*अदाकारा 9*
फिल्म अभिनेत्री शर्मिला।मानो जैसे साक्षात कोई अप्सरा ही देखलो।मानो ईश्वर ने उसे पूरी तरह सफेद मोम से बनाया हो,इतनी मुलायम मानो संगमरमर से तराशी गई हो।
और उसका सफ़ेद मक्खन जैसा नाज़ुक शरीर और उसके कोमल शरीर के स्पर्श मात्र से ही नस नस्मे बिजली कौंध जाती थी।
उस रात बृजेश शर्मिला से मिलने के बाद घर तो आया।लेकिन उसने अपना दिल और दिमाग,दोनों ही शर्मिला को जैसे सौंप आया था।
शर्मिला से मिले हुवे उसे तीन दिन आज हो गए थे।ओर फिर भी,शर्मिला का वो सुंदर चेहरा बृजेश के ज़हन से एक पल के लिए भी नहीं गया।ड्यूटी पर रहते हुए भी उसे लगातार शर्मिला की याद आती रहती थी।उसे अक्सर शर्मिला को फ़ोन करके बात करने की तीव्र इच्छा हो रही थी,और शर्मिलाने उस रात को जुदा होते समय उसे अपना निजी नंबर भी दिया था।लेकिन वह शर्मिला से बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
आज पच्चीस अगस्त थी।रात के बारह बज चुके थे।ड्यूटी से आने के बाद वह सोने की कोशिश कर रहा था।लेकिन शर्मिला की याद उसे सोने नही दे रही थी।वह शर्मिला को करीब से देखना चाहता था।वह उसके बारे में और जानना चाहता था।वह उसकी खूबसूरती मन भर के का आनंद लेना चाहता था।
बृजेश को नींद नही आ रही थी इसलिए उसने टाइम पास करने के लिए शर्मिला का फेसबुक अकाउंट खोला।जहाँ शर्मिला अपनी फिल्मों की छोटी-छोटी क्लिपस और तस्वीरें डाला करती थीं।उसे अपनी पसंदीदा अभिनेत्री के बारे में जानने का यह एक आसान और सरल तरीका लगा।
फेसबुक पे
शर्मिला की मानवाधिकार टिप्पणियाँ।
*जितना अधिकार हमारे पास है
जीने का।
उतना ही अधिकार मूक जानवरों को भी है
जीने का।*
इसे पढ़कर वह बहुत प्रभावित हुआ।उसकी फिल्मों की क्लिप देखने के बाद तो वह शर्मिला की ओर और भी ज्यादा आकर्षित होने लगा।उसके डांस मूव्स के क्लिप।उसके डायलॉग डिलीवरी के क्लिप।इसे देखने के बाद वह ज्यादा से ज्यादा उत्साहित होने लगा।
उनमें से एक क्लिप उसकी पहली फिल्म *आवारा आशिक* की थी।जिसमें सुपरस्टार राजेश कुमार के साथ उनका एक बेहद चर्चित सेक्सी सीन था।और उस सीन की वजह से वो रातोंरात लाखों लोगों की चहेती ओर प्यारी बन गई थी।और करोड़ों लोगोंने उन्हें अपने दिलों की रानी बना लिया था।
शर्मिला आँखें बंद करके एक मुलायम से गद्दे पर सो रही हैं।और राजेश कुमार शर्मिला के पैरों के अंगूठे को मुँह में लेकर चूस रहा था। और इसी वजह से शर्मिला उत्तेजित होकर कराह रही थीं।ओर उसका बदन नागिन की तरह इधर-उधर बल खा रहा था।
राजेश कुमार अब शर्मिला के पैरों के अंगूठे से आगे बढ़ कर अपने होंठों को अब ओर ऊपर की तरफ बढ़ाता हैं।उसके होंठ धीरे धीरे शर्मिला के घुटनों तक पहुँच जाते हैं।फिल्म की क्लिप में जैसे जैसे शर्मिला की कराहने की आवाजें बढ़ने लगती है वैसे वैसे वास्तव में बृजेश की हृदय की धड़कनें भी बढ़ने लगती हे।और जैसे ही राजेश की जीभ शर्मिला की नाभि को छूती है बृजेश मानो पागल सा हो जाता है।
वह ऐसे हाँफने लगता है मानो मीलों दूर तक किसी चोर का पीछा करते हुए दौड़ रहा हो?उसका शरीर पसीने से लथपथ हो चुका था।
ओर वह राजेश कुमार वाला दृश्य उससे बर्दाश्त नहीं होता।कुछ देर के लिए,वह अपना मोबाइल एक तरफ रख देता है।और लगभग पाँच मिनट तक आँखें बंद करके बैठा रहता है मानो अपने शरीर मे उस दृश्य देखने के बाद जो कामुकता जाग उठी थी उसके शांत होने का वह इंतज़ार कर रहा हो।
उसकी कामुकता अब शांत हो चुकी थी। और उसकी साँसें फिर से नियंत्रित हो गई थी। अब वह फिर से मोबाइल हाथ में लेता है और शर्मिला की तस्वीरों और मूवी क्लिप्स को फिरसे स्क्रॉल करना शुरू कर देता है।वह उसकी खूबसूरत तस्वीरों को अपनी आँखों से पीने लगता है।कभी-कभी,अगर उसे कोई बोल्ड तस्वीर दिखाई देती है,तो वह कुछ पलों तक उसे देखता ही रहता था।
और इसी तरह स्क्रॉल करते हुए वह आखिरकार शर्मिला के फेसबुक अकाउंट के आखिर में पहुँच जाता है।और वहाँ उसे शर्मिलाकी जन्मतिथि दिखाई देती है। 26/8 और वह दंग रह जाता है और कुछ देर तक उस तारीख को देखता रहता है।
"हे भगवान बारह बज चुके थे और अब तो छब्बीस तारीख ही तो है।"
बृजेश उत्साहित हो गया।और बिना एक पल भी गँवाए,वह शर्मिला के व्हाट्सएप पर गया। और काँपती उंगलियों से उसने एक संदेश टाइप किया।
"जन्मदिन मुबारक हो।शर्मिला।"
और वह हैरान रह गया जब उसे अपने संदेश का तुरंत जवाब मिला।
"धन्यवाद।"
"आप कौन हैं?"
शर्मिला के लिए,यह किसी अनजान नंबर से आया संदेश था।इसलिए उसने पूछा।
"मैं बृजेश हूँ।"
बृजेश ने अपना परिचय देते हुए एक संदेश टाइप किया।और तुरंत बृजेश का फ़ोन बज उठा।
जब स्क्रीन पर शर्मिला का नाम दिखाई दिया, तो उसका दिल ज़ोर शोर से धड़कने लगा।
(शर्मिलाने रात के एक बजे बृजेश को क्यों और क्या कहने को फोन लगाया होगा? यह जानने के लिए पढ़ते रहें अदाकारा)