Three best forever - 60 in Hindi Comedy stories by Kaju books and stories PDF | थ्री बेस्ट फॉरेवर - 60

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थ्री बेस्ट फॉरेवर - 60

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( >💜💜💜 हाजिर है आपका प्यारा आशिक बंकू next ep लेकर आओ आओ पढ़ो समझो और दिल खोल कर हसो 💜💜💜 

रियू वीडियो कॉल की ओर बोली "कुछ सोचा तूने,,?" अब आगे,,,,

मस्ती नासमझी से "किस बारे में?" 

रियू भड़कते हुए "अबे उस कलमुहे के बारे में?" 

तो मस्ती अपने बाल हवा में उड़ाते हुए बोली "हूं,,hm उसकी सच्चाई जगजाहिर कर दे तो,,?" 

रियू उसका प्लान समझ जवाब देते हुए "तो,,तो ही उसे पता चलेगा जब बेज्जत हो तो कैसा लगता हैं" 

मस्ती डेंजर स्माइल कर "Right,,वो कहते है ना जैसे को तैसा" 

तो रियू भी डेंजर स्माइल कर "Hm,, फिर ऐसा ही होगा,,तू शुरू कर जो करना है वो मैं तेरे साथ हु" 

तो मस्ती जम्हाई लेते हुए बोली "Hm,, उसके लिए मुझे उस कलमुहे की एक pic और कुछ जानकारी चाहिए होगी" 

रियू उसे घूरते हुए "तो इसमें कौन सा पहाड़ खोदना है ढूंढ ना इंटरनेट पर" 

उसकी बात सुन मस्ती झल्लाई हुई बोली "अबे मैने पूरा एक दिन छान मारने में निकाल दिया कुछ नहीं मिला" 

"तो फिर मनीष से ले ले उसके बचपन का दोस्त है न उससे ज्यादा कौन ही जानेगा" रियू ने कहा तो 

मस्ती हताश हुए बोली "बचपन से अब तक सिर्फ उस कलमुहे के छल कपट का शिकार बना हुआ था जो अब जाकर आजाद हुआ है" 

रियू भावहीन हुए "Hmm देर से ही सही,,वो कहते है ना जो होता है अच्छे के लिए ही होता है" 

मस्ती खिंज उठी बोली "ज्यादा पठित मत बन,, मुझे जो भी जानकारी चाहिए मैं  मनी बंदर से ही ले लूंगी अब दफा होजा टाटा" 

ये सुन रियू फट से बोली "अबे सुन,,जो भी करेगी इंफॉर्मेशन देते रहना मुझे वरना,,," वो आगे बोलती की 

मस्ती जानबूझकर उसे टोक कर बोली "हेलो हेलो,,क्या बोली?" 

"वरना मैं,,," रियू फिर बोलने को हुई 

और मस्ती फिर बीच में "क्या? जोर से बोल आवाज नही आ रही" 

रियू चिल्लाते हुए "मै बोली वरना मैं,,," 

तो मस्ती उससे दो गुना ज्यादा तेज चिल्लाई  "हैलो हेलोलोलो रूरू अरे यार आवाज नही आ रही by" और फट से कट कर दी।

फोन कटते देख रियू फोन को ऐसे गुस्से में घुर रही थीं मानों आंखो से ब्लास्ट कर देगी। वो दात पिस्ते
हुए बोली "साली कमिनी नौटंकीबाज सब समझती हु मैं तेरी नौटंकी बस कुछ दिन और रुक,,फिर बताती हु तुझे" 

तो वही रियू के इस गुस्से से मस्ती भी अनजान नही थी उसे पता था रियू उसकी इस हरकत का हिसाब किताब जरूर करेगी। 

जिससे उसने एक गहरी सांस लेकर धीरे से छोड़ दिया और बोली "मस्ती रानी तूने अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी दे मारी है अब कुछ नहीं हो सकता चल,,अब उस कलमुहे की वाट लगाने में ध्यान दे,," 

फिर सोचते हुए "लेकिन ये मनीष का कॉल अब तक क्यू नही आया ? अब तक तो उसका फोन ठीक हो जाना चाहिए था लगता हैं डर रहा साला बंदर मुझसे,, कोई न मैं ही कर लेती हु"

इससे पहले वो कॉल करती मनीष का मैसेज आया "हाय मस्ती,, कैसी है तू?" 

मस्ती मैसेज इग्नोर कर डायरेक्ट विडियो कॉल कर गुस्सा कंट्रोल करते हुए बोली "मस्ती मस्त है तू बता?" 

तो वही मनीष जिसे उसकी आवाज में गुस्सा झलकता महसूस हो गया था वो हड़बड़ा गया और जो मुंह में आया बक दिया "ह मैं भी ठीक हु,," 

मस्ती चिढ़ाने वाली हसीं हस्ते हुए "मुझे सारा लफड़ा पता चल गया है इसलिए फेकना किसी और के सामने मेरे नही" 

मनीष फिर हड़बड़ाते हुए कहा "ह,,जानता हु रियू ने तुम्हें सब बता दिया है"

मस्ती आवाज ऊची करते हुए "क्यू नही बताना चाहिए था?"

