नजरों को अलग किए हुए ,,,,अगर तुमने अपना प्रवचन मुझे सुना दिया हो,,, ,,, तो अब मुझे घर जाना है ,,,,,यह बोल जानवी बिस्तर से उठती है,,,,

Iss वक्त जानवी एक पेशेंट ड्रेस में थी,,,,, क्योंकि ,,,,जब जानवी को यहां लाया गया था,,,, तब जानवी सिर्फ एक चादर में थी ,,,,इसलिये जानवी वह पेशेंट ड्रेस पहनने  हुए,,कमरे में से बाहर जाने लगती है,,,,

क्योंकि जानवी का काफी खून लॉस हो चुका था,, जिस वजह से जानवी को काफी कमजोरी फील हो रही थी,,,,jisse जानवी ने धीरे-धीरे अपने कदमों को बहार ले जा रही थी,,,

अंश जान्हवी की बात सुन or उसे जाता देख खुद के गुस्से को कंट्रोल कर ,,,,खुद से ,,,,yah मैं क्या करता हूं,,,,,, उससे चोट लगी थी ,,,or मैंने उसे कितना सुना दिया, ,,

मैं उससे यह सब ,,,बाद मैं भी तो बोल सकता था ,,,,यही पर बोलेne ki क्या ज़रूरी है,,,

और phir उसकी तरफ देखते हुए पीछे से,,,, अच्छा जानवी

Or इधर जानवी जो कमरे से बाहर जा रही थी,,,, अंश की आवाज सुन ,,,, उसके कदम वहीं रुक जाते हैं,,,,

क्या तुमने वह सब सुन लिया था,,,ना जो मैंने कार में कहा था,,,, मेरा मतलब है,,,, कि कल रात तुम्हारे साथ,,,,कुछ नहीं हुआ था,,, मतलब तुम्हें किसी ने नहीं छुआ था ,,,,पता नहीं क्यों लेकिन अंश को बड़ी हिचकिचाहट हो रही थी,, जानवी को दोबारा यह सब बताते हुए,,,,

लेकिन जानवी अंश की बातो को इग्नोर कर,,,रूम का दरवाजा खोलो बाहर चली जाती है,,  

Or वहां से sidha हॉस्पिटल के काउंटर पर जा,,,,,, मेरा बिल मेरा बिल कितना हुआ

Janvi की बात सुन वह काउंटर वाला,,,,मैम आपका बिल अंश सर ने पे कर दिया है,  

जानवी उसकी बात सुन,,,,, एक लंबी सास लेते हुए,,,, अपना कार्ड निकाल काउंटर पर रखे हुए,,,, मेरा जितना बिन हुआ है ,,,,, उसका मैं पेमेंट  खुद करूंगी ,,,कोई or नहीं ,,,

Or इधर अंश जो जानवी के कमरे से बाहर आते हैं,, उसके पीछे खुद भी बाहर aa जाता है ,,,,क्योंकि उसे पता था ,,,,की जानवी iss वक्त काफी कामजोर है ,,,

,or उसे उसकी जरूरत है ,,,, जानवी की बात सुन उसके पास जाते हैं , or yah क्या हरकत है जानवी ,,,,,,जब मैंने पेमेंट कर दी है,,,तो तुम क्यों पेमेंट कर रही हो,,,लेकिन जानवी बिना अंश की बातों का जवाब दिए ,,,,काउंटर वाले से ,,,,मैंने कहा ना मेरा बिल में खुद भुगतान करूंगी ,,,तो जल्दी करो, ,  ,,,,
मैं फ्री नहीं बैठी ,,,,,यहाँ पर है,,,,

जानवी की गुस्से भरी टोन सुन,,,, वाह काउंटर वाली डर जाती है ,, or जल्दी से जानवी का पेमेंट कर देती है ,,,or फिर जानवी को कार्ड वापस देते हुए ,,,,,,मैम हो गया, ,  

कार्ड मिलते ही,,, जानवी वहां से जाने लगती है,  

Or इधर अंश को जानवी की हरकतें पर बहुत गुस्सा आ रहा था,,,, पता नहीं क्यों पता नहीं क्यों अंश को जानवी के हरकत पर बहुत गुस्सा आ रहा था ,,,,उसे खुद की बेजती होती हुई महसुस हो रही थी,,,,

,जो उसकी अहंकार है को हार्ट कर रही थी ,,,,लेकिन अपने गुस्से को कंट्रोल कर ,,,,,अंश भी जानवी के पीछे-पीछे जाने लगता हैहै,,,हॉस्पिटल से बाहर आ ,,,जानवी सिद्धा कार पार्किंग जा ,,,, कार में बैठ जाती है,,,

