Three best forever - 40 in Hindi Comedy stories by Kaju books and stories PDF | थ्री बेस्ट फॉरेवर - 40

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थ्री बेस्ट फॉरेवर - 40

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( >💜💜💜 Next ep पढ़ लो नमूने यारों और उनकी चुड़ेलो 🤪

सुनीता जी के रूम में

सुनीता जी मोहिंता मेम को पसंद करने के लिए पुरी आरमारी भर की साड़ीया दिखा रही थी तो वही मोहिंता मेम बिन पलक झपकाए उन्हे देखे जा रही थी। 
उन्हे ऐसा लग रहा था वो साड़ीयो के मॉल में आ गई है।
उन साड़ीयो को देख वो समझ गई सुनीता जी को साड़ीयो का बेहद शौक है।

इन सबके अलावा उनके दिमाग में एक और सवाल घूम रहीं थी तो मोहींता मैम ने पुछ लिया बोली "सुनीता जी एक बात पूछूं" 

सुनिता जी आरमारी से साडिया निकालते हुए बोली "हा पूछिए?" 

मोहिंता मेम बोली "ऐसा कौन सा स्टाइल है रियू का?  जो मस्तानी उठ जायेगी" 

सुनिता जी बोली "अब जिसका स्टाइल है उसे ही पता होगा खैर आप ये साड़ी देखिए और बताइए कोन सा पसंद आया?"

मोहिंता मेम मुस्कुराते हुए बोली"सभी साड़ी बहुत खूबसूरत है मेरे लिए तो बहुत मुश्किल हो रहा आप इतने प्यार से पूछ रही आप ही प्यार से कोई रंग चूस कर दीजिए" 

सुनिता जी चहकते हुए बोली "अच्छा तो,,, मैं ही डिसाइड कर लेती हु,,,वो साड़ी आप पर बहुत बहुत सुंदर लगेगी कहा गई?" 

मस्ती के रूम में

रियू मस्ती को घूरकर देखी बोली "हमारी नींद हराम और तू करे आराम,,बिलकुल भी नहीं,, अभी बताती हु तुझे" 

(अब आप सब सोचोगे बाल्टी भर पानी डालेगी न ना बिलकुल नहीं ये स्टाइल पुराना होते जा रहा है। मेरी इस स्टोरी में नया स्टाइल देखो,,,,)

रियु पहले तो मस्ती के कानो में एयर फ़ोन कनेक्ट की फिर  बेड के दूसरी साइड लेटकर एक जोर का लात उसके पिछवाड़े पर दे मारी और इसी के साथ मस्ती धड़ाम के साथ गिरी और उसके कानो में सुनीता जी की तेज आवाज में गालियां गूंजने लगी। जो की रियू की देन थी। मस्ती की नींद ऐसे उड़ गई जैसे जादू टोना कर दिया हो।

नींद खुल ने के बाद भी उसे अपनी माता श्री की आवाज सुनाई दे रही थी तो वो गुस्से में रियु को घुरी वही रियु मजे लेते हुए बार बार फोन से सुनीता जी की गालियां वाली रिकॉर्डिंग चला रही थी । 

मस्ती उसे घूरते हुए कान में उंगली करते हुए बोली "रियू तुझे आज मैं जान से मार दूंगी" वो कान से एयर फ़ोन निकाली और रियू की तरफ़ झपट पड़ी।

तो वही हॉल में 
यहां हॉल में सबकी नींद खुल चुकी थी लेकिन कोई था जो अभी भी गहरी नींद में था। और उसे जगाने की हिम्मत किसी में नहीं थी। 
सभी गोल घेरा बनाए ऐसे बैठे थे जैसे "कौन बनेगा new प्रधानमंत्री ?" का फैसला किया जा रहा हो,,,

काफि देर के घमासान चुप्पी के बाद राहुल बोला "मनीष तू ही उठा सर को क्युकी तुझपर तो गुस्सा हो ही नहीं सकते दो मिनट में पिघल जायेंगे" 

मनीष चौक कर घबराते हुए बोला "अबे साले तू दोस्त हैं  की दुश्मन,,?" 

राहुल भौंहे सिकोड़ बोला "अब ऐसे क्यू बोल रहा?" 

मनीष तुनक्कर बोला "साले उन्हे मोमबत्ती समझा है क्या जो दो मिनट में पिघल जायेंगे,, अरे शेर है शेर वो भी खुखार शेर और तू मुझे शेर के आगे निवाला बना रहा" 

राहुल कन्फ्युज शक्ल बनाए "अब इसमें शेर निवाला कहा से आया बे?" 
स्ट्रॉन्ग राहुल की सिर पर तपली मार कर बोला "अबे सही बोल रहा मनीष वो ज्ञानेद्रीय सर है ज्ञानेद्रीय सर प्रिंसिबल सर नही" 

उत्साह भी उसे घुरकर बोला "और क्या ज्यादा भ्रम मत पाल की वो प्रिंसिबल सर की तरह पिघल जायेंगे" 

