भाग 11 - "दीवारों के पीछे"
---
📍 स्थान: दिल्ली, पुराने रेलवे डिपो के अंडरग्राउंड टनल नेटवर्क
📅 तारीख: 25 फरवरी 2031 - दोपहर 1:30
---
⏳ पिछला भाग:
टीम PROJECT RAAHAT के सबूतों को लेकर भाग निकली थी।
हिना ज़ोहरा (HZ) ने उन्हें तहखाने में आमंत्रित किया, और अब टीम इस नए रहस्य से सामना करने वाली थी।
---
🕵️♀️ हिना का मास्टरमाइंड अंदाज़
हिना ज़ोहरा टेबल पर बैठकर लैपटॉप खोल रही थी।
उसकी निगाह स्क्रीन पर लगातार बदलती डेटा को स्कैन कर रही थी।
आरव ने चुपचाप पूछा:
> "तुमने हमारी लोकेशन कैसे ट्रैक की? ड्रोन और लिफाफा… सब तुम्हारा था?"
हिना ने हल्की हँसी दी, जैसे कोई गेम खेल रही हो।
> "देखो, ये कोई जादू नहीं है… ये सिर्फ सायबर-इंटेलिजेंस, सोशल पैटर्न और डेटा रिवर्स इंजीनियरिंग का खेल है।
जब तुमने PROJECT RAAHAT की फाइलें पहली बार डिजिटल सर्वर पर अपलोड कीं, तुमने अपनी डिजिटल फिंगरप्रिंट्स छोड़ दीं।
अरमान, तुम्हारे नेटवर्क पिंग्स, अनन्या के GPS एक्टिवेशन और आरव की टेक्निकल ट्रैकिंग ने मुझे बस सही दिशा दिखा दी।"
आरव का चेहरा गंभीर हो गया।
> "तो ये मतलब… हमारी सबसे छोटी हरकत भी किसी के लिए ट्रैकेबल थी?"
> हिना ने सिर हिलाया - "बिल्कुल। और मैं बस इंतजार कर रही थी… सही समय, सही जगह।"
---
🔍 तहखाने का सच
हिना ने आगे बढ़कर कहा:
> "PROJECT RAAHAT केवल बच्चों को रीप्रोग्राम करने तक सीमित नहीं था।
1999 की आग… वो पहली टेस्ट साइट थी।
और अब जो तुमने देखा, वो सिर्फ सतह है।
असली प्रयोग तो अभी-अभी शुरू हुआ।"
अरमान ने चुपचाप हार्ड ड्राइव निकालकर देखा।
> "तो ये… वो सब जो हम उजागर करने की कोशिश कर रहे थे, असली खतरा इससे कहीं ज़्यादा है।"
हिना ने फाइलें खोलकर दिखाईं -
बच्चों की MRI स्कैनिंग,
न्यूरल पैटर्न डेटा,
सैकड़ों इंटरव्यूज़ और सरकारी रिपोर्ट्स।
> "और ये सब डेटा… सिर्फ सिस्टम के अंदर के लोग समझ सकते हैं। बाकी सबके लिए ये खाली रहस्य हैं।"
---
⚠ अचानक अलर्ट
जैसे ही हिना स्क्रीन पर कुछ चेक कर रही थी, टेबल के रेडियो बीप हुआ।
> "Code Black - Unknown Intruders at Sector 14"
विराट ने तुरंत हथियार संभाले।
अनन्या ने बैग से ग्रेनेड निकाला।
आरव ने धीमी आवाज़ में कहा:
> "अगर ये हमला अचानक हुआ… तो इसका मतलब कोई हमें ट्रैक कर रहा है।"
हिना ने मुस्कुराते हुए कहा:
> "बिल्कुल। तुम्हारी ऑनलाइन एक्टिविटी और बाहरी नेटवर्क से जो डेटा मिला… उसी ने तुम्हें मेरी तरफ खींचा।
मैंने बस उसे सटीक टाइमिंग में इस्तेमाल किया।"
---
🌀 ब्लैक-ऑप्स की घेराबंदी
जैसे ही ये बातचीत खत्म हुई, तहखाने के बड़े दरवाज़े पर गोलियों की आवाज़ गूंजी।
तीन ब्लैक-ऑप्स टीम ने इंटीरियर को घेर लिया।
विराट ने तुरंत आदेश दिया:
> "सब कवर पोजीशन लो… हिना और अरमान को आगे भेजो।"
अनन्या और आरव ने गोलियां चलाई, ताकि रूट क्लियर हो।
---
🔥 भागने का रास्ता
हिना ने एक गुप्त फॉलो-थ्रू दरवाजा खोला।
> "यहाँ से निकलते ही सीधे पुराने रेल टनल में पहुँचोगे।
बाहर की दुनिया नहीं, दीवारें और रहस्य दोनों तुम्हारे सामने होंगे।"
टीम तेजी से अंदर गई।
लेकिन जैसे ही वे टनल में उतरे, आरव ने पीछे देखा —
> "रघु और बाली… अभी भी साथ हैं।
पर उनकी आँखों में वही अजीब सी मुस्कान… मानो कुछ छुपा रहे हों।"
हिना ने चेतावनी दी:
> "अगले चरण में, हर कदम गहरा राज़ खोलेगा।
PROJECT RAAHAT का मास्टरमाइंड… अभी सामने नहीं आया।
और जब आएगा, तब सब कुछ बदल जाएगा।"
---
🌑 दीवारों के पीछे
टीम अँधेरे में आगे बढ़ी।
आरव ने सोचा:
"हर कदम पर सच्चाई की दीवार खड़ी है।
लेकिन दीवार जितनी ऊँची, रहस्य उतना ही घातक।"
अनन्या ने पास आकर कहा:
> "अब सिर्फ़ हमारी चाल ही हमारी ताकत है।
और सच का सामना करने की हिम्मत…"
विराट ने सिर हिलाते हुए जोड़ा:
> "…सिर्फ़ वही बचेगा जो ठंडा दिमाग और तेज़ हाथ रखेगा।"
रघु और बाली पीछे चुपचाप मुस्कुराते हुए चलते रहे।
बाली ने धीमी आवाज़ में कहा:
> "जब वक्त आएगा… सबको यकीन ही नहीं होगा कि असली दुश्मन कौन है।"
रघु ने बस इतना जवाब दिया -
> "और हम बस देख रहे हैं… सही समय का इंतजार।"
---
🎬 भाग 11 समाप्त - “दीवारों के पीछे”
📖 Part 12:- "छिपे हुए मास्टरमाइंड" जल्द ही…