🖤 माफ़िया की नज़र में – Part 16: "दूसरी डायरी का रहस्य"
"कभी-कभी सच इतना खतरनाक होता है कि वो सिर्फ़ जिंदगी ही नहीं, बल्कि हर रिश्ते को तोड़ देता है।"
अहाना का दिल अब एक भयानक जाल में फँस चुका था। रायान का प्यार भरा इक़रार—“मैं तुम्हें प्यार करता हूँ”—और वो अनजाना मैसेज—“अब वो डायरी मेरे पास है। पुराने गोदाम में आओ”—उसे रातभर सोने नहीं दे रहा था। हॉस्पिटल की वो खौफनाक रात, रेहान का हमला, और रवि की चेतावनी—“वो तुम्हारे पापा की मौत का बदला लेना चाहता है”—उसे पुराने गोदाम की ओर खींच रही थी। पापा की चिट्ठी—“रायान को उसकी गलती समझना”—और दूसरी डायरी का ज़िक्र उसके दिमाग में गूंज रहा था।
अहाना ने रायान का हाथ पकड़ा, जो अब हॉस्पिटल से छुट्टी पाकर एक छोटे से सेफहाउस में था। उसकी साँसें अभी भी कमज़ोर थीं, लेकिन उसकी आँखों में वही जुनून था। मायरा पास में खड़ी थी, उसकी नज़रें बाहर की ओर थीं। रवि, जिसका कंधा अभी भी घायल था, एक कोने में बैठा था, अपने विचारों में खोया हुआ।
“अहाना,” रायान ने धीरे से कहा, “तुम्हें उस गोदाम में नहीं जाना चाहिए। रेहान… वो तुम्हें जाल में फँसाना चाहता है।”
अहाना ने उसकी तरफ देखा, उसकी आँखों में दृढ़ता थी। “रायान, मुझे सच चाहिए। मेरे पापा ने तुम पर भरोसा किया, लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि तुमने गलती की। और वो दूसरी डायरी… वो मेरे पापा की आखिरी सलाह है। मैं पीछे नहीं हटूँगी।”
मायरा ने बीच में कहा, “अहाना, तू अकेले नहीं जाएगी। मैं तेरे साथ हूँ।”
रवि ने सिर उठाया। “और मैं भी। लेकिन हमें सावधान रहना होगा। रेहान विक्रम से ज़्यादा खतरनाक है।”
अहाना ने अपनी डायरी को कसकर पकड़ा। GPS ट्रैकर की लाल बत्ती अब भी चमक रही थी, जैसे कोई अनजाना खतरा अभी भी करीब था। “मुझे ये खत्म करना होगा,” उसने मन में सोचा।
🌌 पुराने गोदाम का सन्नाटा
रात 11:50 बजे।
पुराना गोदाम शहर के बाहरी इलाके में था, जहाँ टूटी-फूटी मशीनें और जंग लगे कंटेनर सन्नाटे में डूबे थे। बारिश की हल्की बूँदें ज़मीन पर गिर रही थीं, और हवा में एक ठंडी सिहरन थी। अहाना, मायरा, और रवि गोदाम के बाहर खड़े थे। रायान को सेफहाउस में छोड़ना आसान नहीं था, लेकिन उसकी हालत उसे आने नहीं दे रही थी।
“अहाना, तू अकेले अंदर जाएगी?” मायरा ने चिंता से पूछा।
अहाना ने सिर हिलाया। “मैसेज में कहा था—अकेले। लेकिन तुम और रवि बाहर रहो। अगर कुछ गलत हुआ, तो…”
रवि ने उसका कंधा पकड़ा। “हम तुम्हें कुछ नहीं होने देंगे। लेकिन वो डायरी… वो रेहान के लिए सब कुछ है। उसे मत छूने देना।”
अहाना ने एक गहरी साँस ली और गोदाम के जंग लगे दरवाज़े की ओर बढ़ी। अंदर अंधेरा था, सिर्फ़ एक टिमटिमाती बल्ब की रोशनी थी। तभी एक ठंडी आवाज़ गूंजी। “तुम हिम्मतवाली हो, अहाना। लेकिन हिम्मत यहाँ कुछ नहीं बचा सकती।”
अहाना मुड़ी। रेहान था, उसकी आँखों में एक बेरहम चमक। उसके हाथ में एक पुरानी डायरी थी—वही दूसरी डायरी। उसके पीछे दो आदमी खड़े थे, उनके हाथों में बंदूकें।
“वो डायरी मुझे दे दो,” अहाना ने मज़बूत आवाज़ में कहा।
रेहान ने हँसते हुए डायरी को हवा में लहराया। “ये? ये तुम्हारे पापा की आखिरी गलती थी। इस डायरी में मेरे सारे गुनाह लिखे हैं—ड्रग्स, हथियार, और वो डील, जिसने तुम्हारे पापा की जान ली। लेकिन ये डायरी मेरे पास रहेगी। और तुम… तुम यहाँ से ज़िंदा नहीं जाओगी।”
🌃 दूसरी डायरी का सच
अहाना का दिल धक् से रह गया। “मेरे पापा ने तुम्हें रोकने की कोशिश की थी, रेहान। और मैं भी वही करूँगी।”
रेहान ने ठंडी मुस्कान दी। “तुम? तुम सिर्फ़ एक लड़की हो। तुम्हारे पापा ने भी यही गलती की थी। उन्होंने मेरे खिलाफ सबूत इकट्ठे किए, लेकिन वो मुझे रोक नहीं सके। और रायान… वो तो बस एक कायर था, जो तुम्हारे पापा को बचा नहीं सका।”
तभी गोदाम का दरवाज़ा टूटा। रायान अंदर घुसा, उसका चेहरा पसीने और दर्द से भरा था, लेकिन उसकी आँखों में आग थी। “रेहान!” उसने चिल्लाया। “ये तुम्हारी और मेरी आखिरी लड़ाई है।”
अहाना चौंक गई। “रायान? तुम यहाँ कैसे?”