समजीत उनकी बात पर सहमत होकर घबराते हुए 
बोला "सही कहा भाई ज्ञानेद्रीय सर बहुत बेरहम है कुछ भी करने से पहले एक सेकेंड नही सोचेंगे" 

तो राहुल माथे पे से पसीना पोंछ कर बोला "तो फिर कौन जा रहा शेर को जगाने?" उसकी बात सुन सभी एक दूसरे का मुंह ताकने लगे। 

सुनिता जी के रूम में 

सुनिता जी अब भी वही साड़ी ढूंढ रही थी।

"हे भगवान कहा गई ? ना जानें कहां मिस्टर इंडिया हो गई या फिर कही इस आलमारी ने ही तो नई खा गई?" वो मन ही मन बड़बड़ाए जा रही थी।

उनकी परेशानी भरा चेहरा देख मोहिंता मेम बोली " इतनी परेशान हो रही ज़रूर बहुत खास होगी " 

सुनिता जी परेशान हुए इधर उधर खोजते हुए बोली "हा खास तो है मेरी फेवरेट साड़ी है जो मस्ती ने मुझे दी थी मेरे बर्थडे पर वो साड़ी सच में,, सच में बहुत सुंदर है " 

मोहिंता मेम हैरानी से बोली"क्या,,,फिर रहने दीजिए न मैं ये काली साड़ी पहन लेती हु ए भी बहुत सुंदर है" उन्होनें काली साड़ी उठाई तो सुनिता जी उनके हाथ से वो साड़ी झट से लेते हुए बोली "नही आप वहीं साड़ी पहनेंगी मैं ढूंढ रही हू ना मिल जायेगी" 

"सुनिता जी मैं कैसे आपकी फेवरेट साड़ी पहन सकती हू वो तो मस्ती ने आपको गिफ्ट किया है उसे बुरा लग जायेगा ना ये साड़ी भी तो कितनी सुंदर है यही पहन लेती हु ना" मोहिंता मेम वापस उनके हाथ से साड़ी छीन कर बोली ।

"हा वैसे तो सभी सुंदर है लेकिन वो साड़ी आप पर बहुत सुंदर लगेगी और मस्ती को कैसा  लगेगा इसकी जिम्मेदारी मेरी आप चिंता छोड़ दीजिए,,ये साड़ी कहा गई,,? कहा गई कहा गई,,?" सुनिता जी फिर ढूंढने लगी। उन्होंने पूरी आरमारी ही उलट पलट कर दी थी।

मोहिंता मेम परेशानी से उन्हे बस देख रही थी। 
वो फिर बोली"सुनीता जी अब रहने भी दीजिए" 

तभी अचानक सुनिता जी चहक उठी बोली "हा मिल गई,,देखिए" 

सुनिता जी उन्हे वो साड़ी दिखाई मोहिंता मेम हैरानी से उस साड़ी को देख रही थी सुनिता जी बिल्कुल सही थी 
पर्पल और ब्लैक कलर और उसमे चमकते हुए नन्हे नन्हे मोती जो उसकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहे थे वो साड़ी सच में बेहद खुबसूरत थी। 

"लीजिए अब जाइए जल्दी से फ्रेश होकर ये साड़ी पहन लीजिए" सुनिता जी चहकते हुए बोल उनके हाथ में साड़ी थमा दी।

"पर मैं,,," मोहिंता मेम फिर मना करती की

उनकी बात काट सुनिता जी मुंह बनाकर "बिल्कुल भी ना नुकुर नही जाइए जल्दी जल्दी"  और उन्हें जबरदस्ती बाथरुम में धकेल दी मोहिंता मेम कुछ बोल ही नहीं पाई।

मस्तानी का रूम

यहां मस्ती के रूम में अलग ही महाभारत काल शुरु था दोनो लड़किया एक दूसरे को उल्टे सुलटे गिरते पड़ते पीटे जा रही थी। काफी देर से इनका युद्ध चल रहा था अब थक गई तो पसर कर बैठ गई।

"कमिनी पानी डाल कर भी उठा सकती थी या फिर मम्मी को बुला लाती लेकीन नही जब देखो तब अपने तरीके का धोस जमाती रहती हैं" मस्तानी नाक मुंह फुलाकर बोली।

"सॉरी जान लेकिन साक्षात मम्मी जी ने ही हुकुम दिया था "रियू अपने तरीके से उठा देना" ये बोल कर मम्मी जी मोहिंता मेम को ले गई अपने रूम में साड़ी दिखाने मैं मना ही नहीं कर पाई" रियू सुनिता जी की एक्टिंग कर उसे पुरी बात बताई।

मस्ती उसकी एक्टिंग देख खी खी हंसकर बोली "मौका मिलता तो करती है ना? " 


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( >💜💜💜oye hoye केसा लगा ep जरा हटके कमेंट कर बता भी दिया करो अपनी राय क्या इतना शरमाना 😏 बंकू शर्मा तो मैं हु पर अफसोस मैं बेशर्म हु 🤪😎 तो मिलते हैं जल्द ही मेरी बेशर्मी के साथ next ep में टाटा शरमिलो 🤪😜😘💜💜💜