साहिल देखता है कि पूरा कमरा मोमबत्तियों की रोशनी से जगमगा रहा है, और जगह जगह फूलों से सजावट करी हुई है। तभी वो अपने बेड की पीछे की दीवार कर देखता है तो उसकी आंखों में खुशी से नमी आ जाती है। उस पर बड़े अक्षरों में सजावट करके लिखा होता है "I LOVE YOU SAHIL" साहिल यह देखता हुआ कमरे में धीरे धीरे आगे आ रहा था, तभी पीछे से सिमरन आकर उसके गले लग जाती है। और साहिल आंखें बंद करके उसके करीब होने का एहसास अपने अंदर महसूस करने लगता है। थोड़ी देर तक दोनो ऐसे ही रहते है, फिर सिमरन बोलती है कि;
सिमरन - साहिल, थैंक यू मेरी लाइफ में आने के लिए! थैंक यू मेरी इतनी परवाह करने के लिए!
साहिल(मुंह बनाते हुए) - यह क्या बात हुई, क्या तुमने थैंक्यू बोलने के लिए इतना सब कुछ किया है। उसने सिमरन के सामने मुड़ते हुए कहा। सिमरन समझ जाती है कि साहिल क्या सुनना चाहता है, तो वो उसे छेड़ने के लिए बोलती है ;
सिमरन - हां, क्यों तुम्हे क्या लगा कि हमने यह सजावट किसलिए करी है।
साहिल - अच्छा जी, तो फिर सामने दीवार पर क्या लिखा है, जरा बताना?
सिमरन - वो मैने नही लिखा है, पर हां एक लड़की है, जो तुमसे बहुत प्यार करने लगी है बहुत!
साहिल - मुझे सिर्फ तुम्हारा प्यार चाहिए सिमरन, और किसी लड़की का नही!अब मत तड़पाओ ना प्लीज, इजहार कर भी दो! साहिल ने थोड़ा सीरियस और दुखी होते हुए बोला।
सिमरन - अरे बाबा, मैं तो मजाक कर रही थी, तुम तो सीरियस हो गए, यह क्या बात हुई! तभी साहिल सिमरन की कमर पर हाथ रखता है और धीरे धीरे से अपना हाथ वहां फेरने लगता है। उसके हाथ लगाते ही सिमरन के शरीर में सिरहन सी होने लगती है।
सिमरन - साहिल, यह क्या कर रहे हो? उसने थोड़ा चौंकते हुए पूछा। साहिल उसके कान के पास धीरे से बोलता है कि;
साहिल - क्या हुआ, मैं भी मजाक कर रहा हुं, मेरा मजाक पसंद नही आ रहा है क्या? फिर साहिल हंसता है और सिमरन से थोड़ा दूर हो जाता है। फिर सिमरन थोड़ा मजाकिया अंदाज में जोर से बोलती है कि;
सिमरन - साहिल, मैं आज तुम्हे नही छोडूंगी, और उसके पीछे उसे मारने के लिए भागती है, तो साहिल भी बचने के लिए भागने लगता है। ऐसे ही भागते हुए दोनो एक दूसरे पर पिलो फेंक रहे थे और हंसते हुए मस्ती कर रहे थे। साहिल और सिमरन दोनो किसी छोटे बच्चे से कम नही लग रहे थे। फिर साहिल बेड पर चढ़ जाता है, सिमरन को छेड़ने के लिए तो सिमरन भी उसे पकड़ने के लिए बेड के आसपास घूम रही थी। तभी सिमरन फिर नाराजगी का नाटक करके बेड के एक कोने में बैठ जाती है।
साहिल - अरे, क्या हुआ? थक गई क्या! मैने तो कहा नही था कि मेरे पीछे भागो, यह कहते हुए वो सिमरन के पास आकर बैठता है तो सिमरन जल्दी से उसे पकड़ती है और पिलो से मारने लगती है।
साहिल - है, यह तो चीटिंग हुई सिमरन, और वो सिमरन के दोनो हाथ पकड़ लेता है, और उसकी नजर सिमरन के चेहरे पर जाती है, जो मोमबत्तियों की रोशनी में और भी जगमगा रहा था।
सिमरन - साहिल, छोड़ो मुझे! तभी साहिल उसका एक हाथ छोड़कर उसके होठ पर उंगली रख देता है, जिससे वो चुप हो जाता है। साहिल की आंखें अभी भी सिमरन के चेहरे पर ही थी। सिमरन जैसे ही यह नोटिस करती है, तो उसकी पलकें शरम के मारे नीचे झुक जाती है। फिर साहिल अपने हाथ को धीरे धीरे उसके चेहरे पर फेरने लगता है, और सिमरन के शरीर में झनझनाहट शुरू हो जाती है।
साहिल(धीमी आवाज में) - हां तो क्या कह रही थी तुम सिमरन? तुमने और किसी वजह से यह सजावट नही करी है, है ना! साहिल के इतना करीब आकर छुने से सिमरन मदहोश हो रही थी।
सिमरन - नही....वो....मैं...तब तक साहिल सिमरन के चेहरे को थोड़ा ऊपर की और उठाता है और उसके होंठों पर किस करने लगता है, साहिल के इस तरह से किस करने से सिमरन खो जाती है। उसका हाथ साहिल के बालो में चला जाता है और उसे बराबरी से किस करने लगती है। थोड़ी देर तक ऐसे ही किस करने के बाद साहिल खुद को सिमरन से अलग करता है और पूछता है कि;
साहिल - क्या हुआ, खुद को काबू में नही रख पाई ना? क्या अब भी नही कहोगी सिमरन?
सिमरन धीरे से अपनी आंखें खोलती है और बोलती है कि;
सिमरन - साहिल, जबसे तुम मेरी जिंदगी में आए हो, मेरी जिंदगी खुशियों से भर गई है। I love you sahil, I love you soo much. और वो साहिल को कसकर गले लगा लेती है। साहिल तो यह सुनने के लिए कबसे बेताब था, आज उसके चेहरे पर अलग ही खुशी झलक रही थी। तभी सिमरन बोलती है कि;
सिमरन - पता है साहिल, यह बात अच्छी ही हुई कि उन्होंने मेरी जान लेने की कोशिश करी, और मुझे जलाने के लिए वहां पर रखा। तभी तो तुम मुझे बचाने आए और किस्मत ने हमे एक दूसरे से मिलवाया! सिमरन ने साहिल के कंधे पर ही सिर रखकर बोला!
क्रमश :