JANVI - राख से उठती लौ by Luqman Gangohi in Hindi Novels
प्रस्तावना"वो कहते हैं न, कि लड़कियां कमजोर होती हैं...पर मैंने तो देखा है-एक लड़की अपने टूटने की आवाज़ भी अंदर ही दबा ल...