*अदाकारा 39*
शर्मिला ने रंजन से बात करने के बाद फ़ोन रख दिया और उर्मिला से बोलीं।
"ज़रा सी नाक दबाई तो लाट साहब कैसा लाइन पर आ गया।"
"रंजन देव की बात कर रही हो?"
उर्मिला ने पूछा।
जवाब में चेहरे पर विजयी मुस्कान के साथ शर्मिला बोलीं
"प्रोड्यूसर की औलाद है तो मुझपे रूबाब झाड़ता था मुझसे कहता था तुम कोई फ्री में काम नही कर रही तुम्हें मुंह मांगे पैसे दिए है। अब साला सॉरी बोल रहा हे।"
"हम्म।भगवान का शुक्र है।की तुम्हारी यह फ़िल्म बच गई?"
"हाँ रियली बच गई।इस फिल्म की कहानी काफी दिलचस्प है।इसलिए मैं इसे छोड़ना भी नहीं चाहती थी।लेकिन मैं अपने आप पर किसीका रूबाब बर्दाश्त नहीं कर सकती। आत्म-सम्मान की कीमत पर काम करना मेरे शब्दकोश में नहीं है।इंडस्ट्री में काम की कोई कमी नहीं है उर्मि।लेकिन मेरा नियम है कि एक फिल्म पूरी होने के बाद ही दूसरी शुरू करनी चाहिए।अभी मैंने तीन फिल्में साइन कर रखी हैं।यह फिल्म तीन-चार महीने में पूरी हो जाएगी फिर इस के बाद दूसरी की शूटिंग शुरू होगी...।"
उसने गहरी साँस ली और आगे कहा।
"और इन फिल्मों की वजह से,मैं अभी कोई विज्ञापन स्वीकार नहीं कर पा रही हूँ।तीन सालों में मैंने ब्रिटानिया के लिए सिर्फ़ एक विज्ञापन किया है।और तुने कहा ना एक ही इंडस्ट्री में एक ही चेहरे वाली दो हीरोइनें कैसे चल सकती हैं?तो मेरे पास एक बढ़िया आइडिया है।अगर तुझे पसंद आए तो?।"
"वह क्या है?"
उर्मिला ने पूछा।
"मैं विज्ञापन साइन करूँगी।और तु मेरी जगह उस विज्ञापन की शूटिंग करेंगी।"
शर्मिला की बात सुनकर उर्मिला ने अपनी आधी जीभ मुँह से बाहर निकाली।
"ना.रे..बाबा।ये कैसे हो सकता है?"
"इसमें ना रे बाबा क्या?तु तो पहले से ही अच्छी एक्टिंग कर लेती हो।अब देखो तुमने कितनी अच्छी तरह से अपनी जीभ मुँह से बाहर निकाली?तेरा शौक भी पूरा हो जाएगा और दो पैसे की आमदनी...."
"और सुनील का क्या?वो मुझे कभी इजाज़त नहीं देगा।"
उर्मिलाने अपने मन मे छिपे डर को ज़ाहिर किया।तो उसके डर को दूर भगाते हुए शर्मिला बोली।
"लेकिन सुनील को क्यों बताना है?"
"अगर मैं शूटिंग पर जाऊँगी तो क्या उसे पता नहीं चलेगा?"
"तु उसे बताएगी तो पता चल जाएगा ना?तु तो कहती थी कि वो महीने में दो बार कंपनी के सिलसिले में आउटडोर जाता है।बस।तुजे उस दौरान ही शूटिंग करनी है।ओर एड की शूटिंग में कितना समय लगता है?एक दिन या दो दिन।और उन दो दिनों में तुम दो-तीन लाख रुपये कमा लोगी।अगर तुम महीने में सिर्फ़ एक विज्ञापन भी करोगी तो तुम्हारा शौक़ भी पूरा हो जाएगा और दो लाख रुपये भी तुम्हारी जेब में होंगे।"
शर्मिला की बात सुनकर उर्मिला सोच में पड़ गई।
"तुम सही कह रही हो,शर्मिला।"
"तो ज़्यादा मत सोचो।बस थोड़ी हिम्मत जुटाओ।"
शर्मिलाने उसकी हिम्मत बढ़ाते हुए कहा। लेकिन उर्मिला अभी भी हिचकिचा रही थी।
"क्या तुम्हें लगता है कि मैं पहले जैसी एक्टिंग कर पाऊँगी?"
"ज़रूर।शायद मुझसे भी बेहतर।"
उर्मिला ने कुछ देर सोचा और फिर बोली।
"ठीक है मैं करूँगी शर्मिला।मैं करूँगी।"
शर्मिला उछल पड़ी और उर्मिला को कसकर गले लगा लिया।
"ये हुई ना बात।अब मैं जल्द से जल्द कोई एड की असाइनमेंट साइन करके तुझे सूचित करती हु।"
और फिर खड़ी होकर बोली।
"तेरे साथ बात करने का मज़ा ही कुछ ओर है उर्मि।चलो मैं अब चलती हूँ।"
"सुनील के लौटने से पहले तुम एक बार फिर आ जाना।"
"नहीं इस बार तु आना उर्मि।मैं तुजे अपना पता भेज दूँगी ठीक है।"
अपनी कार में बैठते हुए शर्मिला ने अपने मेनेजर निर्मल को फोन लगाया।
"हेलो निर्मल जी।"
"कहिए मैडम।क्या कुछ काम था?"
"हाँ।मैं क्या कह रही हूँ।हमने बहुत समय से कोई एड नहीं किया है।"
"मैडम।एड तो बहुत सारे मिलते हैं।लेकिन आप हमेशा मना कर देती हैं।क्या अब आप विज्ञापन करना चाहती हैं?"
"यस मुझे अब एड करनी ही होगी?क्योंकि मेरे खर्चे भी बहुत बढ़ गए हैं।और मैं एक नई कार भी खरीदना चाहती हूँ।इसलिए मुझे अब अपनी आमदनी बढ़ानी होगी।"
शर्मिला निर्मल को यह नहीं बताना चाहती थी कि उसे उर्मिला के लिए विज्ञापन साइन करने हैं।शर्मिला की बातें सुनकर निर्मलने पूरे आत्मविश्वास से कहा।
"एड तो हमे चुटकी बजाते मिल जाएगी।बस मुझे दो दिन का समय दो।"
(उर्मिला का विज्ञापन का सफ़र कैसा होगा? क्या उर्मिला को कोई एड मिलेगी?ओर मिल गई तो सुनील से यह बात वो छिपा पाएगी?)