Dhun ishq ki.... Par dard bhari - 36 in Hindi Love Stories by Arpita Bhatt books and stories PDF | धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 36

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धुन इश्क़ की... पर दर्द भरी - 36

ईशान जल्दी से अपनी बाइक निकालता है और नक्ष के भेजे हुए एड्रेस पर जाता है। जैसे ही वो बाइक रोकता है,तो देखता है कि नक्ष बाहर ही खड़ा हुआ है। तभी नक्ष आकर उसके गले लग जाता है। दोनो कुछ देर वही पर बातें करते है और फिर ईशान बोलता है कि;

ईशान - गजब सरप्राइज़ दिया तूने तो यारा! 

नक्ष - चल पहले अंदर, फिर बातें करते है यारा! 

ईशान - नही यार, थोड़ी देर में वापस आऊंगा मैं! अभी जीजू की कंपनी जाना है। दीदी का पहला एल्बम लॉन्च होने वाला है, तो उन्होंने बुलाया है। अब बाइक से सीधा वही पर जाऊंगा, तू भी चल ना! 

नक्ष - नही यार, मैं अभी थोड़ी देर आराम कर लूं और फिर पूजा से भी मिलना है। तु जा, और फ्री होकर जल्दी आ वापस! 

ईशान - हां,और बाइक पर बैठकर निकल जाता है। 



साहिल के घर में ;

साहिल - आज तुम्हारा एल्बम पब्लिश होने वाला है सिमरन, और तुम, आज ही लेट हो। 

तानिया - अरे रुको, हम कोई लेट नही है। तुम जल्दी आकर बैठे हो यहां! तानिया ने सीढियों से नीचे उतरते हुए कहा।

तब तक सिमरन भी आ जाती है, और पूछती है कि;

सिमरन - मैं ज्यादा लेट हो गई क्या साहिल? 

तानिया - अरे नही सिमरन, यह तो आदत है इसकी शुरू से! जब भी कोई स्पेशल दिन होता है, ये ऐसे ही पागल हो जाता है। तानिया ने हंसते हुए कहा।

तभी साहिल देखता है कि आज सिमरन के चेहरे पर थोड़ी टेंशन है। वो समझ जाता है कि सिमरन थोड़ी घबरा रही होगी तो वो सिमरन की तरफ देखता है और बोलता है कि;

साहिल - सब अच्छा होगा सिमरन! आज के बाद तुम अपने खुद के नाम से जानी जाओगी। देखना, सभी को तुम्हारी आवाज बहुत पसंद आएगी सिमरन, इसलिए अब चिंता छोड़ो और मुस्कुरा दो! साहिल ने उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहा।

सिमरन - I hope कि ऐसा ही हो। और हल्का सा मुस्कुरा देती है। 

तानिया - अब लेट तो नही हो रहा है ना साहिल? तानिया, साहिल को छेड़ने के लिए बोलती है, और सिमरन को देखकर आंख मारती है। फिर दोनो हंस देती है, जिसे देखकर साहिल भी हंस देता है। 

साहिल - चले अब! कंपनी में सभी हमारा इंतजार कर रहे होंगे। तभी सिमरन का फोन बजता है तो वो ईशान का नाम देखकर फोन उठाती है। 

सिमरन - हां ईशान, बोलो!

ईशान - दीदी, आप लोग पहुंच गए क्या कंपनी? 

सिमरन - अभी बस निकलने ही वाले है। 

ईशान - क्या आप मुझे भी रास्ते से ले लोगे क्या? मेरी बाइक खराब हो गई है। 

सिमरन - हां ईशान, क्यों नही! तुम कहां पर हो वैसे?

ईशान - मैं आपको लोकेशन भेजता हुं दीदी! 