मनीष घबराए हुए "मैने ऐसा तो नहीं कहा" 

"फिर जब पापा जी ने कॉल किया था तो तू मुंह में पेट्रोल जमाए काहे बैठा था बे ?बात क्यू नही किया? पापा जी झूठ क्यों बोले की तू उनके किसी काम से गया है" मस्ती दात पिस्ते हुए बोली।

तो मनीष के पसीने छूटने लगे वो हिम्मत कर बोला "मै वैसे भी जाने ही वाला था पैसे लेने और मुंह में पेट्रोल नही दही जमाना कहते है " 

लेकिन मस्ती तो आखिर मस्ती है एक बार जो बोल दी वही "आज से पेट्रोल ही जमेगा तू अपना ज्ञान अपने पास रख,,और मेरी बात कान नाक आंख मुंह खोलकर सुन" 

मनीष फट से बोला "हा बोल ?" 

"मेरेको उस कलमुहे से बदला चाहिए,," मस्ती गुस्से से अपनी मुठ्ठी भींचते हुए बोली।

तो वही मनीष कन्फ्यूज हैरान हुए सवाल किया "कौन है ये कलमुहा? और क्या किया उसने तेरे साथ?" 

तो मस्ती खींजते हुए बोली "अबे साले तेरे उस धोखे बाज दोस्त राहुल की ही बात कर रही" 

ये सुन मनीष हताश हुए बुझे स्वर में बोला "ह,, छोड़ यार मुझे उसके बारे में कोई बात नहीं करनी मैने उससे दोस्ती तोड़ दी हमारे बीच अब कुछ नहीं है,, सब कुछ खत्म" 

"ऐसे कैसे छोड़ दे ? दगा बाजी करने का परिणाम तो भुगतना पड़ेगा साले को और वो भी इसी जन्म में वैसे भी मेरा रास्ता साफ है मैं कुछ भी कर सकती हू" मस्ती गुस्से में उफनती हुई बोली।

तो उसकी बात सुन मनीष घबरा गया बोला "क्या मतलब? देख वो बहुत खतरनाक है ऐसा कुछ मत करना की,,की तुझे कुछ हो मैं सहन नहीं कर पाऊंगा" 

"सुन बे इमोस्नल बंदर,,मैं अबतक उसे बर्दास्त कर रही थी क्युकी वो तेरा बचपन का दोस्त था बेस्ट फ्रेंड था लेकिन अब,,अब कुछ नहीं और उसकी हिम्मत तो देखो तेरे घर में खड़े होकर तेरे ही सामने मम्मी जी और पापा जी का इतनी बेज्जती की,, तू इतनी आसानी से कैसे जानें दे सकता हैं बे,," मस्ती गुस्से में ज्वाला मुखी रूप धारण कर फूटते हुए बोले जा रही थी की 

मनीष उसे शांत कराते हुए "शांत,, शांत मस्ती थोड़ा सास तो ले ले"

लेकिन मस्ती सुनने के नही सुनाने के मूड में  थी वो फिर भड़कते हुए आगे बोली "ह,, शांति गई अपने ससुराल तू साले मेरी बात सुन,, डरपोक तू होगा मैं नही समझा सजा तो उसे मिलेगी और वो सजा उसे मस्ती देगी वो भी एडवांस के साथ और मुझे कोई नहीं रोक सकता तू भी नही क्युकी रियू मेरे साथ है" 

उसकी आखिरी लाइन सुन मनीष को हार मानना ही पड़ा वो सर पकड़ बोला "तब मैं क्या ही रोकूंगा,,जो करना है कर लेकिन संभल कर उसे भनक तक नहीं लगना चाहिए की वो तू है" 

उसकी हा सुन मस्ती थोड़ी शांत हुई और बोली "Don't vary मै पूरा प्लानिंग के साथ हु बस मुझे उसकी पिक और कुछ जानकारी चाहिए" 

मनीष सोचते हुए "Hm,, देखता हु होगी उसकी pic,, वैसे तो गुस्से में मैने सारी डिलीट कर दी थी खैर मैं ढूंढ कर भेज दूंगा और रही बात जानकारी की तो क्या जानना चाहती हैं तू?"

तो मस्ती खी खी हस्ते हुए बोली "उसकी gf के बारे में कुछ बता,, होगी न कुछ एक दो चुडेल डायन"

तो मनीष मुंह बनाए बोला "उसकी तो बहुत सी gf रही है और gf के मामले में उसकी आदत भी अच्छी नहीं थी" 

मस्ती उसे घूरने लगी ।


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( >💜💜💜क्या होगा आगे? जानने के लिए बने रहे स्टोरी के साथ मिलते हैं जल्द ही next ep में 💜💜💜