इश्क बेपरवाह नहीं तेरा... by Santoshi 'katha' in Hindi Novels
Ch.1__सुबह का वक़्त___"वैशू... वैशू... यार मेरा पर्स कहा है, जल्दी करो मुझे देर हो रही है "  एक लड़का जो आइने के सामने ख...
इश्क बेपरवाह नहीं तेरा... by Santoshi 'katha' in Hindi Novels
रात को वैशाली और वैभव का बड़ा झगड़ा हुआ। जिससे दोनों एक-दूसरे से बहोत नाराज़ हुए। अब आगे...सुबह का समय,वैभव ऑफिस के लिए...
इश्क बेपरवाह नहीं तेरा... by Santoshi 'katha' in Hindi Novels
Ch 2__वैभव वैशाली को बहोत प्यार से सुप पीलाने लगा... हर चम्मच को वो पहले फूक मारक ठंडा करत फिर उसे पीलाता... वैभव के प्य...
इश्क बेपरवाह नहीं तेरा... by Santoshi 'katha' in Hindi Novels
इसी तरह लगभग 15 दिन बीत गए,, वैशाली अब पुरी तरह ठीक लग रही थी। वो धीरे धीरे चलने भी लगी थी। आगे.......रात का समय____रात...