सिमरन - हां ठीक है, तुम वही रहना। हम सभी आते है।

फिर सिमरन, साहिल और तानिया को बता देती है कि उन्हें ईशान को भी लेना है साथ में! और वो तीनो गाड़ी के बैठकर जाने ही वाले होते है तभी साहिल को मैनेजर का कॉल आता है और वो उन्हे कहता है कि;

मैनेजर - सर, आप और सिमरन मैम कितनी देर में आएंगे यहां पर? क्योंकि एल्बम के प्रोड्यूसर एक बार सिमरन मैम से मिलना चाहते थे। 

साहिल - अच्छा ठीक है, हम बस पहुंचने ही वाले है। और फोन रख देता है। 

फिर साहिल, तानिया और सिमरन को बताता है कि हमे जल्दी कंपनी भी पहुंचना होगा, तो जल्दी से ईशान को रास्ते से pick करते है, और फिर कंपनी चलते है। 

तानिया - अरे ऐसे तो तुम लेट हो जाओगे! एक काम करते है कि ईशान को हम अपनी गाड़ी से लेने चले जाते है और तुम दोनो यहां से सीधा कंपनी जाओ। फिर हम और ईशान साथ में वही आ जायेंगे। 

सिमरन - लेकिन हम सभी साथ में जाने वाले थे ना दीदी, सिमरन थोड़ी मायूस होती हुई बोली। 

तानिया - पागल, तो हम वही तो आ रहे है ना तुम्हारे पीछे पीछे! फिर तानिया, सिमरन को ऑल द बेस्ट बोलकर, अपनी गाड़ी लेकर ईशान को लेने चली जाती है। 

साहिल - हेलो मैडम, आपका अब चलने का इरादा है या नही! उसने सिमरन का कंधा थपथपाते हुए कहा, जो तानिया की गाड़ी को जाते हुए देख रही थी। 

सिमरन - हां, चलो! और सिमरन कार में बैठ जाती है। फिर साहिल भी गाड़ी में बैठता है और दोनो कंपनी की तारक निकल जाते है। 

साहिल - क्या हुआ सिमरन, तुम क्या सोच रही हो। उसने सिमरन को कही खोते हुए देखा तो उससे पूछा।

सिमरन - एक बात कहूं साहिल, तुम्हे नही लगता कि तानिया दीदी जो खुशियां डिजर्व करती है, वो उन्हे नही मिली। 

साहिल - मुझे पता है सिमरन, तुम क्या कहना चाहती हो। और तुम सही भी कह रही हो। मैंने भी दीदी का अकेलापन महसूस किया है, लेकिन हम सब उन पर दवाब नही डाल सकते है। यह उनकी खुद की मर्जी है कि वो अकेले ही रहना चाहती है।

सिमरन - हां साहिल, यह भी सही है। पर देखना, जिस दिन इनकी जिंदगी में प्यार फिर से दस्तक देगा ना, उस दिन उनके जीवन में खुशियां लौट आएगी और वो खुद को चाहकर भी रोक नही पाएगी। 

साहिल - हां, यह तो सही कहा। प्यार पर किसी का जोर नही है। अब मुझे हो देख लो! उसने सिमरन की तरफ देखकर कहा, तो सिमरन सकपका जाती है और दूसरी तरफ देखने लगती है। 

साहिल - मुझे ऐसा क्यों लग रहा है कि कोई शरमा रहा है, क्यों? साहिल ने उसे छेड़ने के लिए कहा।

सिमरन - हेलो, मैं क्यों शर्माऊंगी भला! सिमरन ने थोड़े कॉन्फिडेंस के साथ कहा। तभी साहिल कुछ नही बोलता है और गाड़ी रोक देता है।

सिमरन - गाड़ी क्यों रोक दी साहिल?

तभी साहिल, सिमरन की तरफ थोड़ा झुकता है और बोलता है कि;

साहिल - तुम नही शरमा रही थी न, बोलो! उसने सिमरन की आंखों में देखते हुए कहा। सिमरन, साहिल की आंखों में देखती है और बोलती है कि;

सिमरन - नही.....वो......मैं...... और फिर नजरें झुका लेती है।

तभी साहिल देखता है कि सिमरन घबरा रही है तो वो हल्की सी स्माइल करता है और पीछे हट जाता है। 

साहिल - चलो, चलना नही है क्या एल्बम लॉन्च में! और जल्दी से गाड़ी स्टार्ट करता है और दोनो वहां के लिए निकल जाते है।

क्रमश :