Or अंश भी बिना कोई बात किये,,,, चुपचप का ड्राइव करने लगता है,,,

कुछ देर बाद अंश,,,, अपनी गाड़ी एक मॉल के बाहर रुकता है,,,

जिसे देख जानवी को समझ नहीं आता कि अंश ने कार यहां क्यों रोकी,,,,
कि अंश जानवी को कार से बहार निकलते हुए ,,,,, बहार निकलो जानवी ,,,

जानवी अंश को देख ,,,, अंश तू मुझे यहां क्यों लेके आये हो ,,,

अंश जान्हवी को ऊपर से नीचे देखते हुए ,,,,,क्या तुम ISI तरह दादी ,,,or बाकी घर वालों के सामने जाओगी,,,

अंश की बात सुन जानवी खुद को देखती है,,, or phir बिना अंश को कुछ or कहे,,,,, चुप चाप मॉल के अंदर चली जाती है,,,,

और phir यहां भी जानवी अपने लिए एक फॉर्मल ड्रेस चुन कर ड्रेसिंग रूम में जा,,,,, ड्रेस पहन लेती है ,,,,,or phir बिल भुगतान करने के लिए काउंटर की तरफ जाने लगती है ,,,,,की वहां par अंश,,,,को उस ड्रेस की पेमेंट करता देख,,,,जल्दी से वहां जा,,, उसका कार्ड छीन खुद का कार्ड देते ह्यू ,,,,पेमेंट कर ,,,,,,or पेमेंट होने के बाद,,,, जानवी उस कार्ड को ले,,,,,मॉल से बाहर जाने लगती है,,,,,जानवी जैसे मॉल से बाहर निकलती है ,,,,,की अंश जानवी का हाथ पकड़ उसे खींचते हुए ,,,,,,,कार पार्किंग एरिया ले जाने लगता है,,,, अंश ने जानवी का वही हाथ पकड़ा था ,,, ,जिस हाथ में जनवु को कट लगा था,,,

अंश के इस तरह करने से ,,,,,जानवी को बहुत दर्द हो रहा था ,,,लेकिन वाह उफ तक नहीं करती,,,,



.अंश जानवी को ,,,कार पार्किंग में ले जा ,,,,,,उसे धक्का दे कार के बोनस से लगा देता है ,,,,,or phir  उस पर चिल्लाते हुए ,,,,,तुम जताना क्या चाहती हो,, ,,,तुम्हें किस चीज़ की attitude है ,,,,,

हां मैंने माना कि तुमने जो कल किया उसमें मेरी गलती थी,,,,,, लेकिन क्या,,,,हन ,,,, लेकिन क्या तुमने गलती नहीं की,,,,,तुमने भी तो गलती की मेरे ड्रिंक में ड्रग्स मिला ,,,,,, मेरे मर्जी के,,,बगैर ,,,,मेरे करीब आके ,,,,तुम्हें किसने hurt दिया था,,,,मेरे आलिया की जगह लेने को ,,,,अपना घटिया रवैया ना अपने घर वालों को दिखाना ,,,,,मुझे नहीं,,,,,मैंने सोचा मैं तुम्हें गुस्सा नहीं करुंगा,,,,, लेकिन तुम जंबुझकर मुझे गुस्सा दिलाती हो,,,,

Or इधर जानवी ,,,जो अपने हाथों को देख रही थी ,,,,,जहां से अब रंग-हल्का खून रिश ने लगा था,,,

अंश बिना जानवी के हाथों की तरफ देखे ,binaa,,,,उसे सुनाई जा रहा था,,,, क्योंकि उसके सच में बहुत गुस्सा आ रहा था,,,, की जानवी,, ऐसा कैसे कर सकती है ,,,,जब उसने पेमेंट कर दी थी,,, तो जानवी को पेमेंट करने की,,,, क्या जरूरी थी,,,

Of इधर खून बहाने की वजह से जानवी,,,, कि आंखें फिर से बंद होने लगी थी,,,

तभी अंश की नजर जानवी की आंखों पर जाती है ,,,,जो कमजोरी की वजह से बंद हो रही थी ,,,,,जिसे देख,,,, अंश जानवी के हाथों की तरफ देखने लगता है ,,,जहां से अभी भी खून रिस रहा था,,,,

जिसे देख अंश जानवी को ज़मीन पर गिरने से बचा लेता है,,,,

अंश को जानवी की ऐसी हालत देख,,,,, उसे शर्मिंदगी महसूस होने लगती है,,, or phir   वाह जानवी,,, को अपने baho में उठा कर,,,, अस्पताल के अंदर दोबारा चला जाता है,,,,

आज के लिए बस इतना,,

देखो पाठकों मैं आपसे दोबारा कह रही हूं,,,,, कृपया आप मेरी कहानी को लाइक करें शेयर करें और कमेंट जरूर करें

क्योंकि तुम्हारी टिप्पणी से ही मुझे हौसला मिलेगा कि मैं इस कहानी को आगे बढ़ाउ य नहीं ,,,, 

ठीक है अलविदा और शुभ रात्रि

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