रायान ने उसकी तरफ देखा, उसकी साँसें भारी थीं। “मैं तुम्हें अकेले नहीं छोड़ सकता, अहाना।”
रेहान ने ठहाका लगाया। “रायान सिंगानिया। अभी भी हीरो बनने की कोशिश? लेकिन इस बार तुम्हारी कहानी यहीं खत्म होगी।” उसने अपने आदमियों को इशारा किया, और गोलीबारी शुरू हो गई।
मायरा और रवि भी अंदर घुस आए। मायरा ने एक लोहे की रॉड उठाई और रेहान के एक आदमी को पटक दिया। रवि ने अपनी बंदूक से गोली चलाई, लेकिन उसका कंधा उसे कमज़ोर कर रहा था।
अहाना ने तेज़ी से रेहान की तरफ छलाँग लगाई और डायरी छीनने की कोशिश की। रेहान ने उसे धक्का दिया, लेकिन अहाना ने हार नहीं मानी। “ये मेरे पापा की आखिरी निशानी है!” उसने चिल्लाया।
तभी रायान ने रेहान को पकड़ा और उसे ज़मीन पर पटक दिया। डायरी ज़मीन पर गिर गई। अहाना ने उसे उठाया और पन्ने खोले। उसमें लिखा था:
“रेहान ने डील को तोड़ा। उसने मेरे खिलाफ साज़िश रची। लेकिन मैंने सारे सबूत इकट्ठे किए। अगर मुझे कुछ हुआ, तो ये डायरी पुलिस तक पहुँचाओ। अहाना, मेरी बेटी, तुम मेरी ताकत हो।”
अहाना की आँखों में आँसू थे। “पापा…”
🌫️ एक आखिरी धोखा
तभी एक गोली की आवाज़ गूंजी। अहाना ने पलटकर देखा—रवि ज़मीन पर गिरा था, उसके सीने से खून बह रहा था। रायान ने चिल्लाया, “रवि!”
रेहान ने हँसते हुए कहा, “तुम सब हार चुके हो। वो डायरी मेरे पास थी, लेकिन अब… अब तुम सब खत्म हो।”
लेकिन तभी गोदाम के बाहर सायरन की आवाज़ गूंजी। मायरा ने मुस्कुराते हुए कहा, “मैंने फिर से GPS सिग्नल पुलिस को भेजा था।”
पुलिस ने गोदाम को घेर लिया। रेहान ने भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया। अहाना ने डायरी को कसकर पकड़ा और रायान की तरफ दौड़ी। “रायान, तुम ठीक हो?”
रायान ने उसका चेहरा पकड़ा। “अहाना… मैंने तुम्हें कहा था… मैं तुम्हें नहीं खो सकता।” उसने धीरे से उसे गले लगाया, और अहाना की आँखों में आँसू थे।
लेकिन तभी मायरा ने चिल्लाया, “अहाना, रवि!”
अहाना ने रवि की तरफ देखा। वो ज़मीन पर पड़ा था, उसकी साँसें धीमी हो रही थीं। “अहाना…” उसने कमज़ोर आवाज़ में कहा। “मुझे माफ़ कर देना… मैंने तुम्हारे पापा को बचाने की कोशिश की… लेकिन मैं… मैं नाकाम रहा।”
अहाना ने उसका हाथ पकड़ा, उसकी आँखें आँसुओं से भरी थीं। “नहीं, रवि… तुमने मुझे सच बताया। तुम मेरे चाचा हो।”
रवि ने मुश्किल से मुस्कुराया। “वो डायरी… पुलिस को दे देना। और… इस दुनिया से दूर रहना।” उसकी आँखें धीरे-धीरे बंद हो गईं।
अहाना का दिल टूट गया। तभी उसका फोन वाइब्रेट हुआ। एक अनजाना मैसेज:
“अहाना, तुमने रेहान को रोका, लेकिन खेल अभी खत्म नहीं हुआ। तुम्हारे पापा का एक आखिरी राज़ बाकी है।”
💥 To Be Continued…
अहाना ने दूसरी डायरी का सच ढूंढ लिया, लेकिन रवि की मौत और एक नया मैसेज उसे फिर से अंधेरे में धकेल रहा है।
पापा का आखिरी राज़ क्या है?
रायान और अहाना का प्यार इस जाल से बच पाएगा?
Part 17 में होगा:
अहाना का आखिरी सच की तलाश।
रायान और अहाना के बीच एक गहरा रिश्ता।
एक नया खतरा, जो सब कुछ उजाड़ देगा।
अगर ये हिस्सा आपके दिल की धड़कनें बढ़ा गया, तो फॉलो करना न भूलें। क्योंकि अब कहानी का हर पल एक नया तूफ़ान लाएगा।
Thankyou 🥰🥰 ...